kaangres kee ultee bahane lagee ganga, apane hee karane lage kinaara

कांग्रेस की उल्टी बहने लगी गंगा, अपने ही करने लगे किनारा, दीपेंद्र हुड्डा की साली ज्योति मिर्धा भाजपा में शामिल, नागौर से मिल सकती है टिकट

देश पंचकुला बड़ी ख़बर राजनीति

कांग्रेस की गंगा उल्टी दिशा में बहना शुरू हो गई है और अपने नेता ही पार्टी से किनारा करते हुए कांग्रेस को अलविदा कहने लगे हैं। हरियाणा कांग्रेस के राज्यसभा सांसद और पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा के बेटे दीपेंद्र हुड्डा की साली डॉ. ज्योति मिर्धा ने कांग्रेस पार्टी को अलविदा कहते हुए भाजपा का दामन थाम लिया है। डॉ. ज्योति दिल्ली भाजपा मुख्यालय में भाजपा पार्टी शामिल हुई। बता दें कि डॉ. ज्योति मिर्धा मारवाड़ के ताकतवर सियासी परिवार से संबंध रखती हैं और राजस्थान के नागौर से कांग्रेस सांसद रह चुकी हैं।

दीपेंद्र हुड्डा की साली डॉ. ज्योति कांग्रेस के दिग्गज नेता रहे नाथूराम मिर्धा की पोती हैं। पिछले लोकसभा चुनाव में ज्योति मिर्धा कांग्रेस से चुनाव लड़ी थी, लेकिन एनडीए के उम्मीदवार हनुमान बेनीवाल से हार गई थीं। हनुमान बेनीवाल भाजपा के साथ गठबंधन करके चुनाव लड़े थे। अब उनका भाजपा से गठबंधन टूट चुका है। भाजपा को नागौर से मजबूत चेहरे की तलाश थी। वहीं ज्योति के भाजपा में शामिल होने के बाद कयास लगाए जा रहे है कि भाजपा उन्हें नागौर लोकसभा सीट से चुनाव में उतार सकती है। उधर सेवानिवृत्त आईपीएस ने भी भाजपा का दामन थाम लिया है। सवाई सिंह कांग्रेस के टिकट पर खींवसर से चुनाव लड़ चुके हैं। सवाई सिंह और डॉ. ज्योति मिर्धा के भाजपा में शामिल होने से मारवाड़ में पार्टी को हनुमान बेनीवाल की काट मिल गई है।

ज्योति 1

पीएम के रूप में भाजपा को निर्णायक नेतृत्व मिला, कांग्रेस ने हमारी नहीं सुनी

Whatsapp Channel Join

डॉ. ज्योति मिर्धा का कहना है कि उन्होंने जब कांग्रेस पार्टी में अपने राजनीतिक करियर की शुरुआत की तो उन्हें 2009-14 तक सांसद बनने का मौका मिला था। इसके बाद से अंतरराष्ट्रीय स्तर से लेकर देश और मेरे निर्वाचन क्षेत्र तक परिस्थितियां काफी बदल गईं हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जो कुशल नेतृत्व दिया, उससे भाजपा को एक निर्णायक नेतृत्व मिला है। इसके बाद हमने पिछले कुल समय में कांग्रेस में अपनी बात रखी तो उनकी कभी सुनवाई नहीं हुई। जिससे कांग्रेस विपरीत दिशा में चल रही है। ऐसे में कार्यकताओं का तो कहीं नंबर ही नहीं है। जिससे उनके समर्थकों में भी रोष था। अब डॉ. ज्योति मिर्धा भाजपा में आने के बाद एक नए राजनीतिक करियर की शुरुआत करना चाहती हैं।

ज्योति 33

कार्यकर्ताओं की अनदेखी और कांग्रेस के गलत दिशा में जाने का उठाया मुद्दा

कांग्रेस की पूर्व सांसद डॉ. ज्योति मिर्धा दिल्ली भाजपा मुख्यालय में भाजपा पार्टी में शामिल हुई। उन्होंने कांग्रेस में कार्यकर्ताओं की अनदेखी करने और उसके गलत दिशा में जाने का मुद्दा उठाया है। ज्योति ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि हम राष्ट्र निर्माण में अहम भूमिका निभाना चाहते हैं, लेकिन मुझे कांग्रेस में इसके अवसर कम दिखाई दे रहे थे। डॉ. ज्योति मिर्धा ने कहा कि महिला अत्याचार, कानून व्यवस्था को लेकर आज जो स्थिति राजस्थान में है, वह ठीक नहीं है। हमारे खुद के कार्यकर्ताओं की अनदेखी हो रही थी। कई लोग ऐसी घुटन महसूस कर रहे थे, उन्होंने कांग्रेस का परिवार छोड़कर भाजपा का दामन थामा है।

मिर्धा परिवार को लेकर चर्चाएं गर्म, और नेता भी थाम सकते हैं भाजपा का दामन

राजस्थान की राजनीति में मिर्धा परिवार को लेकर चर्चाओं का माहौल गर्म है। मिर्धा परिवार से और नेताओं के भी भाजपा का दामन थामने की चर्चाएं जोरों पर है। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता रिछपाल मिर्धा और उनके बेटे डेगाना विधायक विजयपाल मिर्धा के भी भाजपा में शामिल होने की अटकलें लगाई जा रही हैं। बता दें कि रिछपाल मिर्धा रिश्ते में डॉ. ज्योति मिर्धा के चाचा हैं। ऐसे में ज्योति के चाचा और चचेरे भाई भी भाजपा में शामिल हो सकते हैं।

ज्योति 5

भाजपा का मिर्धा परिवार के जरिए नागौर की सियासत साधने का दांव

भाजपा ने डॉ. ज्योति मिर्धा को पार्टी में शामिल करके नागौर की सियासत साधने पर दांव चला है। बता दें कि नागौर की सियासत पर मिर्धा परिवार का अब भी अच्छा खासा प्रभाव है। पहले नाथूराम मिर्धा बेटे भानुप्रकाश मिर्धा भी भाजपा की टिकट पर नागौर से सांसद चुने जा चुके हैं। उस दौरान भानुप्रकाश ने नाथूराम मिर्धा के निधन के बाद हुए उपचुनाव में दिग्गज नेता रामनिवास मिर्धा को मात दी थी, लेकिन इसके बाद वह सियासत से दूर हो गए। वहीं डॉ. ज्योति मिर्धा वर्ष 2009 में नागौर सीट से सांसद चुनी गई। इसके बाद वह वर्ष 2014 और 2019 में लोकसभा चुनाव हार गई थीं।

ज्योति 22

हरियाणा की राजनीति से जुड़े हैं मिर्धा परिवार के तार

मिर्धा परिवार के हरियाणा की राजनीति से भी तार जुड़े हुए हैं। बता दें कि मिर्धा परिवार की हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा के परिवार से रिश्तेदारी है। ज्योति मिर्धा की बहन श्वेता मिर्धा पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा के बेटे और कांग्रेस के राज्यसभा सांसद दीपेंद्र सिंह हुड्डा की पत्नी हैं। रिश्ते में ज्योति मिर्धा दीपेंद्र हुड्डा की साली लगती हैं। ऐसे में रिश्ते भले ही पास के हो, लेकिन पार्टियों के रूप में अपने ही अपनों से किनारा करने लगे हैं। जहां एक ओर भूपेंद्र सिंह हुड्डा और दीपेंद्र हुड्डा की जोड़ी हरियाणा प्रदेश में कांग्रेस पार्टी लाने का दावा कर रहे हैं और पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा फिर से प्रदेश का मुख्यमंत्री बनने का सपना देख रहे हैं, उधर कांग्रेस के दिग्गज पार्टी से मुड़ मोड़ते नजर आ रहे हैं।