Faridabad आने वाले नए वर्ष में हरियाणा के फरीदाबाद में आयोजित होने वाला 38वां सूरजकुंड अंतरराष्ट्रीय हस्तशिल्प मेला और भी भव्य रूप लेगा। 7 फरवरी से 23 फरवरी तक चलने वाले इस मेले में इस बार 1300 हट्स स्थापित की जाएंगी, जिसमें पिछले वर्षों के मुकाबले 200 नई हट्स जोड़ी जाएंगी।
हस्तशिल्पियों को मिलेगा बड़ा मंच
पिछले वर्षों में मेले में लगभग 1100 हट्स ही उपलब्ध थीं, जिसके चलते कई हस्तशिल्पी जगह पाने से वंचित रह जाते थे। बढ़ती मांग को देखते हुए हरियाणा पर्यटन निगम ने नई हट्स बनाने का निर्णय लिया है। किसी भी हस्तशिल्पी को हट्स के लिए आवेदन के बाद निराश न होना पड़े, इसको ध्यान में रख यह निर्णय लिया गया हे।नई हट्स दिल्ली गेट, छत्तीसगढ़ गेट, फूड कोर्ट क्षेत्र और छोटी चौपाल के आस-पास बनाई जाएंगी।
सांस्कृतिक धरोहर का केंद्र बनेगा मेला
मेला परिसर में पहले से मौजूद चौपालें इस बार भी सांस्कृतिक कार्यक्रमों से गुलजार रहेंगी। मेले में पूर्वोत्तर राज्यों, जिनमें- असम, अरुणाचल प्रदेश, मणिपुर, मेघालय, मिजोरम, नागालैंड, त्रिपुरा, और सिक्किम की सांस्कृतिक भागीदारी खास आकर्षण का केंद्र होगी।
बिम्सटेक देशों की खास भागीदारी
इस साल मेला बिम्सटेक देशों की साझेदारी को भी प्रमुखता से उजागर करेगा। बांग्लादेश, भूटान, भारत, म्यांमार, नेपाल, श्रीलंका, और थाईलैंड जैसे देशों के 100 से अधिक हस्तशिल्पियों को मेले में स्टॉल प्रदान किए जाएंगे। सूरजकुंड मेला हर साल देश-विदेश के पर्यटकों और हस्तशिल्प प्रेमियों को अपनी ओर आकर्षित करता है। यहां की हट्स और चौपालें शिल्प कला और संस्कृति की जीवंत झलक प्रस्तुत करती हैं। इस बार 200 नई हट्स के साथ यह मेला पहले से ज्यादा भव्य और यादगार बनने की तैयारी में है।