Kisan Andolan 2 Update : पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने किसानों के प्रस्तावित दिल्ली कूच को बाधित करने के लिए हरियाणा सरकार द्वारा कुछ सड़कों पर कंक्रीट के अवरोधक, कीलें और कंटीले तार लगाए जाने की आलोचना की है। उन्होंने पड़ोसी राज्य की भाजपा सरकार पर पंजाब और भारत के बीच जैसी सीमा बनाने का आरोप लगाया। भगवंत मान का कहना है कि मनोहर लाल सरकार ने पंजाब के साथ लगी सीमा पर इतने कंटीले तार लगाए हैं, जितने पाकिस्तान के साथ लगी देश की सीमा पर लगे हैं। साथ ही उन्होंने केंद्र सरकार से मांग की है कि किसानों से बातचीत कर उनकी मांगों को मंजूरी दी जाए। हरियाणा-पंजाब बॉर्डर पर इंडिया और पाकिस्तान जैसे बॉर्डर न बनाया जाए।
मुख्यमंत्री भगवंत मान तरनतारन में थर्मल प्लांट के उद्घाटन कार्यक्रम के दौरान संबोधित कर रहे थे। भगवंत मान आम आदमी पार्टी (आप) के संयोजक एवं दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के साथ तरनतारन में थर्मल प्लांट का उद्घाटन करने पहुंचे थे। इस दौरान मुख्यमंत्री भगवंत मान ने हरियाणा में किसानों को दिल्ली कूच करने से रोकने के लिए की जा रही तैयारियों को लेकर केंद्र सरकार को घेरा। भगवंत मान ने कहा कि मैंने केंद्र वालों को बुलाया कि इनसे बात करो। कई घंटे बातचीत के दौरान कई मांगों पर सहमति बन गई। मैंने उन्हें कहा कि दोबारा आकर बैठक कर लो, लेकिन उन्होंने मना कर दिया। उन्होंने कहा कि अब जितनी तारें पाकिस्तान जाने के लिए लगी हैं, उतनी ही दिल्ली जाने के लिए लगा दी हैं।

हरियाणा के मुख्यमंत्री ने उठाए गए कदम को दिया सही करार
वहीं हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने राज्य की सीमाओं को सील करने और पंजाब के किसानों को दिल्ली की ओर कूच करने से रोकने के लिए उठाए गए कदम को सही करार दिया है। उनका कहना है कि इसका उद्देश्य कानून-व्यवस्था बरकरार रखना है। जिस प्रकार किसान प्रदर्शन करते हैं, वह लोकतंत्र में उचित नहीं है। हमने यह पिछली बार देखा है। दिल्ली जाने के लिए कई बस और ट्रेन हैं, लेकिन वह ट्रैक्टर लेकर जाते हैं। ट्रैक्टर के अगले हिस्से में कुछ हथियार भी लगा देते हैं। अगर कोई उन्हें रुकने के लिए कहता है तो वह रुकते नहीं हैं।

हरियाणा के अधिकारियों ने अंबाला जिले के पास शंभू में पंजाब के साथ राज्य की सीमा को सील कर दिया है। दिल्ली की ओर जाने वाली सड़कों पर कंक्रीट के अवरोधक, रेत की बोरियां, कंटीले तार लगाए हैं। दंगा-रोधी वाहन तैयार हैं। जींद और फतेहाबाद जिलों में पंजाब के साथ लगी राज्य की सीमाओं पर भी व्यापक इंतजाम किए गए हैं।

किसानों की मांगों को पूरा करे केंद्र सरकार
गौरतलब है कि संयुक्त किसान मोर्चा (गैर-राजनीतिक) और किसान मजदूर मोर्चा की ओर से 13 फरवरी को दिल्ली कूच का ऐलान किया गया है। किसानों संगठनों का कहना है कि फसलों के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य के लिए कानून बनाने सहित कई मांगों को स्वीकार करने के लिए केंद्र पर दबाव बनाने के वास्ते 200 से अधिक किसान संगठन दिल्ली तक मार्च करेंगे। वहीं पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने तरनतारन में कार्यक्रम के दौरान केंद्र सरकार से किसानों की जायज मांगों को मानने की अपील की है। उनकी सरकार से मांग है कि पंजाब और हरियाणा के बीच सीमा मत बनाइए।

मुख्यमंत्री भगवंत मान ने एक्स पर लिखा है कि मेरी केंद्र सरकार से विनती है कि किसानों के साथ बैठकर बात कर लें। उनकी जायज मांगों को मान लें। पंजाब का किसान देश का पेट भरता है। हमारे साथ इतनी नफरत मत करो। बड़े-बड़े कील और कंटीले तार लगाकर आप बॉर्डर न बनाओ। मान ने कहा कि दिल्ली जाने के लिए सड़कों पर (पंजाब-हरियाणा सीमा पर) उतने ही कंटीले तार हैं, जितने पाकिस्तान से लगी सीमा पर हैं।

केंद्र सरकार ने सरकारी इनकम के सोर्स निजी हाथों में सौंपें : केजरीवाल
वहीं दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने तरनतारन में गुरु अमरदास थर्मल प्लांट लिमिटेड का उद्घाटन करने के बाद कहा कि केंद्र सरकार ने एलआईसी, एयरपोर्ट सहित अन्य सरकारी इनकम के सोर्स को निजी हाथों में बेच दिया है। केंद्र सरकार बेईमान है। पिछले 75 सालों से यही सब चलता आ रहा है, लेकिन पंजाब में हमारी सरकार ने पहली बार उलटा किया है। एक प्राइवेट प्लांट को सरकार ने सस्ते में खरीदा है।

उन्होंने कहा कि अगर ऐसा पावर प्लांट नया बनाया जाए तो करीब साढ़े 5 हजार करोड़ रुपये का एक पावर प्लांट बनता है, लेकिन आप सरकार ने यह पावर प्लांट 1100 करोड़ रुपये का खरीदा है। अगर हमारी नीयत खराब होती तो हम भी इसे साढ़े 5 हजार करोड़ के प्लांट को हम 10 हजार करोड़ में खरीदते। उन्हीं पैसों को हम अपने पार्टी के लिए इस्तेमाल करते। मगर हमने ऐसा नहीं किया, क्योंकि हमारी नीयत साफ है। पंजाब के खजाने के हमने करीब 4400 करोड़ रुपये बचाए हैं।

