PRS Oberoi : भारत के आतिथ्य-सत्कार उद्योग में बड़ा योगदान देने वाले पृथ्वी राज सिंह ओबेरॉय का आज सुबह निधन हो गया। ओबेरॉय ग्रुप के मानद चेयरमैन पीआरएस ओबेरॉय को भारत की हॉस्पिटलिटी इंडस्ट्री में बड़ा नाम माना जाता रहा है। ग्रुप की एक प्रवक्ता ने आज सुबह उनके निधन की जानकारी साझा की।
ओबेरॉय ग्रुप ऑफ होटल्स के मानद चेयरमैन पृथ्वी राज सिंह ओबेरॉय का मंगलवार सुबह निधन हो गया। वह 94 साल के थे। भारत में होटल बिजनेस को नई दिशा देने में उन्होंने अहम भूमिका निभाई थी। ओबेरॉय का अंतिम संस्कार शाम 4 बजे कापसहेड़ा के ओबेरॉय फार्म में होगा। पृथ्वी राज सिंह ने वर्ष 2002 में अपने पिता के निधन के बाद ओबेरॉय ग्रुप की कंपनी EIH लिमिटेड के चेयरमैन पद का कार्यभार संभाला था। वह वर्ष 2013 तक EIH लिमिटेड के CEO रहे। मई 2022 में ओबेरॉय ने EIH के चेयरमैन और डायरेक्टर के रूप में अपना पद छोड़ा था। वर्ष 2008 में उन्हें भारत के दूसरे सर्वोच्च नागरिक सम्मान पद्म विभूषण से सम्मानित किया गया था।

ग्रुप मेंबर और जानने वाले होंगे अंतिम संस्कार में शामिल
कंपनी ने एक आधिकारिक बयान में बताया गया है कि पृथ्वी राज सिंह ओबेरॉय का अंतिम संस्कार मंगलवार शाम में 4 बजे होगा। अंतिम संस्कार कापसहेड़ा में स्थित भगवंती ओबेरॉय चैरिटेबल ट्रस्ट, ओबेरॉय फॉर्म में होगा। कंपनी का कहना है कि ओबेरॉय ग्रुप का कोई भी व्यक्ति या पीआरएस ओबेरॉय को जानने वाला अंतिम संस्कार में हिस्सा ले सकता है। समूह के सभी होटलों और कॉरपोरेट ऑफिस में भी उनकी आत्मा की शांति के लिए प्रार्थनाएं की जाएंगी।

आज इंडस्ट्री के कई ब्रांड्स का हैं हिस्सा
पृथ्वी राज सिंह ओबेरॉय का मानना था कि लोग किसी भी संगठन के सबसे वैल्यूएबल एसेट हैं। हॉस्पिटैलिटी चेन में क्लालिटी के महत्व को पहचानते हुए उन्होंने 1967 में नई दिल्ली में द ओबेरॉय सेंटर ऑफ लर्निंग एंड डेवलपमेंट की स्थापना की थी। यहां से कई टॉप होटल एग्जीक्यूटिव्स ने ग्रेजुएशन किया है। वो आज इंडस्ट्री के कई ब्रांड्स का हिस्सा हैं।
भारत सहित अन्य देशों में भी ओबेरॉय ग्रुप के होटल
EIH लिमिटेड (पूर्व में ईस्ट इंडिया होटल्स) और EIH एसोसिएटेड होटल्स लिमिटेड ओबेरॉय ग्रुप की दो लिस्टेड कंपनियां हैं। ग्रुप वर्तमान में ओबेरॉय होटल्स एंड रिसॉर्ट्स के लक्जरी ब्रांड के तहत 20 होटल्स और ट्राइडेंट होटल्स ब्रांड के तहत दस 5 स्टार प्रॉपर्टीज का मालिक है। इसके अलावा ग्रुप क्लार्क्स होटल, शिमला और मेडेन्स होटल, नई दिल्ली को भी मैनेज करता है। ग्रुप के पास मिस्र में दो लक्जरी क्रूजर भी है। ओबेरॉय होटल्स एंड रिजॉर्ट भारत के अलावा इंडोनेशिया, यूएई, मॉरिशश, सऊदी अरब, इजिप्ट, मोरोक्को जैसे देशों में है।

पृथ्वी राज सिंह ओबेरॉय को यह श्रेय
पृथ्वी राज सिंह ओबेरॉय होटल इंडस्ट्री के ओबेरॉय ग्रुप के मानद चेयरमैन के अलावा ग्रुप की फ्लैगशिप कंपनी ईआईएच लिमिटेड के एक्सीक्यूटिव चेयरमैन भी थे। वह ईआईएच लिमिटेड की मेजॉरिटी शेयरहोल्डर कंपनी ओबेरॉय होटल्स प्राइवेट लिमिटेड के भी चेयरमैन थे। उन्हें भारतीय होटल इंडस्ट्री का बड़ा नाम माना जाता है। उन्हें भारत में होटल इंडस्ट्री का रंग-रूप बदलने का श्रेय दिया जाता है।
कंपनी की वेबसाइट के मुताबिक पीआरएस ओबेरॉय मानते थे कि किसी भी ऑर्गेनाइजेशन की सबसे कीमती संपत्ति उसके लोग होते हैं। वह हॉस्पिटलिटी मैनेजमेंट में क्वालिटी को काफी महत्व मानते थे। कंपनी ने बयान में कहा कि मानद चेयरमैन के निधन की खबर से हर कोई दुखी है। उनका निधन ओबेरॉय ग्रुप के लिए और भारत व पूरी दुनिया की हॉस्पिटलिटी इंडस्ट्री के लिए बड़ी क्षति है।

भारत में शुरुआती पढ़ाई के बाद ब्रिटेन और स्विट्जरलैंड में प्राप्त की उच्च शिक्षा
पृथ्वी राज सिंह ओबेरॉय की अगुवाई में ओबेरॉय समूह ने देश के कई शहरों में लग्जरी होटलों की शुरुआत की है। वह ओबेरॉय ग्रुप के संस्थापक राय बहादुर एमएस ओबेरॉय के बेटे थे। जिनका जन्म 3 फरवरी 1929 को दिल्ली में हुआ। उनके पिता राय बहुदुर मोहन सिंह ओबेरॉय ‘द ओबेरॉय ग्रुप’ के फाउंडर है। पृथ्वी राज सिंह को बिकी नाम से भी जाना जाता था। उन्होंने भारत में शुरुआती पढ़ाई करने के बाद ब्रिटेन और स्विट्जरलैंड से उच्च शिक्षा प्राप्त की थी।
ओबेरॉय की वर्ष 1959 में गुड्डी से शादी हुई। इसके बाद वह एक बेटे विक्रम और एक बेटी नताशा के पिता बनें। नताशा शादी के बाद ऑस्ट्रेलिया में अपने परिवार के साथ रह रही हैं। पृथ्वी राज ने 2011 में घोषणा की है कि उनका बेटा विक्रम ओबेरॉय साम्राज्य का उत्तराधिकारी होगा। उनके भतीजे (बड़े भाई तिलक राज के बेटे) अर्जुन ओबेरॉय होटल बिजनेस के मैनेजमेंट में मदद करेंगे।

कई पुरस्कारों से हो चुके थे सम्मानित
पृथ्वी राज सिंह ओबेरॉय को इंडस्ट्री में उनके अमूल्य योगदान के लिए कई पुरस्कारों से भी सम्मानित किया गया था। ओबेरॉय को वर्ष 2008 में देश का दूसरा सबसे बड़ा नागरिक सम्मान पद्म विभूषण दिया गया था। वर्ष 2010 में कॉरपोरेट होटलियर ऑफ दी वर्ल्ड अवार्ड और कई लाइफटाइम अचीवमेंट अवार्ड ओबेरॉय को प्रदान किया गया। बता दें कि पृथ्वी राज सिंह की नेटवर्थ करीब 4 हजार करोड़ रुपये थी।
भारत-पाक युद्ध के दौरान पाकिस्तान ने ले लिए थे 4 होटल, नहीं मिले वापस
पृथ्वी राज सिंह ने अपने पिता राय बहादुर ओबेरॉय से होटल बिजनेस की बारीकियां सीखीं थी। वह स्कूली पढ़ाई के बाद अपने पिता के कहने पर होटल में काम करने के लिए यूरोप चले गए। कुछ सालों बाद भारत लौटे। द ओबेरॉय ग्रैंड में काम से पहले मेडेंस होटल में काम किया। वर्ष 1960 के दशक में पाकिस्तान में ग्रुप के चार होटलों की अतिरिक्त जिम्मेदारी दी गई थी। वर्ष 1965 में भारत-पाक युद्ध के दौरान पाकिस्तान ने यह होटल ले लिए और कभी वापस भी नहीं किए। वर्ष 1965 में द ओबेरॉय इंटरकांटिनेंटल नाम से ग्रुप ने भारत का पहला मॉडर्न होटल खोला।

