अयोध्या में राम मंदिर बनने का पहला चरण लगभग पूरा हो गया है और लोग अब भी श्रद्धाभाव से दान कर रहे हैं। श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के कोषाध्यक्ष स्वामी गोविंद देव गिरि की मानी जाए तो राम मंदिर के खजाने में हर दिन बढ़ोतरी हो रही है और अब तक विदेशों से भी दान मिल रहा है।
जानकारी देते हुए रामलला को कोष के बारे में ट्रस्ट के कोषाध्यक्ष ने बताया कि इसके बारे में लोगों में बहुत जिज्ञासा है। उन्होंने कहा भगवान रामलला को कोष जहां पर कुबेर सेवा कर रहे हैं, वह लगातार बढ़ता जा रहा है। जितना कोष समर्पण के समय एकत्रित किया गया था, वह श्रद्धा के बल पर दिया गया था, वह उससे भी अधिक बढ़ रहा है। मंदिर तो पूरा हो गया है, लेकिन कोष हमारा बरकरार है। स्वामी गोविंद देव गिरि ने बताया कि ट्रस्ट ने एफसीआरए से प्रमाण पत्र प्राप्त किया है और अब विदेशों से भी धन मिल रहा है। विदेशों से आने वाले चंदे को लेकर एफसीआरए की अनुमति आवश्यक है और हमने इसमें कोई अपवाद नहीं बनने दिया है।

ट्रस्ट के तीन साल होने के बाद हमने भी एक आवेदन दायर किया। जिसके बाद हमें एफसीआरए से प्रमाण पत्र मिला है और अब विदेशों से धन मिल रहा है। विदेशों से अभी कितना पैसा आया है, यह अभी नहीं बताया जा सकता है। वहीं श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट की वेबसाइट के अनुसार इस समय तक कुल 5 हजार करोड़ रुपए से अधिक का दान आ चुका है, जिसमें से 3200 करोड़ रुपए ट्रस्ट के समर्पण निधि अकाउंट में जमा हो चुके हैं। राम मंदिर निर्माण के लिए ट्रस्ट ने देशभर के लोगों से 900 करोड़ रुपए जुटाने का लक्ष्य रखा था, लेकिन दिसंबर तक ही करीब 5 हजार करोड़ से अधिक का दान प्राप्त हुआ।

4 दिन में प्राप्त हुई 7 करोड़ 8 लाख राशि
मंदिर के पहले चरण का उद्घाटन बड़े धूमधाम से किया जाएगा। इस मौके पर लोग भरपूर उत्साह और आस्था के साथ दान देने में जुट रहे हैं। ट्रस्ट के अधिकारी भी बता रहे हैं कि उन्हें विदेशों से आ रहे धन के लिए भी अब अनुमति मिल गई है और इससे खजाना और भी समर्थ हो रहा है। ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों माध्यमों से ही राम मंदिर में दान लिया जा रहा हैं। मंदिर में राम लला दर्शन के पहले दिन 2 करोड़ 90 लाख, दूसरे दिन 2 करोड़ 43 लाख, तीसरे दिन 8 लाख 50 हजार और गणतंत्र दिवस के दिन एक करोड़ 15 लाख रूपए की दान राशि प्राप्त हो चुकी है।

करोड़ों में भी श्रद्वालु दे रहे दान
सबसे अधिक दान करने वाले में अध्यात्मिक गुरु और कथावाचक मोरारी बापू शामिल हैं, जिन्होंने राम मंदिर के लिए 11.3 करोड़ रुपये का दान किया है। इसके अलावा उनके अनुयायियों ने अलग से 8 करोड़ रुपए का दान किया है। गुजरात के हीरा कारोबारी गोविंदभाई ढोलकिया ने भी 11 करोड़ रुपए का दान किया है। इन दानों से दिखता है कि लोग अपनी सार्थकता के साथ राम मंदिर के निर्माण में योगदान देने के लिए तैयार हैं।
