दिल्ली गणतंत्र दिवस की परेड में इस बार पंजाब की झांकियों को स्थान नहीं दिया गया है। अब पंजाब सरकार ने इन झांकियों को लुधियाना की हर विधानसभा में प्रदर्शित करने का फैसला लिया है। केंद्र की ओर से बाहर की गई पंजाब की 3 झांकियों को अब दो दिनों तक लुधियाना में रखा जाएगा। बताया जा रहा है कि यह झांकियां दोपहर 2 बजे घुमार मंडी से प्रारंभ होकर हैबोवाल चौक से होते हुए शाम 5 बजे सिविल अस्पताल के बाहर पहुंचेगी। वहीं सभी विधायक इन झांकियों को अपने हलकों में लेकर जाएंगे, जहां इनका स्वागत किया जाएगा।
इसके बाद 27 जनवरी की सुबह तीनों झांकियों को लुधियाना पूर्वी के ताजपुर रोड से सुबह 9 बजे प्रारंभ किया जाएगा। लुधियाना साउथ के ढोलेवाल रोड, शेरपुर चौक, डाबा रोड और लोहारा खेडा तक इन झांकियों प्रदर्शित किया जाएगा। फिर दोपहर 1 बजे हलका आत्म नगर के कलसियां वाली गली वार्ड नंबर 49, गिल रोड से दुगरी रोड तक इन झांकियां को निकाला जाएगा। गौरतलब है कि गत दिनों पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने गणतंत्र दिवस परेड में पंजाब की झांकी को शामिल नहीं किए जाने पर भाजपा की केंद्र सरकार को जमकर घेरा था। उनका आरोप था कि केंद्र ने पंजाब राज्य के साथ भेदभाव कर रही है, जबकि केंद्र की ओर से उनके आरोपों को खारिज किया गया है।

बताया जा रहा है कि मुख्यमंत्री भगवंत मान ने गत दिनों पंजाब राज्य सहकारी बैंक में 520 लिपिक-सह-डेटा एंट्री ऑपरेटरों को नियुक्ति पत्र सौंपने के बाद जनसभा को संबोधित करते हुए केंद्र सरकार को इस मामले में जमकर घेरा था। मान का आरोप है कि केंद्र ने गणतंत्र दिवस परेड के लिए पंजाब की झांकी को अस्वीकार करके भगत सिंह, राजगुरु, सुखदेव, लाला लाजपत राय, उधम सिंह जैसे महान शहीदों और अन्य का अपमान किया है। उनका आरोप है कि केंद्र सरकार परेड में पंजाब की झांकियों को शामिल न करके इन महान शहीद नायकों के योगदान और बलिदान को नजरअंदाज कर रही है।

वहीं अब मान सरकार का निर्णय है कि यह झांकिया 26 जनवरी के बाद पूरे पंजाब में दिखाई जाएंगी। मुख्यमंत्री मान ने भाजपा प्रदेश प्रमुख सुनील जाखड़ पर भी मामले को लेकर निशाना साधा है। उनका कहना है कि कुछ नेता प्रदेश की प्रगति में बाधा बन रहे हैं। वहीं भाजपा नेता सुनील जाखड़ ने गणतंत्र दिवस परेड में पंजाब की झांकी को शामिल न करने के मुद्दे को राजनीतिकरण करने का करार दिया है।

उनका आरोप है कि आम आदमी पार्टी की सरकार ने झांकी में पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल और प्रदेश के मुख्यमंत्री भगवंत मान के चित्र लगाने पर जोर दिया है। यही कारण है कि गणतंत्र दिवस की परेड में पंजाब की झांकियों को स्थान नहीं दिया गया। सुनील जाखड़ ने इसे दुर्भाग्यपूर्ण करार दिया है। उनका कहना है कि हर राज्य हर साल झांकी नहीं निकालता और कुछ को तकनीकी कारणों के चलते हटा दिया जाता है। जाखड़ का कहना है कि पिछले 17 साल में पंजाब की झांकी 9 बार गणतंत्र दिवस परेड से नदारद रही है।
