जम्मू-कश्मीर के रियासी जिले में वैष्णों देवी(Vaishno Devi) जा रही एक बस पर आतंकियों ने हमला(Terrorist Attack) किया। जिसमें 9 लोगों की मौत हो गई और 41 लोग घायल हो गए। घटना प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के शपथ ग्रहण से लगभग एक घंटा पहले, सवा 6 बजे हुई। हमले में ड्राइवर और कंडक्टर भी मारे गए।
रियासी की SSP मोहिता शर्मा ने बताया कि यह हमला कंदा इलाके में हुआ, जब बस शिव खोड़ी से कटरा की ओर जा रही थी। आतंकियों ने बस पर खुलेआम गोलियां चलाईं, जिससे ड्राइवर घायल हो गया और बस का नियंत्रण खो गया। इसके चलते 53 सीटों वाली यह बस खाई में गिर गई। चश्मदीदों के अनुसार, घटनास्थल पर दो आतंकी मौजूद थे। SSP मोहिता शर्मा ने आगे बताया कि आतंकवादी हाईवे पर बस का इंतजार कर रहे थे। ऐसा प्रतीत होता है कि उन्होंने इस बस को इसलिए निशाना बनाया क्योंकि इसमें अधिकतर यात्री जम्मू-कश्मीर के बाहर के थे। इस घटना के पीछे पाकिस्तान के आतंकी संगठनों का हाथ होने की आशंका जताई जा रही है।
घायल यात्री संतोष कुमार ने बताया कि आतंकियों ने सेना जैसी वर्दी पहन रखी थी और लाल कपड़े से अपने मुंह को ढांप रखा था। जैसे ही बस एक मोड़ पर पहुंची, अचानक गोलियां चलने लगीं। बस के खाई में गिरने से पहले आतंकियों ने 25 से 30 गोलियां चलाई थीं।
5 टीमें कर रही सर्च ऑपरेशन
जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल (LG) ने इस हादसे में जान गंवाने वाले लोगों के परिजनों को 10 लाख रुपए का मुआवजा देने की घोषणा की है। वहीं, घायलों को 50 हजार रुपए की सहायता राशि भी दी जाएगी। घायलों की मदद के लिए घटनास्थल के पास ही एक कंट्रोल रूम भी बनाया गया है। मौके पर पुलिस आर्मी और CRPF की एक संयुक्त अस्थाई सुरक्षाबल टीम तैयार कर हमलावरों को पकड़ने की कोशिश की जा रही है। सर्च ऑपरेशन के लिए अलग से 5 टीमें भी बनाई गई हैं। NIA की टीम भी जांच के लिए घटनास्थल पहुंच गई है।
सुरक्षा बलों ने की नाकाबंदी
घटना के बाद इलाके में दहशत का माहौल है। स्थानीय लोग और प्रशासन मिलकर घायलों को जल्द से जल्द अस्पताल पहुंचाने की कोशिश कर रहे हैं। इसके साथ ही सुरक्षा बलों ने इलाके की नाकेबंदी कर दी है और चप्पे-चप्पे पर नजर रखी जा रही है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस घटना पर गहरा दुख जताया है और कहा है कि सरकार इस कठिन समय में पीड़ितों और उनके परिवारों के साथ खड़ी है। उन्होंने घायल लोगों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की है और इस हमले के दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा दिलाने का आश्वासन दिया है।
लोगों में भय का माहौल
हमले ने एक बार फिर जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद की गंभीरता को उजागर कर दिया है। स्थानीय प्रशासन और सुरक्षाबल अब इस घटना की विस्तृत जांच में जुटे हुए हैं ताकि इसके पीछे के साजिशकर्ताओं को पकड़ा जा सके। रियासी जिले में पहले भी आतंकवादी गतिविधियां देखी गई हैं, लेकिन इस बार का हमला बहुत ही घातक और सुनियोजित था। सुरक्षा एजेंसियों का मानना है कि इस हमले के पीछे बड़े आतंकी संगठन का हाथ हो सकता है। घटना ने स्थानीय लोगों में भय का माहौल पैदा कर दिया है, लेकिन सुरक्षाबल और प्रशासनिक अधिकारी उन्हें सुरक्षा का भरोसा दिलाने में जुटे हैं। वे यह सुनिश्चित करने की कोशिश कर रहे हैं कि ऐसी घटनाएं दोबारा न हों और लोग अपने जीवन को सामान्य तरीके से जी सकें।
बस को ही निशाना क्यों बनाया
जांच एजेंसियां अब इस बात का पता लगाने की कोशिश कर रही हैं कि आतंकियों ने इस बस को ही क्यों निशाना बनाया और उनके इरादे क्या थे। इसके साथ ही, यह भी देखा जा रहा है कि कहीं इस हमले का संबंध किसी बड़ी साजिश से तो नहीं है।जम्मू-कश्मीर में इस तरह के हमले नए नहीं हैं, लेकिन हर बार की तरह इस बार भी सुरक्षा बल और स्थानीय लोग मिलकर आतंकवाद के खिलाफ मजबूती से खड़े हैं। वे इस कठिन समय में एक-दूसरे का साथ दे रहे हैं और आतंकियों के मंसूबों को नाकाम करने की पूरी कोशिश कर रहे हैं।