Breaking News : दिल्ली के स्कूलों में बम होने का मामला अभी पूरी तरह से शांत भी नहीं हुआ था कि पुलिस को राजधानी के एक इलाके में बम होने की सूचना मिली। जिसके बाद दिल्ली पुलिस के हाथ-पांव फूल गए। बताया जा रहा है कि दिल्ली पुलिस को एक ईमेल मिली। जिसमें Nangloi में बम होने की बात बताई गई। सूचना के बाद दिल्ली पुलिस ने आनन-फानन में जांच शुरू की। जब पुलिस ईमेल भेजने वाले तक पहुंची तो सच्चाई सामने आई। जिससे दिल्ली पुलिस भी हैरान रह गई।
मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो दिल्ली पुलिस के कमिश्नर संजय अरोड़ा की आईडी पर एक ईमेल भेजा गया। जिसमें लिखा था कि दिल्ली के नांगलोई इलाके में एक बम प्लांट किया गया है। यह ईमेल मिलने के बाद दिल्ली पुलिस हरकत में आ गई। जिससे पुलिस की बेचैनी बढ़ गई। इसके बाद बॉम्ब स्क्वॉयड और दिल्ली पुलिस ने मामले में गंभीरता दिखाते हुए कार्रवाई शुरू की। पुलिस ने कार्रवाई करते हुए पाया कि यह एक फर्जी कॉल है। जिसके बाद पुलिस ने ईमेल भेजने वाले आरोपी को काबू किया। उसकी काउंसलिंग करने के बाद आरोपी नाबालिग को उसके परिजनों को हैंडओवर कर दिया गया। पुलिस पूछताछ के दौरान नाबालिग ने बताया कि उसने शरारत के तौर पर दिल्ली पुलिस को यह मेल भेजा था। जिसके बाद पुलिस ने राहत की सांस ली।

पुलिस सूत्रों की मानें तो बम की जांच करते हुए पुलिस ने एक नाबालिग को पकड़ा। नाबालिग को दिल्ली पुलिस मुख्यालय को एक ईमेल भेजने के आरोप में पकड़ा गया है। जिसमें कहा गया था कि बाहरी दिल्ली के नांगलोई इलाके में बम लगाया गया है। पुलिस ने शुक्रवार को इस मामले में जानकारी दी। पुलिस ने बताया कि इलाके की अच्छी तरह जांच करने के बाद ईमेल भेजने वाले को पकड़ा गया, जो एक नाबालिग है। पुलिस का कहना है कि नाबालिग को उसके माता-पिता को सौंपने से पहले उसकी काउंसलिंग करवाई गई।

बता दें कि दिल्ली पुलिस मुख्यालय मध्य दिल्ली में जयसिंह रोड पर नांगलोई से लगभग 18 किलोमीटर दूर है। मुख्यालय ने एक बयान में कहा कि ईमेल भेजने वाला लड़का एक अपरिपक्व बच्चा है, इसलिए उसके हित में और किशोर न्याय अधिनियम का अनुपालन करते हुए उसकी पहचान का विवरण साझा नहीं किया जा सकता। पुलिस का कहना है कि ईमेल शरारत के तौर पर भेजा गया था। उचित काउंसलिंग के बाद किशोर को उसके माता-पिता को सौंप दिया गया।