● ग्राहकों की फिक्स्ड डिपॉजिट और खातों से लाखों रुपये गायब, आईपीएल सट्टेबाजी में लगाने का शक
● बैंक कर्मचारियों पर फर्जी क्रेडिट कार्ड, अवैध ऑनलाइन ट्रांसफर और खुद से जारी चेक से निकासी का आरोप
● स्थानीय पुलिस पर कार्रवाई न करने का आरोप, पीड़ितों को जिला प्रशासन से कराना पड़ा हस्तक्षेप
HDFC Bank Fraud: मध्य प्रदेश के बैतूल जिले से एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जहां HDFC बैंक के कुछ कर्मचारियों पर ग्राहकों के खातों और फिक्स्ड डिपॉजिट (FD) से लाखों रुपये गबन करने का आरोप लगा है। पीड़ितों का दावा है कि बैंक अधिकारियों ने उनकी जमापूंजी को गैरकानूनी तरीके से निकाल लिया और आशंका जताई जा रही है कि इन पैसों का इस्तेमाल आईपीएल सट्टेबाजी में किया गया है।
बैंक की इस शाखा पर पहले भी अनियमितताओं के आरोप लग चुके हैं, लेकिन इस बार मामला गंभीर है। अब तक छह ग्राहकों ने शिकायत दर्ज कराई है, जिसमें फर्जी क्रेडिट कार्ड जारी करना, स्वयं द्वारा चेक जारी कर पैसे निकालना और अवैध ऑनलाइन ट्रांजेक्शन जैसे आरोप शामिल हैं।
पीड़ितों की शिकायत: शादी के लिए रखी FD से 5 लाख रुपये गायब
एक पीड़ित ने बताया कि उसने अपनी बेटी की शादी के लिए 5 लाख रुपये की फिक्स्ड डिपॉजिट कर रखी थी, लेकिन जब उसने बैलेंस चेक किया, तो पूरी रकम गायब थी। अन्य ग्राहकों ने भी इसी तरह अपने खातों से बिना अनुमति पैसे निकालने और फर्जी क्रेडिट कार्ड से लेनदेन की शिकायत की है।
ग्राहकों का कहना है कि उन्होंने जब बैंक से इस मामले में जवाब मांगा, तो उन्हें संतोषजनक उत्तर नहीं मिला। इसके बाद उन्होंने पुलिस में शिकायत दर्ज कराने की कोशिश की, लेकिन स्थानीय पुलिस ने पहले मामला दर्ज करने से इनकार कर दिया। मजबूर होकर पीड़ितों को जिला प्रशासन से हस्तक्षेप की मांग करनी पड़ी।
पहले भी लगे हैं बैंक पर ऐसे आरोप
बैतूल स्थित HDFC बैंक शाखा पर यह पहला मामला नहीं है। इससे पहले भी इस बैंक पर वित्तीय अनियमितताओं के आरोप लगे थे, लेकिन अब तक कोई सख्त कार्रवाई नहीं की गई। पीड़ितों का कहना है कि यदि समय रहते इस पर अंकुश नहीं लगाया गया, तो आगे भी कई और ग्राहक इस धोखाधड़ी का शिकार हो सकते हैं।
ओडिशा में भी हुआ था बड़ा बैंकिंग घोटाला
यह अकेला मामला नहीं है। हाल ही में ओडिशा में गुप्ता पावर इंफ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड द्वारा बैंक ऑफ इंडिया से 226.84 करोड़ रुपये और पंजाब नेशनल बैंक से 270.57 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी की घटना सामने आई थी।
पीड़ितों की मांग: पैसे की वापसी और सख्त कार्रवाई
पीड़ित ग्राहक प्रशासन से मांग कर रहे हैं कि उनके पैसे की वापसी सुनिश्चित की जाए और दोषी बैंक कर्मचारियों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई हो। अब देखना यह होगा कि बैंक और प्रशासन इस पर क्या कदम उठाते हैं।

