MP New CM Mohan Yadav : मध्यप्रदेश के भोपाल स्थित प्रदेश स्तरीय भाजपा कार्यालय में हुई विधायक दल की बैठक के बाद एमपी के नए मुख्यमंत्री के नाम का एलान कर दिया गया है। बैठक में विधायकों से विचार-विमर्श और हाईकमान की सहमति के बाद नए मुख्यमंत्री के रूप में मोहन यादव के नाम पर मुहर लगाई गई है। इससे पहले भाजपा केंद्रीय संगठन ने इस कार्य के लिए पर्यवेक्षकों के रूप में हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल, डॉ. के लक्ष्मण और आशा लकड़ा की जिम्मेदारी लगाई थी। आज सभी विधायकों की मौजूदगी में सर्वसम्मति से मोहन यादव को राज्य का नया मुख्यमंत्री चुना गया है।
इससे पहले प्रदेश कार्यालय में पार्टी के विधायक दल की बैठक में मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मोहन यादव के नाम का प्रस्ताव रखा। जिसका सभी विधायकों ने समर्थन किया। बता दें कि मोहन यादव ओबीसी वर्ग से आते हैं। बताया जा रहा है कि नई टीम में दो उप मुख्यमंत्री भी होंगे। इनमें जगदीश देवड़ा और राजेंद्र शुक्ला का नाम शामिल है। जगदीश देवड़ा जिला मंदसौर की मल्हारगढ़ से विधायक हैं, और एससी वर्ग से संबंध रखते हैं, जबकि राजेंद्र शुक्ला रीवा सीट से विधायक हैं और ब्राह्मण वर्ग से आते हैं। इनके अलावा नरेंद्र सिंह तोमर विधानसभा अध्यक्ष होंगे। तोमर जिला मुरैना की दिमनी सीट से विधायक हैं।
इस अवसर पर बतौर पर्यवेक्षक हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल, भाजपा ओबीसी मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. के लक्ष्मण, भाजपा की राष्ट्रीय सचिव आशा लाकड़ा मौजूद रही। पर्यवेक्षकों की मौजूदगी में सोमवार को हुई विधायक दल की बैठक में मोहन यादव के नाम को फाइनल किया गया। गौरतलब है कि मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने 5 दिसंबर को सोशल मीडिया पर एक वीडियो बयान जारी किया था। जिसमें उन्होंने कहा था कि पार्टी ने उन्हें जो भी काम सौंपा, वह उन्होंने पूरी निष्ठा और समर्पण के साथ पूरा कर दिया है। वह मुख्यमंत्री पद की दौड़ में न तो पहले थे और न ही अब हैं। उनके इस बयान के बाद मध्यप्रदेश में सीएम पद को लेकर चर्चा का दौर शुरू हो गया था।
मध्यप्रदेश की 230 विधानसभा सीटों पर 17 नवंबर को वोटिंग हुई थी। इसके बाद 30 नवंबर को मतगणना के तहत चुनाव परिणाम सामने आए। इन नतीजों में भाजपा को प्रचंड बहुमत के साथ जीत हासिल हुई थी। आंकड़ों पर नजर डालें तो चुनाव परिणाम में भाजपा ने 163 सीटों पर जीत दर्ज कर बहुमत हासिल किया था। वहीं कांग्रेस के खाते में 66 सीटें आई थी। चुनाव परिणाम जारी होने के बाद सभी की नजरें मुख्यमंत्री पद पर थी।
राज्य में सभी दिग्गजों के समर्थकों के अलावा जनता के मन में भी यह सवाल था कि आखिर मध्यप्रदेश का अगला मुख्यमंत्री कौन बनेगा? उधर शिवराज सिंह चौहान भी चुनाव जीतने के बाद लोगों के संपर्क में थे। प्रदेश की महिलाओं में उनके प्रति फिर से मुख्यमंत्री को लेकर सहानुभूति थी। माना जा रहा था कि वह फिर से मुख्यमंत्री की कुर्सी संभाल सकते हैं। उन्होंने कई बार अपने जनसंवाद में पार्टी का फैसला मानने की बात दोहराई थी। वहीं कई सांसदों के इस्तीफे के बाद मामला रोचक बना हुआ था। शिवराज सिंह चौहान के अलावा कई दिग्गज मुख्यमंत्री पद की दौड़ में शामिल थे।
मध्यप्रदेश के नए मुख्यमंत्री मोहन यादव का शैक्षणिक और राजनीतिक सफर
बता दें कि मध्यप्रदेश के चुने गए नए मुख्यमंत्री मोहन यादव उज्जैन दक्षिण विधानसभा सीट से विधायक हैं। यादव ने माधव विज्ञान महाविद्यालय से पढ़ाई की है। करीब 58 वर्षीय मोहन यादव की शैक्षणिक योग्यता की बात करें तो उन्होंने बीएससी, एलएलबी, एमए, एमबीए, पीएचडी डिग्री हासिल की हैं। वह अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद उज्जैन के नगर मंत्री का जिम्मा संभाल चुके हैं।
मोहन यादव वर्ष 1982 में छात्र संघ के सह सचिव और वर्ष 1984 में अध्यक्ष भी चुने गए थे। वह भाजपा की राज्य कार्यकारिणी के सदस्य और सिंहस्थ मध्यप्रदेश की केंद्रीय समिति के सदस्य, मध्य प्रदेश विकास प्राधिकरण के प्रमुख, पश्चिम रेलवे बोर्ड में सलाहकार समिति के सदस्य भी रह चुके हैं।
वर्ष 2013 में पहली बार विधायक बने। इसके बाद वर्ष 2018 में दूसरी बार विधानसभा चुनाव जीतकर शिक्षा मंत्री की कमान संभाली। अब वर्ष 2023 में उज्जैन दक्षिण विधानसभा सीट से विधानसभा चुनाव जीतकर सीधे मुख्यमंत्री पद पर आसीन हुए हैं।