Virat Kohli India vs South Africa : भारत का रविवार को साउथ अफ्रीका से मुकाबला होगा। भारत-साउथ अफ्रीका के बीच विश्व कप 2023 का यह 37वां मैच कोलकाता के ईडन गार्डन्स में खेला जाएगा। आज का मुकाबला विराट कोहली के लिए बेहद खास होने वाला है। बता दें कि कोहली अपने जन्मदिन के मौके पर मैच खेलेंगे, वह 35 साल के हो गए हैं। विराट ने अपने करियर के दौरान कई मैच विनिंग पारियां खेलीं। इसके साथ-साथ कई रिकॉर्ड भी बनाए। आज रन मशीन कहे जाने वाले कोहली पास जन्मदिन पर इतिहास रचने का मौका है। वह सचिन की बराबरी कर सकते हैं।
बता दें कि विराट कोहली वनडे मैचों में 48 शतक लगा चुके हैं। इस फॉर्मेट में सबसे ज्यादा शतक लगाने के मामले में सचिन तेंदुलकर की बराबरी पर पहुंच सकते हैं। कोहली को इसके लिए एक सेंचुरी की जरूरत है। सचिन ने 49 वनडे शतक लगाए हैं। वहीं विराट ने 288 वनडे मैचों में 48 शतक और 70 अर्धशतक लगाए हैं। उन्होंने अब तक खेले 288 वनडे मैचों में 13535 रन बनाए हैं। कोहली अपने जन्मदिन पर फैंस को शतक का तोहफा दे सकते हैं, लेकिन इसके लिए उन्हें काफी मेहनत करनी होगी।
इसके अलावा विराट कोहली 111 टेस्ट मैचों में 8676 रन बना चुके हैं। वह इस फॉर्मेट में 29 शतक और 29 अर्धशतक लगा चुके हैं। इसके साथ-साथ 7 दोहरे शतक लगा चुके हैं। विराट ने 115 टी20 इंटरनेशनल मैचों में 4008 रन बनाए हैं. इस फॉर्मेट में एक शतक और 37 अर्धशतक उनके नाम हैं। साउथ अफ्रीका की टीम फॉर्म में है और उसके गेंदबाज हर हाल में कोहली और टीम इंडिया को रोकना चाहेंगे।
अपने जन्मदिन पर खेल मैच नहीं हारते विराट, भारत की जीत हो सकती है पक्की
भारतीय क्रिकेट के इतिहास में यह तारीख बड़ी खास है। इसकी वजह हैं विराट कोहली का बर्थडे। कोलकाता के ईडन गार्ड्न्स पर जब भारत और साउथ अफ्रीका की टीमें वर्ल्ड कप 2023 में पहली बार भिड़ेंगी तो विराट के करियर में ऐसा तीसरी बार हो रहा है। जब विराट अपने जन्मदिन पर कोई मुकाबला खेलते दिखेंगे।
इससे पहले भी वह दो मुकाबले अपने जन्मदिन पर खेल चुके हैं। कमाल की बात यह रही है कि उन मुकाबलों में भारतीय टीम को हार का सामना नहीं करना पड़ा। इसका मतलब यही है कि विराट कोहली अपने जन्मदिन पर मैच खेल रहे हैं तो टीम भारत की जीत पक्की लग रही है। हालांकि यह उतना आसान नहीं है, क्योंकि मौजूदा वर्ल्ड कप में साउथ अफ्रीकी टीम ने जिस तरह की क्रिकेट की नुमाइश अब तक की है। उससे साफ है कि यह चुनौती टीम भारत के लिए बड़ी हो सकती है।
बता दें कि दोनों ही टीमें प्वाइंट टेबल में टॉप पर है। साथ ही सबसे पहले सेमीफाइनल के लिए क्वालीफाई करने वाली टीमें हैं। अब कयास लगाए जा रहे हैं कि विराट कोहली के जन्मदिन का इतिहास बदलेगा या दोबारा जीत को दोहराएगा, यह जल्द ही सबके सामने होगा।
यह कैसा विराट है?
एक अन्यथा आक्रामक, बड़बोले, मुंहफट कोहली से भिन्न यह कैसा विराट है? इसकी जेनेसिस कहां है? विराट कोहली पर ‘ड्रिवेन’ नाम की चर्चित किताब लिखने वाले वरिष्ठ खेल पत्रकार विजय लोकपल्ली के अनुसार प्रेम कोहली (विराट के दिवंगत पिता) में, जिनकी मौत के अगले दिन मैदान पर आकर विराट ने दिल्ली के लिए अपनी नॉट आउट पारी जारी रखी और टीम को हारने से बचा लिया। विराट में ऐसा कमिटमेंट उनकी ममतामयी मां, पिता समान कोच राजकुमार शर्मा और अब पत्नी अनुष्का शर्मा कायम रख रही हैं। मैदान पर मुंह पर कुछ भी बोल देने वाले विराट मैदान के बाहर आपको बहुत शांत और विनम्र मिलेंगे। अब तो वह खुद एक बच्ची के पिता हैं।
इस जिम्मेदार, संवेदनशील, शालीन और कई मुद्दों पर कमिटेड और लॉयल विराट को लोकेट करना भी जरूरी है। वर्ष 2023 के वर्ल्ड कप में हम इस निखरे हुए विराट को देख रहे हैं। निर्भीक, परिपक्व और जिम्मेदार। जोखिम और जिम्मेदारी की तनी हुई रस्सी पर एक कुशल नट की तरह करतब दिखाते, जिसकी तरफ उसका परिवार भी उसी तल्लीनता से देखता है, जितने उत्साह से ताली पीटते दर्शक।
वर्ष 2012 में हासिल किया ‘चेज मास्टर‘ का तमगा
सार्वजनिक जीवन में लगभग ‘गैभारतीय’-सा लगने वाला यह मुंहफट एटीट्यूड विराट में आया कहां से? क्या यह दिल्ली की आबोहवा की देन है? विजय लोकपल्ली के अनुसार यह यकीनन वेस्ट दिल्ली की देन है, जहां आप एक-एक इंच के लिए लड़ते हैं। अपनी जगह की अहमियत जानते हैं। उसे संघर्ष करके हासिल करते हैं और पा लेने के बाद वहां से डग-मग नहीं होते। कोहली ने बड़ी मुश्किल से नेशनल टीम में अपनी जगह बनाई। पहले सीनियर्स के रिप्लेसमेंट के तौर पर खेले। फिर धीरे-धीरे अपने बल्ले का लोहा मनवाया और जगह पक्की की। पाकिस्तान के खिलाफ वर्ष 2012 के एशिया कप में यादगार रन चेज को अंजाम देते हुए 183 रनों की पारी खेली और अपने लिए ‘चेज मास्टर’ का तमगा हासिल किया।
चुनौतियां लेने के बादशाह, न जाने कब कर दें एक के दो, दो के तीन
बता दें कि विराट कोहली को चुनौतियां काफी पसंद हैं। वह फील्डिंग के वक्त लगातार बातचीत और जेस्चर से खुद और खिलाड़ियों को भी मोटीवेटड रखते हैं। विराट की आक्रामकता को केवल लिप रीडिंग तक सीमित करके देखना गलत नतीजों की ओर ले जा सकता है। उनकी आक्रामकता का सही आकलन करना हो तो कभी उन्हें सिंगल की जगह डबल रन के लिए दौड़ लगाते देखिए। लोकपल्ली कहते हैं कि पैंतीस के विराट के साथ बीस की उम्र का क्रिकेटर भी रनिंग बिटवीन द विकेट के समय घबराता है। न जाने कब एक को दो और दो को तीन रन के लिए दौड़ने का इशारा उसे विराट कर बैठे।
मैदान के भीतर आक्रामकता ने बनाया विराट को ‘विराट‘
मैदान के भीतर इस किस्म की आक्रामकता ने विराट को ‘विराट’ बनाया है। हाई प्रेशर गेम और असंभव से रन चेज में भी जुनूनी ढंग से जूझने का माद्दा दिया है। ध्यान देने योग्य है कि मेलबर्न में टी-20 का वह मुकाबला, जब कोहली ने हारिस रऊफ को असंभव कोण और ऊंचाई से सिक्सर मारा था। एक के बाद एक। खौफ का पर्याय बन चुके पाकिस्तानी पेस अटैक की उस फॉर्मैट में खबर ली थी, जिसके लिए लोग उन्हें जल्दबाजी में अयोग्य भी ठहराने लगे थे।
इस वर्ल्ड कप में कोहली रन मशीन से शतक मशीन में कन्वर्ट हो गए। उनके वर्क-लाइफ बैलेंस ने उन्हें रिलेशनशिप गुरु का स्टेटस दिला दिया। कोहली नाम का यह ब्रांड आज 1000 करोड़ रुपए से ज्यादा का है। लेकिन फैंस मानते हैं कि ये विराट का बेस्ट नहीं है, अभी तो पारी शुरू हुई है।
जानिए पर्सनल और प्रोफेशनल जर्नी
वर्ष 2006 : फरवरी में लिस्ट ए क्रिकेट में डेब्यू करने वाले विराट दिसंबर में रणजी ट्रॉफी खेल रहे थे। 18 दिसंबर को कर्नाटक के खिलाफ मैच के दौरान विराट के पिता का देहांत हो गया। विराट घर नहीं गए, मैदान पर उतरे और 90 रन बनाए। एक दशक बाद जब एक पत्रकार ने उनसे इस बारे में पूछा तो विराट बोलें कि मुझे अभी भी वो रात याद है। लेकिन पापा की डेथ के बाद सुबह खेलने का डिसीजन मेरा अपना ही था। क्योंकि मेरे लिए क्रिकेट का खेल पूरा नहीं करना, पाप है।
वर्ष 2008 : साल की शुरुआत में ही विराट की कप्तानी में इंडिया ने अंडर-19 वर्ल्ड कप जीता और इसी के चलते कोहली सीनियर वनडे टीम का हिस्सा बन गए।
वर्ष 2011 : विराट ने वर्ल्ड कप टीम में एंट्री ली और अपने पहले ही मैच में शतक मारा। इसी साल टीम इंडिया भी दूसरी बार वर्ल्ड चैंपियन।
वर्ष 2013 : चैंपियंस ट्रॉफी में जीत के बाद कोहली ब्रांड्स के लिए फेवरेट चेहरा बन गए थे। इसी साल एक ऐड की शूटिंग के दौरान अनुष्का शर्मा से पहली मुलाकात हुई। नोक-झोंक से शुरु हुई बातचीत, दोस्ती और डेटिंग तक पहुंच गई।
वर्ष 2015 : कोहली टेस्ट टीम के कप्तान बने। ऑस्ट्रेलिया के दौरे पर शतक मारा तो पहली बार निजी जिंदगी की झलक पिच पर दिखी। शतक के बाद विराट ने स्टेडियम में बैठी अनुष्का को फ्लाइंग किस दिया। ये दुनिया के सामने अपने रिश्ते का ऐलान था।
वर्ष 2016 : कोहली ने आईपीएल में रिकॉर्ड 973 रन बनाए। इसी साल कोहली फोर्ब्स की 30 अंडर 30 लिस्ट में पहली बार शामिल किए गए।
वर्ष 2017 : दिसंबर में कोहली ने अनुष्का शर्मा से शादी कर ली। इसी साल प्यूमा ने 8 साल के लिए कोहली को 110 करोड़ रुपए में बतौर ब्रांड एंबेसडर साइन किया।
वर्ष 2021 : कभी, मैच बीच में छोड़ने को पाप बताने वाले कोहली ने ऑस्ट्रेलिया टूर बीच में छोड़ दिया। वजह थी, पहले बच्चे का जन्म। 11 जनवरी, 2021 को कोहली की बेटी का जन्म हुआ। मगर खराब फॉर्म के चलते पहले कोहली ने टी-20 की कप्तानी छोड़ी और फिर ओडीआई की कप्तानी भी गंवा दी।
वर्ष 2022 : आखिरकार अफगानिस्तान के खिलाफ टी20 मैच से शतकों का सूखा खत्म हुआ। 1 हजार 22 दिन बाद इंटरनेशनल क्रिकेट में विराट ने सेंचुरी मारी। फिर 1 हजार 212 दिन बाद बांग्लादेश के खिलाफ वनडे में सेंचुरी लगाई। और ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 2023 में 1 हजार 203 दिन बाद टेस्ट में सेंचुरी लगाई।