जहां आज भाई-भाई की नहीं बनती है। आज के जमाने ममें संयुक्त परिवार देखने को नहीं मिलते है। लोग अपने परिवार तक ही सीमित नजर आते है। इस बीच संयुक्त परिवार की खास तस्वीर देखने को मिली है। दरअसल राजस्थान के बीकानेर जिले के नोखा क्षेत्र के एक गांव में शादी का कार्ड सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। जिसकी चर्चा जोरों पर है। नोखा क्षेत्र के लालमदेसर छोटा के संयुक्त परिवार की शादी का यह कार्ड है। गांव के सुरजाराम गोदारा ने सयुंक्त परिवार की एक मिसाल कायम की है।
सुरजाराम गोदारा ने अपने 17 पोते-पोतियों का एक साथ विवाह का आयोजन रखा है। शादी कार्ड में चचेरे भाई-बहन के नाम है। जिसमें 5 लड़के दुल्हे और 12 लड़कियां दुल्हन बनी है। सुरजाराम गोदारा ने शादी के निमंत्रण कार्ड में 5 पोत्रों को आयुष्मान और 12 पोत्रियों को आयुष्मति के रुप मे लिखवाया है। गांव में जैसे ही 12 दुल्हे अपनी बारात लेकर पहुंचे तो पूरा गांव उनकी खातिरदारी में जुट गया। करीब 350 से 400 गाडियों मे बारात पहुंची। बारात को रोकने के लिए अलग-अलग जगह व्यवस्था की गई। शादी में करीब 6 हजार से ज्यादा मेहमान शामिल हुए। इतना ही नहीं शादी के कार्ड में सुरजाराम गोदारा के संयुक्त परिवार के 123 लोगों के नाम लिखे गए।
5 बेटों के लड़के-लड़कियों की शादी

सुरजाराम गोदारा आज भी अपने संयुक्त परिवार में रहेत है। उनके पांच बेटे है। ओमप्रकाश, गोविंदा, मगनाराम, भागीरथ व भेराराम जो सभी संयुक्त परिवार में रहते है। इन पांचो के 17 बेटा-बेटी है। जिसमें पांच लड़के व 12 लड़कियां है। सभी के बालिग होने पर परिवार ने अलग-अलग शादी के खर्च की जगह संयुक्त परिवार की सामूहिक शादी कर विवाह पर होने वाले खर्च को कम करने का संदेश के साथ संयुक्त परिवार का संदेश भी दिया है।
सुरजाराम ने एक ही शादी के मुहूर्त पर शादी की है। पांच दूल्हों की एक साथ बारात चली और सुबह बारात लौटी तो शाम को 12 दुल्हन के फेरे हुए और उसके बाद 17 जोड़ों को लोगों ने आर्शीवाद दिया।
5 पोते लेकर आए दुल्हन

सुरजाराम गोदारा के पांच पोतो की धूमधाम से बारात निकली वो अपने ससुराल पहुंचे। विवाह के बाद अपनी 5 दुल्हन को लेकर घर पहुंचे। इसी के सात ही 12 चचेरी बहने एक साथ दुल्हन बनी। एक ही दिन सभी की शादी हुई। इन सभी दुल्हन के साथ शादी करने के लिए 12 दुल्हें बारात लेकर पहुंचें। आसपास के गांवों में पहली बार इस तरह की शादी का आयोजन देखने को मिला। इस नवाचार के चलते हर कोई बारात देखना और उनकी खातिरदारी करता नजर आया।