संसद सत्र(Parliament session) का सोमवार को छठा दिन रहा। सत्र की शुरुआत में स्पीकर ने विपक्ष के स्थगन प्रस्ताव को खारिज कर दिया, जिस पर विपक्ष ने हंगामा(opposition created ruckus) शुरू कर दिया। सत्र की शुरुआत में विभिन्न देशों के नेताओं के निधन पर शोक जताया गया और टीम इंडिया की टी-20 वर्ल्ड कप में जीत पर खुशी व्यक्त की गई।
बता दें कि राज्यसभा में नेता विपक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे(Mallikarjun Kharge) ने RSS की विचारधारा को देश के लिए खतरनाक बताया। इस पर सभापति जयदीप धनखड़ ने कहा कि RSS देश के लिए काम करती है और इसमें अच्छे लोग जुड़े हैं। खड़गे ने फिर कहा कि RSS की विचारधारा मनुवादी है। इसके बाद राज्यसभा में नेता सदन जेपी नड्डा ने खड़गे के बयान को कार्यवाही से हटाने की मांग की, जिसे धनखड़ ने स्वीकार कर लिया और खड़गे के बयान को कार्यवाही से हटा दिया। सत्र के दौरान लोकसभा और राज्यसभा दोनों में लंच ब्रेक हुआ। लोकसभा की कार्यवाही दोपहर 2 बजे और राज्यसभा की कार्यवाही दोपहर 2:15 बजे दोबारा शुरू हुई।

वहीं लंच ब्रेक के बाद राज्यसभा में मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि विपक्षी दल आम आदमी की बात करते हैं, जबकि प्रधानमंत्री मोदी सिर्फ अपने मन की बात करते हैं। खड़गे ने आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री मोदी(PM Modi) सिर्फ नारे देने में माहिर हैं और मणिपुर के मुद्दे पर ध्यान नहीं दे रहे। उन्होंने कहा कि मणिपुर जल रहा है, लेकिन सरकार उस पर ध्यान नहीं दे रही। उन्होंने यह भी कहा कि जब वे और अन्य विपक्षी नेता मणिपुर के मुद्दे पर सरकार से ध्यान देने की बात करते हैं, तो सरकार सुनती नहीं है। खड़गे ने आगे कहा कि अब RSS प्रमुख मोहन भागवत भी कह रहे हैं कि मणिपुर जल रहा है, तो सरकार को उनकी ही बात सुननी चाहिए।

RSS की विचारधारा मनुवादी
खड़गे ने RSS की विचारधारा को देश के लिए खतरनाक बताया। इस पर सभापति जयदीप धनखड़ ने कहा कि RSS देश के लिए काम करती है और इसमें अच्छे लोग जुड़े हैं। खड़गे ने फिर कहा कि RSS की विचारधारा मनुवादी है। इसके बाद राज्यसभा में नेता सदन जेपी नड्डा ने खड़गे के बयान को कार्यवाही से हटाने की मांग की, जिसे धनखड़ ने स्वीकार कर लिया और खड़गे के बयान को कार्यवाही से हटा दिया।

सरकार की नीतियों पर उठे सवाल
इस बीच संसद सत्र के दौरान कई अन्य महत्वपूर्ण मुद्दों पर भी चर्चा हुई। विपक्ष ने सरकार की नीतियों और उनके कार्यान्वयन पर सवाल उठाए। विपक्ष ने आरोप लगाया कि सरकार आम जनता की समस्याओं पर ध्यान नहीं दे रही और सिर्फ अपने एजेंडे को आगे बढ़ा रही है। विपक्ष ने सरकार से मांग की कि वह देश के महत्वपूर्ण मुद्दों पर खुलकर चर्चा करे और समाधान निकाले। उन्होंने कहा कि सरकार को देश की जनता की आवाज़ सुननी चाहिए और उनके हित में काम करना चाहिए।

हर मुद्दे पर चर्चा के लिए तैयार
सरकार ने विपक्ष के आरोपों का खंडन करते हुए कहा कि वह देश के विकास और जनता के कल्याण के लिए प्रतिबद्ध है। सरकार ने कहा कि वह हर मुद्दे पर चर्चा के लिए तैयार है और हर संभव प्रयास कर रही है कि देश की जनता की समस्याओं का समाधान निकाला जा सके। संसद सत्र में विपक्ष और सरकार के बीच तीखी बहस और तकरार के बावजूद, कुछ महत्वपूर्ण विधेयकों पर भी चर्चा हुई और उन्हें पारित किया गया। सत्र के दौरान, विभिन्न मुद्दों पर विचार-विमर्श हुआ और देश के विकास और प्रगति के लिए आवश्यक कदम उठाने पर जोर दिया गया।