हरियाणा सरकार ने 4000 युवाओं को इजराइल भेजने का निर्णय लिया है। इन युवाओं को रोहतक की महर्षि दयानंद यूनिवर्सिटी में ट्रेनिंग देने का भी एलान किया गया है, जिसके बाद उन्हें विदेश में नौकरी मिलेगी। इन युवाओं को 1.37 लाख सैलरी दी जाएगी। हरियाणा कौशल रोजगार निगम इस कार्यक्रम की जिम्मेदारी संभालेगा।
हरियाणा में 7 देशों से 13294 पदों के लिए भारतीय युवाओं की मांग है। उनके लिए पद, योग्यता, और सैलरी सार्वजनिक हैं, ताकि इच्छुक युवा पंजीकरण कर सकें। यह पहली फेज है, जिसके बाद सरकार और भी वैकेंसी निकालेगी। मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने इसे पुष्टि की है। यूवाओं को विदेश भेजने के लिए हरियाणा कौशल रोजगार निगम को जिम्मेदारी मिली है। इसके लिए विदेश सहयोग विभाग हरियाणा और केंद्र की एजेंसी सहायता करेंगी। हरियाणा कौशल रोजगार निगम लाइसेंस प्राप्त करने की प्रक्रिया में है।
हरियाणा के युवा विदेश में नौकरी की तलाश में अवैध तरीके से जा रहे हैं, जिससे उन्हें ठगा जा रहा है। हरियाणा पुलिस इस पर कार्रवाई कर रही है, लेकिन सरकार ने युवाओं को सुरक्षित रूप से विदेश भेजने के लिए लाइसेंस प्रणाली को शुरू कर दिया है। इससे युवा ठगी से बच सकते हैं। हरियाणा के युवा से यूके और अन्य छह देशों ने विभिन्न पदों के लिए डिमांड की है। यूके में 2500 हेल्थकेयर नर्स की आवश्यकता है और इसके लिए उन्हें विभिन्न योग्यताएं होनी चाहिए। वेतन 28000 से 29000 पौंड प्रति वर्ष होगा। इसके अलावा इजराइल में 10000 कंस्ट्रक्शन वर्कर्स की डिमांड है और उन्हें महीने को 1.37 लाख तक की सैलरी मिलेगी। यूके और इजराइल के अलावा फिनलैंड, जापान, उज्बेकिस्तान और यूएई में भी विभिन्न पदों के लिए वैकेंसी निकली है।
13294 रिक्तियों की आई डिमांड
हरियाणा में 7 देशों से 13294 पदों के लिए भारत के युवाओं की ओर से डिमांड आई है। इसके लिए पज, योग्यता और वेतन सार्वजनिक कर दिया गया है। ताकि विदेश जाने के इच्छुक युवा पंजीकरण करा सकें। एचकेआरएन ही एच्छुक युवाओं को विदेश भेजेगा। फिलहाल इसके लिए हरियाणा का विदेश सहयोग विभाग और केंद्रीय एजेंसियां मिलकर काम करंगी। इसके अलावा, एचकेआरएन लाइसेंस प्राप्त करने की प्रक्रिया में लगा हुआ है। संभावना है कि वह प्रक्रिया जल्द ही पूरी कर ली जायेगी।
अभी युवा अवैध तरीके से जा रहे विदेश
नौकरी की तलाश में विदेश जाने वाले हरियाणा के युवा इस समय अवैध तरीके से जा रहे है। जिससे उन्हें भेजने वाले ठगे जा रहे है। हरियाणा पुलिस भी ऐसे जालसाजों पर शिकंजा कस रही है। लेकिन अब हरियाणा के युवाओं के ठगे जाने की संभावना कम हो सकती है। इन सबको देखते हुए निगम ने खुद ही विदेस भेजने के लिए जरुरी लाइसेंस लेने की प्रक्रिया शुरु कर दी है। लाइसेंस मिलते ही निगम इच्छुक युवाओं को विदेश भेजना शुरु कर देगा। इससे युवा धोखाधड़ी का शिकार होने से बच जायेंगे।
युके इजराइल ने भेजी डिमांड
ब्रिटेन समेत सात देशों ने हरियाणा के युवाओं की मांग की है। ब्रिटेन में 2500 हेल्थकेयर नर्सों की जरुरत है। इनका वेतन 28000 से 29000 पाउंड प्रति वर्ष होगा। इसके लिए बीएससी नर्सिंग प्रोग्राम, जीएनएम, एक साल का अनुभव और आईईएलटीएस होना चाहिए। आयु 45 वर्ष से कम होना चाहिए और कंपना पहले दो महीने के लिए चिकित्सा बीमा और मुफ्त आवास प्रदान करेगी।
वेतन 1.37 लाख रुपये प्रति माह तक
इसी तरह इजराइल में भी 10,000 निर्माण श्रमिकों की मांग की गई है। फेमवर्क, शटरिंग, बढई, सेरेमिक टाइल, यार्न बेडिंग का काम करने वाले लोगों की जरुरत है। इसके लिए वेतन 1,37000 रुपये प्रति माह होगा। दसवीं पास, तीन साल का अनुभव, उम्र 25 से 45 साल होनी चाहिए। ओवरटाइम भी मिलेगा।
इन देशों में निकली है वैकेंसी
यूके और इजराइल के अलावा फिनलैंड को 50 स्वास्थय देखभालकर्ताओं की आवश्यकता है। सैलरी करीब 1.90 लाख रुपये प्रति माह होगी। जापान आतिथ्य श्रेत्र में 20 रेस्तरां कर्मचारियों की आवश्यकता है। आपको हर महीने 2.40 लाख येन मिलेंग। उज्बेकिस्तान को 100 स्ट्रक्चरल फिटर, फैब्रिकेटर, 100 सहायक स्ट्रक्चरल फिटर, 100 स्ट्रक्चरल सुपरवाइजर, 50 बैंडसॉ कटिंग मशीन ऑपरेटर की आवश्यकता है। यूएई को 200 भारी बस चालक, 95 हल्के बस चालक, 50 महिला हाउसकीपिंग अटेंडेंट, 20 महिला क्लीनर, 13 महिला रेजिडेंट तकनीशियनों की आवश्यकता है।