हरियाणा के कुरुक्षेत्र में अंतर्राष्ट्रीय गीता जयंती महोत्सव की सांस्कृतिक संध्या में प्रसिद्घ फिल्म अभिनेत्री भाग्यश्री व उनके ग्रुप ने महाभारत के बर्बरीक के जीवन को नाटक के माध्यम से जीवित करने का अनोखा प्रयास किया। इस नाटक के माध्यम से कलाकारों ने पवित्र ग्रंथ गीता के उपदेशों को भी प्रस्तुत किया और लोगों को डांस, ड्रामा और म्यूजिक के अनोखे संगम को देखने का अवसर मिला।
फिल्म अभिनेत्री भाग्यश्री ने कहा कि वह बहुत ही सौभाग्यशाली है कि श्री राम की नगरी अयोध्या से लौटने के बाद उनको गीता की उपदेश स्थली धर्म नगरी कुरुक्षेत्र में पहुंचने का अवसर मिला है। एक ही साल में दो-दो धर्म नगरियों में प्रस्तुति देने का मौका मिला है इसके लिए मैं भगवान का धन्यवाद करती हूं। शायद पिछले जन्म में कुछ अच्छे काम किए होंगे तभी भगवान ने इतने अच्छे काम के लिए मुझे चुना है।
उन्होंने ने कहा कि पहले जब महाभारत हुई तो उस समय इंटरनेट और टीवी जैसी सुविधाएं नही होती थी तब संजय ने धृतराष्ट्र को बताया कि कुरुक्षेत्र में हो क्या रहा है। वहीं उन्होंने आज की पीढ़ी के लिए संदेश दिया कि बच्चों के लिए ये गीता महोत्सव के जरिए हमारे पुराणों के बारे में जानेंगे। ये एक अच्छा मनोरंजन का माध्यम है जो अच्छे संदेशों के साथ-साथ महाभारत में जो श्रीकृष्ण ने जीवन जीने की सीख दी उसे जान सकते है।
अपने फिल्मी करियर के बारे में बताते हुए भाग्यश्री ने बताया कि उन्होंने अपनी पहली फिल्म मैनें प्यार किया के बाद शादी कर ली। जिसके बाद उन्हें लगा कि शादी और करियर दोनों को एक साथ चलाना बहुत मुश्किल होगा इसलिए उन्होनें फिल्मों से ब्रेक ले लिया। भाग्याश्री का कहना है कि उन्हें शादी के बाद अपना ज्यादा समय अपने पति के साथ बिताना था।