दिल्ली स्थित भारतीय जनता पार्टी के मुख्यालय में पदाधिकारियों की दो दिवसीय बैठक हुई। इस दौरान पदाधिकारियों से विचार-विमर्श के साथ उनके कानों में जीत का मंत्र फूका गया। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने राष्ट्रीय पदाधिकारियों की बैठक में हिस्सा लिया और पार्टी नेताओं के साथ विचार-विमर्श किया। इस बैठक में सभी राज्यों के प्रदेशाध्यक्ष भी मौजूद रहे। इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी शुक्रवार को पार्टी के प्रमुख संगठनात्मक नेताओं से भाजपा का वोट प्रतिशत 10 फीसदी बढ़ाने की दिशा में काम करने के लिए प्रेरित किया था।
भाजपा के राष्ट्रीय पदाधिकारियों की मुख्यालय में दो दिवसीय बैठक का शनिवार को अंतिम दिन रहा। जिसमें वर्ष 2024 में होने वाले लोकसभा चुनावों के लिए पार्टी की संगठनात्मक तैयारियों का जायजा लिया गया और आगामी कार्यक्रमों की रूपरेखा तैयार की गई। साथ ही बैठक में लोकसभा चुनाव की रणनीति पर भी चर्चा की गई। हालांकि पार्टी नेताओं को सामान्य संदेश यह दिया गया कि चुनाव की घोषणा से पहले शेष 3 महीनों में सरकार के अच्छे कार्यों की जानकारी जनता तक पहुंचाई जाए। इससे पहले शुक्रवार को हुई बैठक में विकसित भारत संकल्प यात्रा के दौरान मिली सकारात्मक प्रतिक्रिया पर विस्तृत चर्चा की गई। जिसका उद्देश्य कई कल्याणकारी योजनाओं को ज्यादा से ज्यादा लोगों तक पहुंचाने के लिए सुनिश्चित करना है।
भाजपा का बड़े अंतर से जीत हासिल करने का लक्ष्य
इस दौरान केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने भाजपा पदाधिकारियों को संबोधित करते हुए कहा कि आगामी लोकसभा चुनाव में बड़े अंतर से जीत हासिल किए जाए। उन्होंने कहा कि पार्टी का प्रदर्शन विपक्ष को अचंभित करने वाला होना चाहिए।
अमित शाह ने प्रधानमंत्री मोदी की तरह चुनावों में संगठन की प्रधानता पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि भाजपा को ऐसी जीत मिलनी चाहिए कि विपक्ष इसे चुनौती देने से पहले कई बार सोचे। हमें वर्ष 2024 में भी अभूतपूर्व बहुमत के साथ मोदी को फिर से प्रधानमंत्री बनवाना है। उनके नेतृत्व में अभी तीन राज्यों में भाजपा को मिली प्रचंड जीत से साबित होता है कि हर वर्ग और क्षेत्र की जनता का विश्वास मोदी के साथ है।
शाह के अनुसार हमें अपनी विचारधारा और भाजपा सरकारों के ऐतिहासिक कार्यों को लेकर देश के हर घर में जाना होगा। प्रधानमंत्री ने महिलाओं, युवाओं, किसानों और गरीबों तक पहुंचने की आवश्यकता पर जोर दिया था। उन्होंने पार्टी नेताओं से इन लोगों को विकासशील भारत संकल्प यात्रा से जोड़ने के लिए कहा। इस यात्रा का उद्देश्य उनकी सरकार की प्रमुख कल्याण योजनाओं को पूरा करना है।
विपक्षी गठबंधन इंडिया पर नहीं हुई कोई चर्चा, सिर्फ लक्ष्य साधने पर चर्चा
अमित शाह ने बताया कि बैठक के पहले दिन पीएम मोदी ने सभी पदाधिकारियों से कहा था कि अब मिशन मोड में काम करना होगा। सोशल मीडिया पर अग्रेसिव होकर अपनी बात को कहें। केंद्र सरकार गरीब कल्याण योजनाओं से संबंधित डाटा ज्यादा शेयर करे। विपक्षी दलों के निगेटिव प्रचार वाले तथ्यों पर पॉजिटिव जवाब दिया जाए। इस दौरान महासचिव सुनील बंसल ने विकसित भारत संकल्प यात्रा के फीडबैक पर प्रेजेंटेशन दी। हालांकि बैठक के दौरान विपक्षी गठबंधन इंडिया पर किसी प्रकार की कोई चर्चा नहीं की गई। भाजपा ने सिर्फ लक्ष्य साधने पर ही विचार-विमर्श किया।
कई मुद्दों पर चर्चा के साथ मोदी को फिर देश की कमान सौंपने की तैयारी
भाजपा पदाधिकारियों की बैठक में कई मुद्दों पर चर्चा की गई। बैठक के दौरान भाजपा शीर्ष नेताओं ने विपक्ष पर झूठ का सहारा लेने और फर्जी बातें फैलाने का आरोप जरूर लगाया। इस दौरान विश्वास भी जताया गया कि देश की जनता मोदी को केंद्र में लगातार तीसरी बार कार्यकाल सौंपेगी। साथ ही पार्टी के शीर्ष नेताओं ने अपने भाषण में भाजपा पदाधिकारियों से हर जगह अपनी बूथ समितियों को मजबूत करने का आह्वान किया, ताकि सुनिश्चित किया जा सके कि स्थानीय कार्यकर्ता अधिक से अधिक लोगों तक पहुंचें।
इस दौरान लोकसभा चुनाव की रणनीति पर चर्चा के साथ बूथ स्तर पर कार्यक्रम आयोजित करने की बात कहीं गई। पदाधिकारियों को नए मतदाता जोड़ने पर ध्यान देने की बात कहीं गई। बैठक में आगामी लोकसभा चुनाव में 50 फीसदी वोट शेयर हासिल करने का लक्ष्य तय किया गया।
राम मंदिर प्रतिष्ठा समारोह के लिए एक व्यापक योजना तैयार, बुकलेट जारी करेगी भाजपा
भाजपा राष्ट्रीय पदाधिकारियों की बैठक में लोकसभा चुनाव के दौरान विपक्ष को घेरने की रणनीति पर भी चर्चा की गई। पार्टी ने राम मंदिर प्रतिष्ठा समारोह के लिए एक व्यापक योजना तैयार की है। भाजपा एक एक बुकलेट जारी करेगी। जिसमें बताया जाएगा कि पार्टी ने राम मंदिर निर्माण के लिए कितना संघर्ष किया है। भाजपा ने राम मंदिर समारोह के मद्देनजर आरएसएस और वीएचपी के सभी कार्यक्रमों को समर्थन देने और उनमें भाग लेने का संकल्प लिया है। राम मंदिर समारोह के दौरान भाजपा की ओर से इस विषय पर भी प्रकाश डाला जाएगा कि विपक्ष ने राम मंदिर निर्माण को रोकने की कोशिश की।
भाजपा 1 जनवरी से मंदिर समारोह अभियान चलाएगी। जिसके जरिए विपक्ष को घेरने की तैयारी शुरू हो चुकी है। वहीं मोदी ने बैठक के दौरान संदेश दिया था कि चार जातियों, जिनमें महिला, किसान, युवा और गरीब को ध्यान में रखकर कार्य किए जाएं। उन्होंने वर्ष 2024 में होने वाले आम चुनाव के लिए मिशन मोड़ में काम करने पर जोर दिया है।
राज्यों में सीनियर पार्टनर की भूमिका से कोई समझौता नहीं करेगी भाजपा
मिशन 2024 के तहत भाजपा ने राज्यों में स्थानीय छोटे दलों के साथ गठबंधन को लेकर पार्टी प्रभारियों को अधिकृत किया है। साथ ही एक शर्त भी रखी गई है कि भाजपा लोकसभा में सीटों के लिहाज से सीनियर पार्टनर की अपनी भूमिका से कोई समझौता नहीं करेगी। मिली जानकारी अनुसार बैठक में पार्टी के वरिष्ठ नेताओं का कहना था कि वर्ष 2024 से अब तक भाजपा ने तमाम चुनौतियों का मजबूती से सामना किया है। यह भ्रम मिटा दिया गया कि भाजपा देशव्यापी पार्टी नहीं है। जिसके तहत उत्तराखंड, हरियाणा और उत्तर प्रदेश में दोबारा सरकार बनाने, त्रिपुरा से वामदल के सफाए और प. बंगाल में 18 लोकसभा सीट जीतने जैसे उदाहरण दिए गए।
भाजपा नेताओं ने कहा कि अब तमिलनाडु, केरल, आंध्र प्रदेश जैसे राज्यों के स्थानीय दलों से सीधे मुकाबले की रणनीति पर काम किया जाए। पहले चरण का काम दो महीने में किया जाएगा फरवरी माह के अंत तक मोदी की गारंटी के स्लोगन के जरिए पार्टी सीधे मुकाबले की स्थिति में होगी। इसके लिए भाजपा ने सभी प्रदेश अध्यक्षों और प्रभारियों को निर्देश दिया है कि वह भाजपा के विकसित भारत संकल्प यात्रा से लोगों को जोड़ें और उन्हें केंद्र की सभी परियोजनाओं से अवगत कराया जाए।