फिल्म इंडस्ट्री में ब्रेक मिलना हर स्ट्रगलिंग एक्ट्रेस के लिए किसी सपने के सच होने जैसा होता है। लेकिन पहली फिल्म सुपरहिट होने के बाद कई एक्ट्रेस अचानक बॉलीवुड से दूर हो जाती है। अनु अग्रवाल की कहानी भी कुछ ऐसी ही है। अनु अग्रवाल ने अपनी करियर की शुरुआत मॉडलिंग से की थी, लेकिन उन्हें साल 1990 में रिलीज हुई फिल्म आशिकी से रातों रात स्टारडम मिल गया था। फिल्म में दोनों की केमिस्ट्री फिल्म में काफी पसंद की गई और साथ ही इस फिल्म के गाने काफी लोकप्रिय हुए। इस फिल्म के हिट होते ही अनु के घर के बाहर उन्हें साइन करने के लिए फिल्ममेकर्स की लाइन लग गई। अनु के मन में भी बॉलीवुड में दूर तक जाने के ख्वाब सज गए लेकिन ये सपने पूरे नहीं हो पाए।
अनु इंडस्ट्री की चुनिंदा एक्ट्रेस में से थी, जिन्होंने एक्टिंग की नई परिभाषा स्थापित की थी। कुछ साल बाद उन्होंने लाइमलाइट से परे योग को ही अपना जीवन बना लिया। इस दौरान अनु भीषण हादसे का शिकार हुई थी। ये हादसा इतना बड़ा था कि वह 29 दिन तक कोमा में रही थी। अब अनु ने अपने साथ हुए उस हादसे को याद किया है।
महिलाओं को कॉस्मेटिक सर्जरी से किया सचेत
हाल ही में एक्ट्रेस ने महिला दिवस से पहले इस मुद्दे पर बात करते हुए आज की महिलाओं को कॉस्मेटिक सर्जरी से सचेत किया है। साथ ही उन्होंने कहा कि भले ही उन्हें सोशल मीडिया पर बुरी तरह ट्रोल किया जाता था, लेकिन उन्होंने खुद को वैसे ही स्वीकार किया जैसी वो हैं।
एक्ट्रेस आगे कहती हैं, ‘जीवन बदलने वाली दुर्घटना और अपने लुक को लेकर ट्रोल का सामना करने के बाद भी मैं खुदको स्वीकार करने पर जोर देती हूं और हमेशा खुद को स्वीकार करती हूं कि मैं जैसी हूं, वैसी ही दिखूं’। एक्सीडेंट के बावजूद कॉस्मेटिक सर्जरी न करने के बारे में अनु अग्रवाल कहती हैं कि उन्होंने इतने भयानक एक्सीडेंट के बावजूद कभी कॉस्मेटिक सर्जरी के बारे में विचार नहीं किया।
ऐसी प्रक्रियाओं की बढ़ती लोकप्रियता और संबंधित जोखिमों के बारे में कम होती जागरूकता पर चिंता व्यक्त करते हुए अनु ने कहा, ‘आज की महिलाओं को सेल्फ-लव को प्राथमिकता देनी चाहिए और जोखिम भरे कॉस्मेटिक उपचारों से बचना चाहिए. दुर्भाग्य से ये चीजें अधिक लोकप्रिय हो रही हैं। इन्फ्लुएंसर मार्केटिंग आज यह तय कर रही है कि महिलाओं को कैसा दिखना चाहिए और इसलिए 16 साल से कम उम्र की लड़कियों से बोटॉक्स करने का आग्रह किया जा रहा है और महिलाएं इससे जुड़े जोखिमों के बारे में कम चिंतित हैं’।
सन्यांस लेकर मुंडवा लिया था सिर
मीडिया रिपोर्टस के अनुसार टाइम्स ऑफ इंडिया को दिए एक इंटरव्यू में अनु ने कहा ‘ 1999 में मेरा एक्सीडेंट हुआ था और मैं कोमा में पहुंच गई थी। मैं एक्सीडेंट से पहले आश्रम में रही थी। जहां मैं आध्यात्म पर ध्यान दे रही थी। एक्सीडेंट के बाद मुझे कुछ याद नहीं लेकिन अपना आत्यात्मिक नाम याद है। 2001 में मैंने संन्यास लिया और सिर मुंडवा दिया। मैं एक हाथ में बैग लेकर शांत जगह पर रहती थी। बस मन और मानव मनोविज्ञान का अध्ययन करती थी। एक्ट्रेस ने कहा कि जब वह कोमा में थी तो उस वक्त सवाल उनके ठीक होने का नहीं, बल्कि यह था कि क्या वह बच पाएंगी? अगर बच भी गई तो भी पैरालिसिस की संभावना तो थी ही। लेकिन करीब एक महीने तक कोमा में रहने के बाद जब अनु अग्रवाल को होश आया , तो उन्होंने खुद को बिस्तर में पड़े पाया। उनके आधे शरीर में कोई हलचल नहीं थी। अनु अग्रवाल यह देख कांपने लगी थी।
लिपस्टिक लगाना भूल गई थी
अनु ने बताया, ‘साल 2006 में, मैंने एक बार फिर वापसी की और लोगों से मिलना शुरु किया। मैं उन्हें मदद के लिए प्यार से नमस्कार करुंगी, एक्सीडेंट के बाद तो मुझे ये भी याद नहीं था कि लिपस्टिक कैसे लगाते है। लोगों ने मेरी Before और After तस्वीरें शेयर करना शुरु कर दी थी। मेरी नो-मेकअप लुक की तस्वीरें वायरल हो रही थी। मेरे लिए ये सब होते देखना किसी सदमें से कम नहीं था।
अब योग स्कूल चलाती हैं अनु अग्रवाल
एक्सीडेंट के बाद अनु अग्रवाल का चेहरा अजीब सा हो गया था। एक्ट्रेस ने बताया कि वह लिपस्टिक तक लगाना भूल गई थीं। उनकी बिना मेकअप वाली तस्वीरें वायरल होने लगीं। पर धीरे-धीरे एक्ट्रेस ने खुद को संभाला। वह अब इंस्टाग्राम पर काफी एक्टिव रहती हैं और अब योग स्कूल चलाती हैं।