पैकेट बंद खाद्य उत्पादों को लेकर इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (ICMR) ने बड़ी चेतावनी जारी की है। ICMR ने कहा है कि बाजारों में मिलने वाले पैकेज्ड जूस और ड्रिंक्स हमें सेहतमंद बनाने की जगह और अधिक बीमार कर रहे हैं। यही कारण है कि फलों के मुकाबले बाजार में ये आपको अधिक सस्ते दामों पर मिलते हैं।
हेल्थ बॉडी का कहना है कि पैकेज्ड फू़ड के लेबल को देखकर अगर इनका इस्तेमाल किया जा रहा है, तो सावधान हो जाइए। इन पर लिखे अधिकतर दावे भ्रामक और झूठे हो सकते हैं। यहीं नहीं आईसीएमआर का ये भी कहना है कि बाजारों में शुगर फ्री बताकर जो भी चीजें बेची जा रही हैं, असल में वो एक बड़ा धोखा हो सकता है, क्योंकि रिसर्च से इस बात का खुलासा हुआ है कि ऐसे उत्पादों में कंपनियां रिफाइंड फैट, प्योरीफाइड आर्टिफिशियल न्यूट्रिएंट्स और यहां तक कि शुगर तक का इस्तेमाल करती हैं।
आईसीएमआर के मुताबिक कंपनियां पैकेज्ड फूड पर जो भी दावे करती हैं, असल में वो लोगों के ध्यान को आकर्षित करने के लिए किए जाते हैं, ताकि लोग ज्यादा से ज्यादा इसकी ओर आकर्षित हो सकें। हालांकि खाद्य पदार्थों की शुद्धता को सुनिश्चित करने के लिए फूड सेफ्टी स्टैंडर्ड अथॉरिटी ऑफ इंडिया(FSSAI) ने काफी कड़े नियम बना रखे हैं, बावजूद इसके पैकेज्ड फूट के लेबल पर छपी जानकारियां भ्रामक और झूठी हो सकती हैं।