सिक्किम में 3 अक्टूबर को बादल फटने से आई बाढ़ में लापता हुए सेना के जवानों में एक हरियाणा के पलवल के गांव खांबी गांव का युधिष्ठिर भी था। सेना को इनकी गाड़ी 10 फीट नीचे मलबे में मिल गई है। मलबे से निकली गाड़ी में लापता युधिष्ठिर का मोबाइल फोन व समय सारिणी वाली डायरी भी मिली है। सेना लापता युधिष्ठिर को खोजने में जुटी हुई है, लेकिन अभी तक उसका सुराग नहीं मिला है। वहीं दिल्ली स्थित सेना के आरआर अस्पताल में लापता सैनिक युधिष्ठिर की मां के खून के नमूने लिए गए हैं। इनके डीएनए से मैच कर युधिष्ठिर की पहचान में सहायता ली जाएगी।
बता दें कि सिक्किम में 3 अक्टूबर की देर रात बादल फटने से वहां तीस्ता नदी में अचानक बाढ़ आ गई। बाढ़ का पानी वहां स्थित सेना के शिविर में 20 फुट से अधिक आ गया। जिसमें सेना के वाहनों सहित 23 जवानों के अलावा स्थानीय लोग बाढ़ के पानी में बहकर लापता हो गए। सेना के लापता जवानों में खाम्बी गांव निवासी युधिष्ठिर भी शामिल था, जो सेना की बटालियन 420 एफडी में मेडिकल वाहन पर बतौर ड्राइवर तैनात था। बादल फटने के बाद आई बाढ़ में ही गाड़ी मलबे में 10 फुट नीचे मिली है।
जेसीबी की सहायता से निकाला गाड़ी को बाहर
लापता जवान युधिष्ठिर के पिता ऋषिदेव उर्फ बिशन ने बताया कि सेना की तरफ से उन्हें उनके लापता बेटे के बारे में कुछ जानकारी दी गई है। सेना के राहत बचाव दल टीम उसी दिन से सैनिकों को खोजने में लगी है। अब सेना को वह गाड़ी मिली है, जिस पर युधिष्ठिर ड्राइवर था। गाड़ी करीब 10 फीट नीचे मलबे में दबी हुई थी। सेना के जवानों ने बड़ी मुश्किल से जेसीबी से मलबा हटाकर गाड़ी को बाहर निकाला है।
मां के खून के नमूने को साथ लेकर गई नमूना
सेना को जवान युधिष्ठिर का मोबाइल फोन व समय सारिणी वाली डायरी बरामद हो गई है। फिलहाल जवान की तलाश हो रही है। मलबे में दबी गाड़ी में सैनिक युधिष्ठिर का मोबाइल फोन व समय सारिणी वाली डायरी के अलावा अन्य सामान भी मिला है। सेना अब वहीं आसपास मलबे में युधिष्ठिर को खोजने में लगी है। सेना द्वारा दिल्ली अस्पताल में लापता युधिष्ठिर की मां किशन वती को बुलाकर उनके खून के नमूने लिए गए हैं। सेना उन नमूनों को अपने साथ लेकर गई है।