गुजरात के Rajkot शहर के कालावड रोड पर स्थित TRP गेम जोन में शनिवार शाम 4:30 बजे भयानक आग लग गई। इस हादसे में 12 बच्चों समेत 30 लोगों की मौत हो गई। 25 से ज्यादा लोगों को सुरक्षित बाहर निकाला गया।
अभी भी मरने वालों की संख्या बढ़ सकती है क्योंकि यह पता नहीं चल पाया है कि आग लगने के वक्त गेम जोन में कितने लोग मौजूद थे। मृतकों के शव इतनी बुरी तरह जल गए हैं कि उनकी पहचान नहीं हो सकी है। पहचान के लिए डीएनए टेस्ट किया जाएगा। आग पर 3 घंटे में काबू पाया गया।
आग लगने का कारण और तेजी से फैलने की वजह
गेम जोन में आग लगने के कारणों में यह सामने आया है कि वहां करीब 3500 लीटर डीजल-पेट्रोल स्टोर किया गया था। साथ ही इसका डोम भी कपड़े और फाइबर से बना था, जिससे आग तेजी से फैली। हादसे के लिए गेम जोन के मालिक यशराज सोलंकी और मैनेजर को गिरफ्तार कर लिया गया है।
वेल्डिंग के धमाके से लगी आग

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, सीढ़ियों पर वेल्डिंग करते वक्त धमाका हुआ और एक मिनट में आग तीसरी मंजिल तक फैल गई। प्रशासन ने आग लगने की वजह नहीं बताई है। गेम जोन में रबड़-रेक्सिन का फर्श, 2500 लीटर डीजल का स्टोरेज, कार ट्रैक के किनारे रखे टायर और शेड में लगे थर्मोकोल शीट की वजह से कुछ ही मिनटों में पूरा गेम जोन जल गया।
बचने का रास्ता नहीं मिला
तीन मंजिला स्ट्रक्चर में नीचे से ऊपर जाने के लिए केवल एक सीढ़ी थी। आग नीचे से ऊपर तक फैल गई। दूसरी और तीसरी मंजिल के लोगों को भागने का मौका नहीं मिला।
चश्मदीदों का बयान

मौके पर मौजूद यश पटोलिया ने कहा, ‘हम लोग रेस्टोरेंट में बैठे थे। तभी वहां आग लग गई। आग 30 सेकेंड में ही पूरे एरिया में फैल गई थी।’ एक अन्य व्यक्ति ने बताया कि गेम जोन में कई जगह रिपेयरिंग और रेनोवेशन का काम चल रहा था। काफी संख्या में प्लाई के टुकड़े और लकड़ियां भी आग की चपेट में आ गईं।
फायर NOC नहीं थी
पुलिस के मुताबिक, TRP गेम जोन के पास फायर NOC नहीं थी। राजकोट पुलिस कमिश्नर राजू भार्गव ने बताया कि गेम जोन के मालिक और मैनेजर सहित दो अन्य लोगों को हिरासत में लिया गया है। सरकार ने जांच के लिए एसआईटी गठित की है।