➤HSSC चेयरमैन हिम्मत सिंह ने Group-C परीक्षा को लेकर कैंडिडेट्स से की लाइव बातचीत, परीक्षा प्रक्रिया और नियमों की दी विस्तृत जानकारी।
➤परीक्षार्थियों को एडमिट कार्ड का रंगीन प्रिंटआउट, आईडी प्रूफ और इलेक्ट्रॉनिक गैजेट न लाने की हिदायत दी गई।
➤परीक्षा प्रक्रिया की पारदर्शिता, सुरक्षा और शिकायत निवारण पर विशेष जोर; ट्रांसपोर्ट और स्पेशल कैंडिडेट्स के लिए की गई व्यवस्थाएं।
हरियाणा स्टाफ सिलेक्शन कमीशन (HSSC) के चेयरमैन हिम्मत सिंह ने आगामी 26 और 27 जुलाई को आयोजित होने जा रही ग्रुप-C भर्ती परीक्षा को लेकर अभ्यर्थियों से लाइव बातचीत की। उन्होंने परीक्षा प्रक्रिया, सिलेबस, परीक्षा केंद्रों और पारदर्शिता को लेकर कई महत्वपूर्ण जानकारियां साझा कीं। उन्होंने बताया कि इस बार OMR शीट पर अभ्यर्थियों को अपना नाम, रोल नंबर और अन्य विवरण स्वयं भरना होगा, यह पहले से प्रिंट नहीं होगा।
उन्होंने कहा कि बीते साल लगभग 25 OMR शीट्स रिजेक्ट करनी पड़ी थीं, क्योंकि छात्रों ने उत्तर सुधारने के लिए ओएमआर शीट पर स्क्रैचिंग कर दी थी, जिससे शीट स्कैन नहीं हो पाई। इस बार ऐसा करने से कॉपी सीधी रिजेक्ट हो जाएगी।
चेयरमैन ने कहा कि परीक्षा में 25% सवाल हरियाणा जीके, हिस्ट्री आदि से होंगे, जबकि बाकी 75% सामान्य विषयों से। कंप्यूटर भी उसी 75% हिस्से में शामिल होगा। उन्होंने छात्रों से कहा कि वे CET पॉलिसी के अनुसार ही अपनी तैयारी करें।
उन्होंने बताया कि परीक्षा के दिन बुकलेट और OMR शीट अभ्यर्थी को एग्जाम सेंटर में दी जाएगी। हर कक्ष में 24 बुकलेट का एक सेट सील पैक होगा, जिसे दो छात्र चेक कर अपने सिग्नेचर से प्रमाणित करेंगे। यदि कोई बुकलेट अनसील मिलती है तो उस पर हस्ताक्षर न करें और तुरंत अधिकारियों को सूचित करें।
परीक्षा में मोबाइल फोन, स्मार्ट वॉच या अन्य इलेक्ट्रॉनिक गैजेट्स पूरी तरह वर्जित होंगे। एडमिट कार्ड का कलर प्रिंटआउट और एक पहचान पत्र अनिवार्य रूप से साथ लाना होगा।
कोचिंग सेंटर और यूट्यूबर्स के प्रति सख्त रुख अपनाते हुए चेयरमैन ने कहा कि वे चारों शिफ्ट की परीक्षाओं के बाद ही पेपर का एनालिसिस करें, उससे पहले किसी भी तरह का अनुमान या विवेचना शिकायत का विषय बन सकती है।
परीक्षा केंद्रों को लेकर चेयरमैन ने बताया कि अधिकतर परीक्षार्थियों को उनके नजदीकी जिले में ही परीक्षा केंद्र दिए गए हैं। कुछ मामलों में 50–100 किमी दूर केंद्र भी दिए गए हैं, लेकिन अधिकतम छात्रों को 25–75 किमी के दायरे में केंद्र मिले हैं।
दिव्यांग अभ्यर्थियों को उनके ही जिले में परीक्षा केंद्र दिए गए हैं। उन्हें मेडिकल सर्टिफिकेट और सहायक की आवश्यकता होने पर अंडरटेकिंग भी साथ लाने को कहा गया है। सहायक अभ्यर्थी से कम शिक्षित होना चाहिए।
रिजल्ट को लेकर चेयरमैन ने कहा कि परीक्षा के बाद स्क्रीनिंग और करेक्शन पोर्टल खोला जाएगा। करेक्शन का समय समाप्त होते ही रिजल्ट घोषित किया जाएगा। उन्होंने स्पष्ट किया कि समय पर करेक्शन करें, बार-बार एक्सटेंशन की मांग से प्रक्रिया में देरी होती है।
अगर किसी उम्मीदवार की पहचान पर संदेह होता है, तो परीक्षा के बाद उन्हें आयोग में उपस्थित होकर कमेटी के समक्ष पहचान साबित करनी होगी।
कुछ छात्रों द्वारा दो CET नंबर से फॉर्म भरने की शिकायत पर चेयरमैन ने कहा कि करेक्शन पोर्टल खुलने पर दोनों रजिस्ट्रेशन मर्ज करने की सुविधा दी जाएगी।
फर्जीवाड़ा और पास करवाने का झांसा देने वालों को लेकर चेयरमैन ने कहा कि कुछ स्क्रीनशॉट हमें मिले हैं, जिन्हें पुलिस को सौंप दिया गया है। ऐसे किसी भी झांसे में न आएं, परीक्षा 100% पारदर्शिता के साथ करवाई जाएगी।