हरियाणा के जींद जिले में रविवार रात करीब 12 बजे दिल्ली की स्पेशल टीम ने संसद के बाहर प्रदर्शन करने वाली नीलम के घर पहुंची। गांव घसो खुर्द में टीम ने नीलम के कमरे की छानबीनी की। जिसमें उचाना थाना पुलिस भी शामिल रही। टीम ने नीलम के कमरे से बैंक अकाउंट की कॉपी और कुछ किताबें जमा कीं। स्थानीय पुलिस समेत 15-20 सदस्यों की इस टीम ने मीडिया से दूर रहकर तथा कुछ बयान नहीं देकर कार्रवाई की।

नीलम के भाई रामनिवास ने बताया कि टीम उनके पूरे परिवार को सोते हुए ही उठाकर नीलम के कमरे की तलाशी लेने आई, जिसमें वहां से 2-3 बैंक अकाउंट की कॉपी और कुछ किताबें ले गई। डायरी में नीलम के दोस्तों के नंबर भी थे, और किताबें महापुरुषों, किसान आंदोलन और सरकार की नीतियों से संबंधित थीं। टीम ने परिवार से मिलने की बात करते हुए कहा कि मिलाने के लिए कोर्ट का सहारा लेना होगा और इसके बाद 15-20 मिनट के बाद टीम ने स्थान छोड़ा। नीलम के परिवार ने बताया कि वह पूर्व में हिसार के पीजी में रह रही थी और उसने किसी से ज्यादा बात नहीं की थी। उसने कॉम्पिटिटिव एग्जाम की तैयारी कर रही थी और किसान आंदोलन में भी सक्रिय रूप से शामिल थी।

सरकारी नौकरी की परीक्षा की कर रही थी तैयारी
नीलम के भाई के अनुसार उसका करियर का मार्ग बनाए रखने के लिए वह हरियाणा सिविल सर्विस एग्जाम और हरियाणा शिक्षक पात्रता परीक्षा की तैयारी कर रही थी। नीलम का परिवार और स्थानीय लोग उसे एक सकारात्मक और करियर को बढ़ावा देने वाले व्यक्ति के रूप में जानते हैं और उन्होंने उसे किसी भी अनैतिक कार्य का आरोप लगाने का प्रयास किया गया है।