Delhi real estate case

जमीन घोटाले में Robert Vadra के बाद Priyanka Gandhi का नाम शामिल, Haryana में 5 एकड़ जमीन की हुई थी खरीद-फरोख्त

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Priyanka Gandhi troubles increased : कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी की मुश्किलें बढ़ती दिख रही हैं। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने अपने आरोप पत्र में प्रियंका गांधी का नाम भी दर्ज किया है। जिसमें वर्ष 2006 में दिल्ली स्थित रियल एस्टेट एजेंट एचएल पाहवा से हरियाणा के फरीदाबाद में 40 कनाल (पांच एकड़) की कृषि भूमि खरीदने और उसी जमीन को बेचने में उनकी भूमिका का उल्लेख किया गया है। इस मामले में आम आदमी पार्टी की ओर से प्रतिक्रिया दी गई है।

ईडी मामले की प्रीवेंशन ऑफ मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट (पीएमएलए) के तहत छानबीन कर रही है। चार्जशीट के अनुसार प्रियंका गांधी ने वर्ष 2006 में दिल्ली स्थित रियल एस्टेट एजेंट एचएल पाहवा से यह जमीन खरीदी और वर्ष 2010 में उसे ही वापस बेच दिया। इससे पहले मंगलवार को प्रवर्तन निदेशालय ने चार्जशीट में रॉबर्ट वाड्रा का नाम लिखा था। मनी लॉन्ड्रिंग मामले में डिफेंस डीलर और लंदन स्थित भगोड़ा संजय भंडारी भी शामिल है। भंडारी वर्ष 2016 में ब्रिटेन भाग गया था। ईडी और केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) के कानूनी अनुरोध पर ब्रिटिश सरकार ने कार्रवाई करते हुए इस साल जनवरी में भारत में उसके प्रत्यर्पण को मंजूरी दे दी।

प्रियंका गांधी 1

ईडी विपक्षी नेताओं के खिलाफ कर रही लगातार कार्रवाई : प्रियंका कक्कड़

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इस संबंध में आम आदमी पार्टी की राष्ट्रीय प्रवक्ता प्रियंका कक्कड़ का कहना है कि हम देख रहे हैं कि ईडी लगातार विपक्षी नेताओं के खिलाफ कार्रवाई कर रही है। हमारे नेता जेल में हैं। निर्दोष साबित होने तक दोषी का कानून विपक्ष पर लागू होता है, जबकि दोषी साबित होने तक निर्दोष का कानून पूरे देश पर लागू होता है।

प्रियंका गांधी

गौरतलब है कि हरियाणा के फरीदाबाद में पांच एकड़ जमीन के कथित अधिग्रहण और निपटान से संबंधित ईडी की ओर से दायर आरोप पत्र में कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी और उनके पति रॉबर्ट वाड्रा का नाम शामिल है। हालांकि दोनों को अभी तक औपचारिक रूप से आरोपी नहीं बनाया गया है। चार्जशीट सीसी थंपी के खिलाफ दाखिल की गई है, जो एनआरआई व्यवसायी हैं। एक और शख्स सुमित चड्ढा हैं, जो भारतीय मूल के ब्रिटिश नागरिक हैं। उनके खिलाफ भी चार्जशीट दाखिल है।

प्रियंका रॉबर्ट 2

पाहवा को बिक्री का नहीं मिला पूरा भुगतान, जांच जारी

ईडी की चार्जशीट के अनुसार जांच में सामने आया है कि सीसी थंपी ने वर्ष 2005 और वर्ष 2008 के बीच दिल्ली एनसीआर स्थित एक रियल एस्टेट एजेंट एचएल पाहवा के जरिए हरियाणा में फरीदाबाद के गांव अमीपुर में करीब 486 एकड़ जमीन का अधिग्रहण किया। रॉबर्ट वाड्रा ने वर्ष 2005-06 के दौरान पाहवा से अमीपुर में कुल 334 कनाल (40.08) जमीन के तीन पार्सल भी खरीदे। बाद में दिसंबर 2010 में उसी जमीन को एचएल पाहवा को वापस बेच दिया।

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इसके अलावा प्रियंका गांधी वाड्रा ने अप्रैल 2006 में पाहवा से गांव अमीपुर में 40 कनाल (5 एकड़) कृषि भूमि का अधिग्रहण किया। बाद में उन्होंने उसी जमीन को फरवरी 2010 में पाहवा को बेच दिया। ईडी की चार्जशीट के अनुसार पाहवा को भूमि अधिग्रहण से बही-खातों से नकद प्राप्त हो रहा था। यह भी देखा गया कि रॉबर्ट वाड्रा ने पाहवा को बिक्री का पूरा भुगतान नहीं किया। इस संबंध में जांच अभी भी जारी है। एचएल पाहवा की बुक में लेनदेन को दर्शाने वाले बही-खातों की प्रतिलिपि 17 नवंबर 2023 के पत्र के माध्यम से रिकॉर्ड में ली गई थी।

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जांच में सामने आए थे थंपी और रॉबर्ट वाड्रा के बीच गहरे संबंध

ईडी की चार्जशीट के अनुसार इस मामले में जांच के दौरान यह सामने आया कि चेरुवथुर चकुट्टी थंपी और रॉबर्ट वाड्रा के बीच गहरे संबंध थे। यह संबंध न केवल दोस्ती, बल्कि व्यावसायिक हित भी पाए गए। आरोप पत्र के अनुसार थंपी के बयान विभिन्न तारीखों पर पीएमएलए की धारा 50 के तहत दर्ज किए गए हैं। 19 जून 2019 को दर्ज किए गए अपने बयान में थंपी का कहना था कि वह रॉबर्ट वाड्रा को पिछले 10 वर्ष से ज्यादा समय से जानता है। उन्हें (थंपी से) सोनिया गांधी के पीए माधवन ने मिलवाया था।

रॉबर्ट वाड्रा की संयुक्त अरब अमीरात यात्रा के दौरान उनकी उनसे कई बार मुलाकात हुई। मामले में थंपी को जनवरी 2020 में गिरफ्तार किया गया था। ईडी का आरोप था कि थंपी वाड्रा का करीबी सहयोगी है। वह फिलहाल जमानत पर बाहर है। ईडी ने एक बयान जारी कर कहा कि उसने इस मामले में थंपी और सुमित चड्ढा के खिलाफ एक नया आरोप पत्र दायर किया है।

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रॉबर्ट वाड्रा पर लंदन की एक संपत्ति का पुनर्निर्माण करने का आरोप

ईडी ने भंडारी के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग मामले में आरोप लगाया कि रॉबर्ट वाड्रा ने लंदन की एक संपत्ति का पुनर्निर्माण किया और वहां रुके। वह काली कमाई थी। ईडी ने आरोप लगाया है कि संजय भंडारी के पास कई अघोषित विदेशी आय और संपत्तियां हैं। जिनमें लंदन की 12 ब्रायनस्टन स्क्वायर और 6 ग्रोसवेनर हिल कोर्ट प्रमुख हैं। ईडी ने दावा किया कि रॉबर्ट वाड्रा ने न केवल सुमित चड्ढा के माध्यम से लंदन के 12 ब्रायनस्टन स्क्वायर में संपत्ति का रिनोवेशन किया, बल्कि उसी में रहे। रॉबर्ट वाड्रा और सीसी थंपी ने फरीदाबाद में जमीन का एक बड़ा हिस्सा खरीदा और एक दूसरे के साथ वित्तीय लेनदेन किया। ईडी पहले भी वाड्रा से पूछताछ कर चुकी है। हर बार रॉबर्ट वाड्रा ने अपने ऊपर लगे आरोपों से इंकार किया है।