इजराइल पर फिलिस्तीनी संगठन हमास के हमलों के बाद प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने जंग का ऐलान कर दिया है। इजराइल की राजधानी तेल अवीव स्थित सैन्य मुख्यालय में सुरक्षा कैबिनेट के साथ एमरजेंसी बैठक के बाद प्रधानमंत्री बेंजामिन ने कहा कि यह जंग है और हम इसे जरूर जीतेंगे। दुश्मनों को इसकी कीमत चुकानी होगी।
इजराइल के रक्षा मंत्री योआव गैलेंट ने घोषणा की कि फिलिस्तीनी चरमपंथी हमास समूह ने इजरायल के खिलाफ युद्ध शुरू कर दिया है। रक्षा मंत्री गैलेंट ने चेतावनी दी कि हमास ने आश्चर्यजनक तरीके से दक्षिणी और मध्य इजराइल में सुबह में हमले शुरू कर दिए। उन्होंने करीब 5000 रॉकेट दागे हैं। फिलिस्तीनी चरमपंथी हमास के लड़ाकों ने भी इजराइल के घरों पर कब्जा कर लिया है। उन्होंने अपने लड़ाकों को यह संदेश दिया है कि वह जहां कहीं भी हैं, युद्ध शुरू कर दें।

वहीं इजराइल में बिगड़ते हालातों के बीच इंडियन एम्बेसी ने वहां मौजूद अपने नागरिकों के लिए एडवाइजरी जारी की है। उन्हें सतर्क और सुरक्षित रहने को कहा गया है। भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा है कि मुश्किल घड़ी में भारत इजराइल के लोगों के साथ है। बता दें कि इससे पहले इजरायली सेना ने शनिवार सुबह जानकारी दी थी कि फिलिस्तीनी चरमपंथी हमास ने गाजा पट्टी के जरिए इजराइल में घुसपैठ की है। इजराइल रक्षा बलों ने कहा कि गाजा पट्टी से इजराइल की राजधानी तेल अवीव सहित 7 शहरों में करीब 5 हजार रॉकेट दागे गए हैं। अल जजीरा की रिपोर्ट के मुताबिक यह रॉकेट रिहायशी इमारतों पर गिरे हैं और अब तक 40 लोगों की मौत हो गई है, जबकि 750 घायल हुए हैं।

एक दूसरे पर चले ‘अल-अक्सा फ्लड‘ और ‘स्वॉर्ड्स ऑफ आयरन‘ ऑपरेशन
फिलिस्तीनी चरमपंथी हमास ने अपने इस ऑपरेशन को ‘अल-अक्सा फ्लड’ का नाम दिया है। हमास का दावा है कि उन्होंने कई नागरिकों सहित इजराइली जनरल निमरोद अलोनी को बंधक बना लिया है। येरूशलम पोस्ट के मुताबिक, हमास लड़ाकों ने कई इजराइली कस्बों पर कब्जा कर लिया है। हमास के सैन्य कमांडर मोहम्मद दीफ का कहना है कि यह हमला येरूशलम में अल-अक्सा मस्जिद को इजराइल की तरफ से अपवित्र करने का बदला है।
वहीं इजराइल की सेना ने हमास के खिलाफ ऑपरेशन ‘स्वॉर्ड्स ऑफ आयरन’ शुरू कर दिया है। येरूश्लेम पोस्ट के मुताबिक इजराइल की डिफेंस फोर्सेस ने हमास के 17 मिलिट्री कंपाउंड और 4 मिलिट्री हेडक्वार्टर्स पर हमला किया है। सेना हमास के ठिकानों पर हमले कर रही है।

बता दें कि इजराइली पुलिस ने अप्रैल 2023 में अल-अक्सा मस्जिद में ग्रेनेड फेंके थे। वहीं हमास के प्रवक्ता गाजी हामद ने अल जजीरा से कहा कि यह कार्रवाई उन अरब देशों को हमारा जवाब है, जो इजराइल के साथ करीबी बढ़ा रहे हैं। हाल ही के दिनों में मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया गया था कि अमेरिका की पहल पर सऊदी अरब इजराइल को देश के तौर पर मान्यता दे सकता है।

इजराइल और फिलिस्तीन के बीच तनाव से जुड़ी मुख्य बातें
मिडिल ईस्ट के इस इलाके में यह संघर्ष कम से कम 100 साल से चला आ रहा है। यहां वेस्ट बैंक, गाजा पट्टी और गोलन हाइट्स जैसे इलाकों पर विवाद है। फिलिस्तीन इन इलाकों सहित पूर्वी यरुशलम पर दावा जताता है। वहीं इजराइल यरुशलम से अपना दावा छोड़ने को राजी नहीं है। गाजा पट्टी इजराइल और मिस्र के बीच में है। यहां फिलहाल हमास का कब्जा है। यह इजराइल विरोधी समूह है। सितंबर 2005 में इजराइल ने गाजा पट्टी से अपनी सेना वापस बुला ली थी। वर्ष 2007 में इजराइल ने इस इलाके पर कई प्रतिबंध लगा दिए। फिलिस्तीन का कहना है कि वेस्ट बैंक और गाजा पट्टी में स्वतंत्र फिलिस्तीन राष्ट्र की स्थापना हो।