Kisan Andolan 2 Live Updates : संयुक्त किसान मोर्चा ने आज वीरवार को न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) पर कानून सहित अन्य मांगों को दिल्ली के रामलीला मैदान में किसान-मजदूर महापंचायत का आयोजन किया है। जिसमें केंद्र सरकार को घेरने की तैयारी की जा रही है। महापंचायत में हरियाणा, पंजाब और उत्तर प्रदेश ही नहीं, बल्कि विभिन्न राज्यों से किसान पहुंचे हैं। ऐसे में नोएडा-गाजियाबाद में धारा 144 लगा दी गई है। गाजीपुर बॉर्डर पर पीएसी की 3 कंपनी तैनात की गई है। वहीं दिल्ली के ताजपुर मोड़ से लेकर सोनीपत के जाटी मोड़ कुंडली तक वाहनों की 3 किमी लंबी लाइन लग चुकी है। वाहन रेंग-रेंग कर निकल रहे हैं। राष्ट्रीय राजमार्ग-44 पर केवल एक ही लेन खोली गई है।
गौरतलब है कि दिल्ली के रामलीला मैदान में अपनी मांगों लेकर एकजुट हुए किसानों ने केंद्र सरकार के खिलाफ नारे कर विरोध दर्ज कराया है। साथ ही सरकार से एमएसपी पर जल्द से जल्द कानून लाने की मांग की है। वहीं उत्तर प्रदेश के मेरठ में किसानों को नजरबंद किया गया है। कन्नौज में भाकियू महिला प्रकोष्ठ की जिलाध्यक्ष कुसुम चौहान को दिल्ली जाते समय नजरबंद किया गया है। काशी टोल प्लाजा पर राकेश टिकैत के बेटे गौरव टिकैत को रोका गया। इस दौरान उन्होंने किसानों के साथ हाईवे किनारे पर हुक्का लगाकर चौपाल शुरू कर दी। वहीं डासना में आधी रात ट्रेन को रोकने का मामला सामने आया है। इसके विरोध में किसानों ने ट्रैक जाम करने की कोशिश भी की। बाद में ट्रेन को दिल्ली के लिए रवाना कर दिया गया।

किसान-मजदूर महापंचायत के दौरान भाकियू के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने कहा कि यह सरकार आपको डराने धमकाने की कोशिश करेगी। वाहनों को रास्ते में रोका जा रहा है, लेकिन आप लोग डरे नहीं। इन लोगों की नजर आपकी जमीन पर है। जमीन बचाने के लिए आंदोलन जरूरी है। किसान अपने खर्च चलाने के लिए जमीनें बेच रहा है। किसानों के बच्चे कहते हैं कि खेती में कुछ नहीं बचा।

उन्होंने कहा कि ऐसे में सरकार किसानों को तोड़ने का काम कर रही है, लेकिन हमें अपनी सूझबूझ से बचना होगा। उन्होंने कहा कि आज पंजाब के लोग एक है। पूरा देश पंजाब की तरफ देखता है। उन्होंने जो अत्याचार किसानों पर हुआ है, पूरा देश उनके साथ खड़ा है। संयुक्त किसान मोर्चा ने 6 सदस्यीय कमेटी का गठन किया है, जो जल्द आगामी फैसले लेगी।

गुरनाम चढ़ूनी बोलें गिले-शिकवें दूर कर हुआ समझौता, अब एकजुट होकर लड़ेंगे किसानों की लड़ाई
वहीं किसान महापंचायत को लेकर भारतीय किसान यूनियन चढूनी ग्रुप के राष्ट्रीय अध्यक्ष गुरनाम चढूनी का कहना है कि आज देशभर का किसान एक मंच पर नजर आ रहा है। संयुक्त किसान मोर्चा से समझौता हो चुका है, अब गिले-शिकवे भी दूर हो जाएंगे। गुरनाम सिंह चढूनी ने कहा कि अब एक साथ मिलकर किसानों व मजदूरों के हक की लड़ाई लड़ेंगे। कर्ज के कारण किसान आत्महत्या कर रहे हैं। बेरोजगारी के कारण युवा वर्ग विदेश की ओर पलायन कर रहा है।

गुरनाम सिंह चढूनी ने कहा कि यह लड़ाई किसानों व मजदूरों की मांगों को लेकर है। जब तक किसानों की मांगों को पूरा नहीं किया जाता, तब तक आंदोलन जारी रहेगा। उन्होंने कहा कि मजदूर वर्ग को उसकी भरपूर मजदूरी मिलनी चाहिए। किसानों को फसलों की खरीद का समर्थन मूल्य दिया जाए। फसलों के भाव पर एमएसपी की गारंटी दी जाए। उन्होंने कहा कि जब तक हमारी मांगे नहीं मानी जाएंगी, तब तक यह लड़ाई जारी रहेगी। गुरनाम सिंह चढूनी ने सरकार से अनुरोध किया कि समय रहते किसानों की मांगे पूरी की जाएं। किसानों की कोई अवैध मांगे नहीं हैं। हम केवल जिंदा रहने के लिए ही सब कुछ मांग रहे है। उन्होंने पंजाब के जत्थेबंदियों से भी अनुरोध किया कि सभी एक मंच पर आकर किसानों के आंदोलन का भागीदारी बनें।

किसान संगठन आज दिल्ली के रामलीला मैदान में तैयार करेंगे रणनीति
हरियाणा-पंजाब के शंभू, खनौरी और डबवाली बॉर्डर पर अपनी मांगों को लेकर किसानों का 31 दिन से धरना प्रदर्शन जारी है। संयुक्त किसान मोर्चा (गैर राजनीतिक) के आह्वान पर आज वीरवार को दिल्ली के रामलीला मैदान में किसान-मजदूर महापंचायत होने जा रही है। भारतीय किसान यूनियन शहीद भगत सिंह के प्रेसिडेंट अमरदीप सिंह मोहड़ी ने बताया है कि महापंचायत में देशभर से 400 से अधिक किसान संगठन भाग लेंगे।
महापंचायत में मोदी सरकार की नीतियों के खिलाफ लड़ाई तेज करने का प्रस्ताव पारित किया जाएगा। वहीं दिल्ली पुलिस प्रशासन ने किसान-मजदूर महापंचायत की अनुमति दे दी है। बताया जा रहा है कि कड़ी शर्तों के बीच रामलीला मैदान में महापंचायत की इजाजत दी गई है।

शुभकरण के गांव से अस्थियों का कलश लाकर कलश यात्रा निकालने का ऐलान
वहीं किसान संगठनों ने हरियाणा और पंजाब सहित अन्य राज्यों में युवा दिवंगत किसान शुभकरण के गांव से अस्थियों का कलश लाकर कलश यात्रा निकालने का ऐलान किया है। साथ ही आह्वान किया गया है कि 22 मार्च को हिसार और 31 मार्च को अंबाला की मोहड़ा अनाज मंडी में शहीदी समागम का आयोजन किया जाएगा। उधर भारतीय किसान यूनियन संयुक्त मोर्चा के आह्वान पर आज वीरवार को दिन निकलते ही किसान ट्रैक्टर ट्रॉली, निजी वाहनों और ट्रेनों से दिल्ली जाने के लिए रवाना होने लगे हैं।

किसान दिल्ली रामलीला मैदान में आयोजित हो रही महापंचायत में शामिल होने जा रहे हैं। बताया जा रहा है कि बुधवार रात पुलिस ने कई किसान नेताओं को अलग-अलग स्थान पर नजरबंद भी किया गया है। किसानों को रोकने के लिए हाईवे से लेकर टोल प्लाजा सहित अन्य स्थानों पर पुलिस बल तैनात है। शांतिपूर्ण ढंग से पुलिस किसानों को रोककर वापस लौटा रही है।
दिल्ली पुलिस ने व्यापक सुरक्षा व्यवस्था के किए प्रबंध
उधर किसान-मजदूर महापंचायत को लेकर दिल्ली पुलिस ने व्यापक सुरक्षा व्यवस्था के प्रबंध किए हैं। हालांकि दिल्ली पुलिस अधिकारियों की ओर से बुधवार को ही बयान जारी किया गया था कि महापंचायत के चलते 14 मार्च को ट्रैफिक जाम हो सकता है। पुलिस ने किसानों को 14 मार्च को रामलीला मैदान में महापंचायत आयोजित करने और नगर निगम में प्रशासन के सहयोग से पार्किंग स्थान और पानी, शौचालय और एम्बुलेंस जैसी अन्य बुनियादी सुविधाओं की व्यवस्था करने के लिए एनओसी दे दी है। वहीं किसान दिल्ली के रामलीला मैदान में एकत्रित होना शुरू हो गए हैं। आज होने वाली महापंचायत में किसान संगठन कोई बड़ा निर्णय ले सकते हैं।