शाहबाज शरीफ ने 72 साल की उम्र में दूसरी बार पाकिस्तान के प्रधानमंत्री का पद संभाला। सोमवार को राष्ट्रपति भवन में उन्होंने शपथ ली। इस दौरान उनके बड़े भाई और पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ, पंजाब प्रांत की मुख्यमंत्री मरियम नवाज सहित तीनों सेनाओं के अध्यक्ष भी उपस्थित रहे। वहीं कैबिनेट का ऐलान बाद में किया जाएगा।
बता दें कि शाहबाज को पहला बधाई संदेश तुर्किये से मिला। उन्होंने शपथ के एक दिन पहले ही शाहबाज को शुभकामनाएं भेज दीं। शाहबाज पाकिस्तान के 24वें प्रधानमंत्री हैं। वे 3 मार्च 2024 को प्रधानमंत्री चुने गए थे, उन्हें 201 सांसदों का साथ मिला था। उन्होंने संसद में 1 घंटे 24 मिनट का भाषण दिया, जिसमें उनकी जुबान फिसल गई थी। उन्होंने खुद को प्रधानमंत्री की जगह विपक्ष का नेता बताया।

शाहबाज ने कश्मीर का जिक्र भी किया। उन्होंने कहा कि कश्मीर में लोग मारे जा रहे हैं और इजराइल लगातार गाजा पर बमबारी कर रहा है, उन्हें कश्मीर और फिलिस्तीन की आजादी के लिए संसद में प्रस्ताव पास करना चाहिए। शाहबाज ने पहले भी पाकिस्तान के प्रधानमंत्री का पद संभाला था। साल 2022 में इमरान खान की सरकार गिरने के बाद उन्होंने प्रधानमंत्री का कार्यभार संभाला था।

किसी भी पार्टी को नहीं मिला बहुमत
चुनाव के 24 दिन बाद पाकिस्तान में प्रधानमंत्री का चुनाव हुआ था। पीटीआई समर्थक सांसद इमरान खान के पक्ष में आजादी और कैदी नंबर 804 के नारे लगे। उत्तर में पीएमएल-एन के सांसदों ने लॉन्ग लिव नवाज के नारे लगाए। 8 फरवरी को चुनाव के बाद नवाज शरीफ की पीएमएल-एन और बिलावल भुट्टो की पीपीपी पार्टी ने गठबंधन किया। 11 फरवरी को 67 घंटों के बाद सभी सीटों के नतीजे घोषित हुए, लेकिन किसी भी पार्टी को बहुमत नहीं मिला।

9 मार्च को राष्ट्रपति पद के होंगे चुनाव
वहीं 29 फरवरी को नेशनल असेंबली का पहला सत्र बुलाया गया। जिसमें सभी सांसदों ने पद की शपथ ली। 1 मार्च को नेशनल असेंबली में स्पीकर और डिप्टी स्पीकर के चुनाव हुए, जिसमें पीएमएल-एन समर्थन वाले उम्मीदवारों ने जीत दर्ज की। अब 9 मार्च को पाकिस्तान में राष्ट्रपति पद के चुनाव होंगे, जिसमें पीएमएल-एन और पीपीपी ने आसिफ अली जरदारी को उम्मीदवार घोषित किया है, वहीं इमरान समर्थक एसआईसी ने महमूद खान अचकजई को राष्ट्रपति पद का उम्मीदवार बनाया है।




