World Cancer Day 2024 : कैंसर एक जानलेवा बीमारी है। हर साल लाखों की संख्या में लोग कैंसर के शिकार हो रहे हैं। भारत की बात करें तो डब्ल्यूएचओ की रिपोर्ट के मुताबिक हर 10 भारतीय में से एक को कैंसर होने का खतरा होता है। आज वर्ल्ड कैंसर डे पर आपको बता दें कि कैंसर कई प्रकार के हो सकते हैं। वर्तमान की लाइफ स्टाइल के हिसाब से आज हर उम्र के लोगों में इसका जोखिम देखा जा रहा है। ऐसे में लक्षण की समय पर पहचान और इलाज ही कैंसर जैसे जोखिम से निजात दिला सकते हैं।
कैंसर वैश्विक स्तर पर तेजी से बढ़ती एक गंभीर और जानलेवा स्वास्थ्य समस्याओं में से एक है। जिसके कारण हर साल लाखों लोगों की मौत हो जाती है। वहीं ग्लोबल बर्डन ऑफ डिजीज का अनुमान है कि वर्ष 2017 में कैंसर के कारण 9.56 मिलियन (95.6 लाख) लोगों की समय से पहले मौत हो गई थी। दुनिया में हर छठी मौत कैंसर के कारण होती है। मेडिकल क्षेत्र में आधुनिकता और तकनीक विकास के चलते कैंसर अब लाइलाज बीमारी तो नहीं रही है, लेकिन अब भी आम लोगों के लिए इसका इलाज काफी कठिन है। दुनियाभर में कैंसर के बढ़ते खतरे को लेकर लोगों को जागरूक और शिक्षित करने के उद्देश्य से हर साल चार फरवरी को विश्व कैंसर दिवस मनाया जाता है।
जानिए कैंसर और इसके प्रकार
कैंसर विश्वभर में मृत्यु का दूसरा प्रमुख कारण है। शरीर के किसी हिस्से में असामान्य कोशिकाओं की वृद्धि और इसका अनियंत्रित रूप से विभाजन कैंसर का कारक हो सकती है। आनुवांशिकता, पर्यावरणीय, लाइफस्टाइल में गड़बड़ी, रसायनों के अधिक संपर्क के कारण कैंसर होने का जोखिम बढ़ जाता है।
कार्सिनोमा, सार्कोमा, लिम्फोमा या मायलोमा, ल्यूकेमिया, ब्रेन, स्पाइनल कॉर्ड के कैंसर इसके कुछ सामान्य प्रकार हैं। इसके अलावा ब्लड कैंसर, लंग कैंसर, सर्वाइकल कैंसर, ब्रेस्ट कैंसर वो खतरनाक प्रकार हैं, जो लगातार लोगों को अपनी चपेट में ले रहे हैं।
आमतौर पर कई कैंसर खराब जीवनशैली जैसे बहुत अधिक शराब पीना, मोटापा, गलत खानपान और शारीरिक गतिविधि की कमी के कारण होते हैं। कुछ लोग आनुवंशिक रूप से भी कैंसर के प्रति संवेदनशील होते हैं। जिससे उन्हें इस बीमारी का खतरा अधिक होता है। कम रोग प्रतिरोधक क्षमता वाले लोग खुद को अधिक जोखिम में पाते हैं।
कुछ संक्रमण भी कैंसर पैदा करने के लिए जिम्मेदार हो सकते हैं। महिलाओं में सर्वाइकल और ब्रेस्ट कैंसर, जबकि पुरुषों में फेफड़े-प्रोस्टेट और कोलन कैंसर का खतरा सबसे अधिक देखा जाता रहा है। हर साल लगभग 2.2 मिलियन कैंसर से होने वाली मौतें इनके कारण होती है।
इस तरह कर सकते हैं कैंसर के लक्षणों की पहचान
आज का दिन आम लोगों के बीच कैंसर के खतरों के बारे में जागरूकता बढ़ाने, इसके लक्षण और बचाव की जानकारी देने के उद्देश्य से मनाया जाता है। कैंसर के लक्षण इस बात पर निर्भर करते हैं कि यह शरीर के किस हिस्से में विकसित हो रहा है। मुख्य रूप से कैंसर के कारण थकान, अस्पष्टीकृत वजन कम होने की समस्या, त्वचा में परिवर्तन जैसे त्वचा का पीला या काला पड़ना, निगलने में कठिनाई, अस्पष्टीकृत रक्तस्राव की समस्या कैंसर का संकेत हो सकते हैं।
अगर आपके शरीर में कहीं भी असामान्य तरीके से गांठ महसूस हो रही है तो इसकी समय रहते जांच जरूर कराएं। चिकित्सकों की मानें तो जिन लोगों के परिवार में पहले से किसी को कैंसर रह चुका है, उनमें कैंसर होने का खतरा अधिक हो सकता है।