पहलगाम हमले के बाद पाक एयरफोर्स हाई अलर्ट पर, 18 जेएफ-17 फाइटर जेट भारत सीमा की ओर रवाना
भारत की सख्ती के बीच पीएम मोदी की अध्यक्षता में ढाई घंटे की CCS मीटिंग, पांच बड़े फैसले
हमले में जान गंवाने वालों का पूरे देश में अंतिम संस्कार, परिजनों ने कड़ी कार्रवाई की मांग की
Indian retaliation plans: जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद पाकिस्तान में खलबली मच गई है। हमले के ठीक बाद 22 अप्रैल की रात पाकिस्तान एयरफोर्स ने लाहौर और रावलपिंडी के एयरबेस पर 18 चीन निर्मित जेएफ-17 फाइटर जेट्स को तैनात किया है। ये जेट कराची एयरबेस से रवाना किए गए हैं। पाकिस्तानी आर्मी चीफ जनरल आसिम मुनीर ने मंगलवार शाम तीनों सेनाओं के कमांडरों के साथ बैठक की, जिसमें भारत से संभावित जवाबी कार्रवाई की रणनीति पर चर्चा हुई। रिपोर्ट के मुताबिक, पाक को भारत की ओर से पीओके में मौजूद लश्कर के लॉन्च पैड्स पर स्ट्राइक का डर है। यही वजह है कि एलओसी पर भी पाकिस्तानी फौज की तैनाती बढ़ा दी गई है।
वहीं, भारत सरकार ने भी इस हमले को बेहद गंभीरता से लिया है। बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में सुरक्षा मामलों की कैबिनेट कमेटी (CCS) की ढाई घंटे लंबी बैठक हुई, जिसमें हमले की गंभीरता के मद्देनजर पांच बड़े फैसले लिए गए। इसके साथ ही केंद्र ने सर्वदलीय बैठक बुला ली है। विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने बताया कि भारत सरकार इस हमले का ठोस और निर्णायक जवाब देगी।
हमले में मारे गए लोगों के शव उनके गृहनगर पहुंचाए गए हैं। कानपुर के शुभम द्विवेदी, इंदौर के सुशील नथानियल, रायपुर के दिनेश मिरानिया, ओडिशा के प्रशांत सतपथी, कर्नाटक के भारत भूषण सहित अन्य पीड़ितों का गुरुवार को अंतिम संस्कार किया जा रहा है। मृतकों के परिजनों का गुस्सा साफ झलक रहा है। शुभम के पिता संजय द्विवेदी ने कहा कि “दो टके के आतंकियों ने भारत को चुनौती दी है, सरकार को ऐसी कार्रवाई करनी चाहिए कि उनकी सात पीढ़ियां याद रखें।”
राज्यों के मुख्यमंत्री, केंद्रीय मंत्री, सांसदों और नेताओं ने मृतकों को श्रद्धांजलि दी है। कानपुर में सीएम योगी आदित्यनाथ शुभम के अंतिम संस्कार में शामिल होंगे। वहीं इंदौर में सीएम मोहन यादव ने सुशील को श्रद्धांजलि दी। रायपुर में डिप्टी सीएम अरुण साव और अन्य मंत्रियों ने मिरानिया के शव को कंधा दिया। देशभर में इस हमले को लेकर जनाक्रोश है और पाकिस्तान को सख्त जवाब देने की मांग उठ रही है।