विपक्षी नेताओं ने सरकार पर आरोप लगाते हुए बड़ा दावा किया है। टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा, कांग्रेस नेता शशि थरूर, पवन खेड़ा, शिवसेना (यूबीटी) नेता प्रियंका चतुर्वेदी और आम आदमी पार्टी के सांसद राघव चड्ढा ने दावा किया है कि उनके फोन को हैक करने की कोशिश की जा रही है। खुद एपल कंपनी ने मैसेज भेजकर हैकिंग की कोशिश की जानकारी दी है।
इसके कुछ देर बाद राहुल गांधी ने पत्रकारवार्ता में कहा कि यह अलर्ट मेरे कार्यालय में सबको मिला है। कांग्रेस में लिस्ट बनी है। पवन खेड़ा, सुप्रिया, प्रियंका इनके साथ भी ऐसा हुआ है। सरकार चाहे तो मेरा फोन ले ले, मुझे फर्क नहीं पड़ता। इसको लेकर एपल ने अपना जवाब दिया है। एपल ने इन थ्रेट नोटिफिकेशंस को किसी विशेष स्टेट स्पॉन्सर्ड अटैकर से जोड़ने से मना कर दिया है। कंपनी का कहना है कि अगर हमने जानकारी दी तो अटैकर्स अलर्ट हो जाएंगे।
महुआ का ट्वीट गृह मंत्रालय के पास नहीं कोई काम, गुंडों का डर देख आता है तरस
पैसे लेकर संसद में सवाल पूछने के मामले में फंसीं टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा ने दावा किया है कि केंद्र सरकार उनका फोन और ईमेल हैक करने की कोशिश कर रही है। एक ट्वीट में महुआ ने लिखा कि देश के गृह मंत्रालय के पास और कोई काम नहीं है। अडाणी और प्रधानमंत्री कार्यालय के गुंडों, तुम्हारा डर देखकर मुझे तरस आता है। कांग्रेस नेता शशि थरूर, पवन खेड़ा, आप सांसद राघव चड्ढा, शिवसेना (यूबीटी) सांसद प्रियंका चतुर्वेदी, एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी और सीपीआई (M) के जनरल सेक्रेटरी सीताराम येचुरी ने भी यही दावा किया है। मोइत्रा, प्रियंका, शशि थरूर और पवन खेड़ा का कहना है कि उन्हें अपने फोन निर्माता से चेतावनी का संदेश मिला है कि स्टेट स्पॉन्सर्ड अटैकर्स उनके फोन से छेड़छाड़ करने की कोशिश कर रहे हैं।

लोकसभा स्पीकर को पत्र लिख राजधर्म का पालन करने की मांग
मोइत्रा का कहना है कि एपल से एक टेक्स्ट और ई-मेल मिला है। जिसमें मुझे चेतावनी दी गई है कि सरकार मेरे फोन और ई-मेल को हैक करने की कोशिश कर रही है। महुआ ने यह भी लिखा कि प्रियंका- तुम्हें, मुझे और इंडिया अलायंस के तीन अन्य नेताओं को ऐसे मैसेज आए हैं। बाद में मोइत्रा ने एक ट्वीट और किया कि अखिलेश यादव के पास भी ऐसा मैसेज आया है। उन्होंने कहा कि मैंने लोकसभा स्पीकर ओम बिड़ला को आधिकारिक तौर पर पत्र लिखा है कि वह विपक्षी सांसदों की रक्षा कर अपने राजधर्म का पालन करें। साथ ही गृह मंत्रालय के अधिकारियों को तुरंत बुलाकर इस बारे में पूछताछ की जाए।

भाजपा का पलटवार एपल की सफाई का इंतजार क्यों नहीं
इन आरोपों पर पलटवार करते हुए भाजपा नेता अमित मालवीय ने कहा कि एपल की सफाई का इंतजार क्यों नहीं। हंगामा व्यंग्य के तौर पर खत्म हो जाएगा। क्या आक्रोश जताने का मौका देखा जा रहा है। वहीं मोबाइल कंपनी एपल के सूत्रों ने बताया कि एल्गोरिथम की खराबी के कारण यह मेल आए हैं। वह इस संबंध में कुछ देर में बयान जारी करेंगे।
भाजपा नेता नलिन कोहली ने कहा कि महुआ मोइत्रा पर बहुत गंभीर आरोप हैं। संसद की समिति के सामने जाने पर उन्हें जवाब देने पड़ेगा। यह ध्यान भटकने की कोशिश की है। कभी राजनीतिक बात को ध्यान भटकने के लिए बिना आधार के कह देना। ऐसा भी हो सकता है कि उन्होंने खुद ही हैक करने का कोशिश किया हो और आरोप लगा रहे हो कि ऐसा भारत सरकार ने किया है।
केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि सरकार इस मुद्दे पर बहुत गंभीर है। हम इस मुद्दे की तह तक जाएंगे। जांच के आदेश जारी कर दिए हैं। एपल ने आज 150 देशों में एडवाइजरी जारी की है। एपल के पास कोई जानकारी नहीं है। कंपनी ने अनुमान के आधार पर लोगों को अलर्ट भेजा है। एपल खुद क्लेम करता है कि कोई उनका फोन हैक नहीं कर सकता।

हैकिंग मामले पर विपक्षी नेताओं के बयान भी जारी
वहीं हैकिंग मामले पर विपक्षी नेताओं ने बयान भी जारी हैं। राजद सांसद मनोज झा ने कहा कि सरकार कहे कि ये अलर्ट गलत है, यह क्या हो रहा है? आक्रामक राजनीति के तहत डिजिटल दुनिया बना रहे हैं? आप देखना चाहते हैं कि कौन किससे बात कर रहा है, क्या बात कर रहा है? सरकार की ओर से सफाई आनी चाहिए। इसके लिए एक मंत्रालय भी है, वह क्या कर रहा है? आम आदमी पार्टी के सांसद राघव चड्ढा का कहना है कि उन्हें अपने फोन निर्माता से स्टेट स्पॉन्सर्ड अटैकर्स द्वारा उनके फोन पर हमला करने की कोशिश करने को लेकर चेतावनी मिली है।
क्या लिखा है इन अलर्ट मैसेज में?
महुआ और शशि थरूर ने जो स्क्रीनशॉट शेयर किए हैं, वह एपल आईडी पर आए अलर्ट मैसेज हैं। इनमें लिखा है कि एपल को लगता है स्टेट-स्पॉन्सर्ड अटैकर्स आपको अपना टारगेट बना रहे हैं। यह आपकी एपल आईडी से जुड़े आईफोन को रिमोट मोड पर लेकर उसमें सेंध लगाने की कोशिश कर रहे हैं। इस ईमेल का टाइटल है अलर्ट-स्टेट स्पॉन्सर्ड अटैकर्स आपके आईफोन को अटैक कर रहे हैं।
इसमें लिखा है कि यह अटैकर्स आपको शायद आपके पद और आपके काम की वजह से टारगेट कर रहे हैं। अगर आपकी डिवाइस किसी स्टेट-स्पॉन्सर्ड अटैकर ने कॉम्प्रोमाइज कर ली है तो हो सकता है कि वह आपकी निजी जानकारी, आपकी बातचीत, यहां तक कि आपका कैमरा और माइक्रोफोन भी रिमोट एक्सेस कर सकते हैं। मैसेज में यह भी लिखा गया कि हो सकता है यह एक फॉल्स अलार्म हो, लेकिन फिर भी इस वॉर्निंग को गंभीरता से लें।