NIA action against Khalistanis and gangsters

Khalistanis and gangsters पर ताबड़तोड़ एक्शन, पंजाब-हरियाणा सहित 6 राज्यों में 50 से ज्यादा ठिकानों पर NIA का छापा

देश पंचकुला बड़ी ख़बर हरियाणा

NIA action on Khalistan Supporters :  राष्ट्रीय सुरक्षा एजेंसी (NIA) ने गैंगस्टर और खालिस्तानी गठजोड़ के खिलाफ बड़ा एक्शन लिया है। जांच एजेंसी ने पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, दिल्ली NCR, उत्तराखंड और उत्तरप्रदेश में करीब 50 ठिकानों पर छापेमारी की है, जो आतंकवादियों, गैंगस्टरों और ड्रग्स डीलर्स के बीच सांठगांठ को खत्म करने के लिए लगातार कार्रवाई कर रही है। NIA की यह कार्रवाई ऐसे वक्त पर चल रही है, जब खालिस्तानी आतंकी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या को लेकर कनाडा और भारत के बीच तनाव चल रहा है। सबसे ज्यादा पंजाब में 30 जगहों पर NIA की टीम मौजूद है। वहीं, राजस्थान में 13, हरियाणा में 4, उत्तराखंड में 2, दिल्ली-NCR और यूपी में 1-1 जगह छापेमारी चल रही है।

भारत सरकार खालिस्तानी समर्थकों के खिलाफ एक्शन मोड़ में हैं। उनके तंत्र को कमजोर करने के लिए NIA ने 6 राज्यों में तकरीबन चार दर्जन से अधिक ठिकानों पर छापेमारी की है। खालिस्तानी समर्थकों के खिलाफ पंजाब के फरीदकोट, बठिंडा और मोगा में छापेमारी चल रही है। बता दें कि NIA की टीमों ने बुधवार की सुबह बठिंडा में दो जगह पर रेड की। इसमें मोड मंडी के रहने वाले गैंगस्टर हैरी मोड और गांव जेठू के गुरप्रीत गुरी के घर पर छापा मारा गया। यह दोनों नामी गैंगस्टरों के लिए काम करते हैं। NIA की टीम ने बठिंडा पुलिस के साथ उक्त दोनों गैंगस्टरों के घरों पर तलाशी ले रही है। साथ ही उनके घर वालों से पूछताछ की जा रही है।

रोहतक के गांव रिटोली में गैंगस्टर हिमांशु भाऊ तक पहुंची NIA की टीम

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वहीं NIA की टीम हरियाणा में कई जगह छापेमारी के दौरान रोहतक के गांव रिटोली में गैंगस्टर हिमांशु भाऊ के घर पर भी पहुंची है। हिमांशु भाऊ और उससे संबंधित लोगों के ठिकानों को खंगाला जा रहा है। बता दें कि हिमांशु भाऊ पुलिस का वांछित आरोपी है। जिसके विदेश से गैंग चलाने की सूचनाएं भी मिल रही हैं। उधर गैंगस्टर हैरी मोड और गैंगस्टर हर्ष दीप ढलला के लिए काम करता है, जबकि गैंगस्टर गुरदीप सिंह गुरी अलग-अलग गैंग के लिए काम करता है। इन पर कई आपराधिक मामले भी दर्ज हैं। NIA की टीम ने उनके घर गैंगस्टर के साथ संबंध होने के चलते ही छापेमारी की है। जिला फरीदकोट के गांव जीवन वाला में NIA  ने केंद्रीय मॉडर्न जेल फरीदकोट में बंद सुखजीत सिंह सीतू के घर पर एनआईए की रेड की। जहां टीम पारिवारिक सदस्यों से पूछताछ कर रही है।

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पंजाब, चंडीगढ़ और नई दिल्ली में बना रहे अपना ठिकाना

सूत्रों के अनुसार भारत में खालिस्तानी समर्थकों पर कार्रवाई करते हुए NIA ने 45 से अधिक खालिस्तानी कट्टरपंथियों की पहचान की है, जो विदेशी धरती से रची गई साजिशों को समर्थन दे रहे हैं। खालिस्तानी कट्टरपंथियों ने पंजाब, चंडीगढ़ और नई दिल्ली को अपना ठिकाना बनाया है। NIA को इन तीन राज्यों में सक्रिय खालिस्तानी कट्टरपंथियों के बारे में पता चला है। वह हवाला लेनदेन, खालिस्तानी गतिविधियों को अंजाम देने के लिए धन के वितरण में शामिल हैं। खालिस्तानी समर्थक विदेशी आतंकियों को सपोर्ट करते हैं। हवाला के पैसों का इंतजाम किया जाता है और इन पैसों का इस्तेमाल खालिस्तानी गतिविधियों में होता है।

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किलिंग जैसी बड़ी वारदातों की साजिश में नामी लोगों का नाम शामिल

NIA के जुड़े सूत्रों ने जानकारी देते हुए बताया है कि पंजाब में टारगेट किलिंग जैसी बड़ी वारदातों को अंजाम देने की साजिश रची जा रही है। जिसमें कई बड़े नामी लोगों का नाम शामिल है। सूत्रों ने बताया कि कनाडा और पाकिस्तान में बैठे खालिस्तानी आतंकी भारत में बैठे अपने गुर्गों के साथ साजिश रच रहे हैं। NIA की जांच में सामने आया है कि फिरौती का करोड़ों रुपया पंजाब से जा रहा है। जिससे कई हथियार खरीदे गए हैं। NIA को कई ऐसे बैंक खातों का भी पता चला है, जिससे पंजाब से अलग-अलग चैनल के जरिए पैसा कनाडा जा रहा था।

पूछताछ में खुलासा, देश विरोधी गतिविधियों को अंजाम देने में नेक्सस का इस्तेमाल

अभी तक गिरफ्तार हुए गैंगस्टर और खालिस्तानियों से पूछताछ में सामने आया है कि नेक्सस का इस्तेमाल टेरर फंडिग, हथियार सप्लाई के साथ-साथ विदेशी धरती से देश विरोधी गतिविधियों को अंजाम देने के लिए किया जा रहा है। NIA ने अब विदेशी धरती से चल रहे खालिस्तानी और गैंगस्टर के समर्थकों पर बड़ा प्रहार करना शुरू कर दिया है। NIA की यह कार्रवाई ऐसे वक्त पर हो रही है, जब खालिस्तान के मुद्दे पर भारत और कनाडा के बीच तल्खी काफी बढ़ गई है।

बता दें कि कनाडा में जून में खालिस्तानी आतंकी हरदीप सिंह निज्जर की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। हाल ही में कनाडा के पीएम जस्टिन ट्रूडो ने निज्जर को कनाडाई नागरिक बताते हुए उसकी हत्या में भारत के एजेंट्स का हाथ बताया था। इसके बाद कनाडा ने भारतीय राजनयिक को भी निष्कासित कर दिया था। वहीं भारत ने इन आरोपों को बेतुका और प्रेरित बताया था। साथ ही जवाबी कार्रवाई करते हुए नई दिल्ली में कनाडा के राजनयिक को निष्कासित कर दिया था। भारत ने कनाडा के लोगों के लिए वीजा सेवा पर भी रोक लगा दी थी।