पिछले कई हफ्तों से लगातार चर्चा में रहे पेटीएम से जुड़ी एक और बड़ी खबर आई है। पेटीएम पेमेंट्स बैंक लिमिटेड पर 5.49 करोड़ रुपये का जुर्माना लगाया गया है। यह कार्रवाई फाइनेंशियल इंटेलिजेंस यूनिट-इंडिया ने मनी लॉन्ड्रिंग नियमों का उल्लंघन करने पर की। एफआईयू-आईएनडी ने रिजर्व बैंक सहित दूसरी एजेंसियों के एक्शन की समीक्षा के बाद ये फैसला लिया।
वित्त मंत्रालय की जांच एजेंसी एफआईयू-आईएनडी के एक बयान के मुताबिक पेटीएम की कुछ ससंथाएं और बिजनेस नेटवर्क ऑनलाइन सट्टेबाजी सहित अवैध गतिविधियों में लगे हुए थे। अगर वाकई ऐसा है तो पेटीएम का बिजनेस नेटवर्क दागदार ठहरा दिया जाएगा। जब से पेटीएम पेमेंट बैंक रेगुलेटरी नियमों के उल्लंघन के चलते आरबीआई की कार्रवाई का सामना कर रहा है। तब से इसके यूजर चिंतित है।
कंपनी के फाउंडर विजय शेखर शर्मा को देना पड़ा इस्तीफा

कुछ ही दिन पहले पेटीएम के फाउंडर विजय शेखर शर्मा ने 26 फरवरी को पेटीएम पेमेंट्स बैंक के बोर्ड से इस्तीफा दे दिया था। विजय शेखर बैंक के पार्ट टाइम नॉन-एग्जीक्यूटिव चेयरमैन थे। उनके इस्तीफे के बाद पीपीबीएल का नया बोर्ड बना। अब उनके बिजनेस नेटवर्क पर ऑनलाइन गैम्बलिंग का भी आरोप लगा है।
2 डायरेक्टर भी दे चुके पेटीएम पेमेंट्स बैंक के बोर्ड से इस्तीफा

पेटीएम के फाउंडर विजय शर्मा के इस्तीफा देने से पहले दो इंडिपेंडेंट डायरेक्टर भी पेटीएम पेमेंट्स बैंक के बोर्ड से इस्तीफा दे चुके थे। उनमें एक थे बैंक ऑफ अमेरिका और प्राइस वाटरहाउस कूपर्स के फॉर्मर एग्जीक्यूटिव शिंजिनी कुमार, जिन्होंने दिसंबर में इस्तीफा दिया था। दूसरी थीं एसबीआई की फॉर्मर डिप्टी मैनेजिंग डायरेक्टर मंजू अग्रवाल। उन्होंने भी पेटीएम पेमेंट्स बैंक के बोर्ड से इस्तीफा दे दिया था। बहरहाल, पेटीएम को थोड़ी राहत बस यह मिली है कि केंद्रीय बैंक आरबीआई ने पेटीएम पेमेंट बैंक में डिपॉजिट और अन्य ट्रांजैक्शंस की डेडलाइन को 15 मार्च तक बढ़ा दिया है।
आरबीआई की भी बड़ी कार्रवाई

आरबीआई ने 29 जनवरी को आदेश जारी करते हुए पेटीएम पेमेंट्स बैंक पर कई तरह के प्रतिबंध लगा दिए थे। आरबीआई ने पेटीएम पेमेंट्स बैंक को 29 फरवरी के बाद नए डिपॉजिट्स लेने और क्रेडिट ट्रांजैक्शंस पर रोक लगाने का आदेश दिया था। हालांकि बाद में आरबीआई ने पेटीएम पेमेंट्स बैंक को 15 मार्च 2024 तक राहत दे दी।