मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल(Kejriwal) के खिलाफ CBI और ED द्वारा शराब नीति मामले में कथित अनियमितताओं के आरोपों के साथ ही एक बड़ा मामला सामने आया है। इसके अनुसार उन्हें CBI ने गिरफ्तार किया था और अब उनकी तबीयत बिगड़ी होने के कारण उन्हें अलग रूम में शिफ्ट किया गया है। ED ने भी उन्हें मनी लॉन्ड्रिंग के आरोप में गिरफ्तार किया था। ये मामले दिल्ली हाईकोर्ट और सुप्रीम कोर्ट में विवाद का विषय बन चुके हैं।
बता दें कि अप्रैल 2022 में शुरू हुई इस घटना के पीछे का आरोप है कि केजरीवाल और उनकी पार्टी AAP ने दिल्ली की शराब नीति में अनियमितताओं को बढ़ावा देने के लिए साउथ ग्रुप से रिश्वत ली थी। इसका आरोप यह है कि इस धन का उपयोग उन्होंने 2022 के गोवा विधानसभा चुनावों में किया था। शराब घोटाले में साउथ ग्रुप के कई मेंबर्स, जैसे शरत रेड्डी, राघव मगुंटा, और कविता ने गिरफ्तारियां भी भुगती हैं। मामले में CBI और ED का दावा है कि उन्होंने विभिन्न अवैध संपत्तियों के मामले दर्ज किए हैं और वे इसे गंभीरता से जांच रहे हैं।
इसके अलावा केजरीवाल के वकीलों ने कई बार कोर्ट में उनकी जमानत के मामले में राहत की मांग की है, जो कि अभी भी सुनवाई के प्रक्रिया के तहत चल रही है। केजरीवाल के वकीलों ने बताया कि CBI और ED द्वारा उनके साथ जब्त किए गए डॉक्युमेंट्स और आरोपों को वे स्पष्ट करने के लिए समय चाहते हैं। इसके साथ ही, उन्होंने यह भी कहा कि उन्हें न्यायिक हिरासत में लिया गया है जिसके चलते उन्हें कई कानूनी प्रक्रियाओं का पालन करना पड़ रहा है।
जमानत याचिका वापस लेने की मांग
सुप्रीम कोर्ट में भी केजरीवाल की ओर से नई याचिका लगाई गई है, जिसमें उन्होंने अपनी जमानत याचिका वापस लेने की मांग की है। हाईकोर्ट और सुप्रीम कोर्ट के बीच इस मामले में विवाद जारी है और सुनवाई की प्रक्रिया भी चल रही है। इस संबंध में डीपी सिंह ने कहा कि केजरीवाल की गिरफ्तारी में कोई अचानकी नहीं है और सभी कानूनी प्रक्रियाएं अनुसार की जा रही हैं। उन्होंने कहा कि उन्हें जब भी गिरफ्तारी के बाद के सभी डॉक्युमेंट्स और आवश्यक एप्लीकेशन उपलब्ध होंगे, तो वे उन्हें शेयर करेंगे।
सुनवाई के बाद बढ़ा विवाद
विवेक जैन और विक्रम चौधरी ने भी अपनी ओर से कहा कि उन्हें समय चाहिए डॉक्युमेंट्स पढ़ने के लिए और सुनवाई को टालने के लिए। उन्होंने कोर्ट से इस तरह की मांग की, क्योंकि वे मामले के विस्तार से परिचित होना चाहते हैं। घटना से जुड़े आपत्तिजनक कार्यों के बारे में भी जानकारी सामने आई है और सुप्रीम कोर्ट में मामले की सुनवाई के बाद भी विवाद बढ़ सकता है। इसी बीच, यह भी सामने आया है कि CBI और ED ने अपने आरोपों के समर्थन में मजबूत सबूत पेश किए हैं और उनकी जांच अब गहराई से हो रही है।