🌹 दिनांक : 1 सितम्बर 2023🌷
🌹 दिन –शुक्रवार🌷
🌹 विक्रम संवत – 2080🌷
🌹 शक संवत – 1945🌷
🌹 अयन – दक्षिणायन🌷
🌹 ऋतु – वर्षा ॠतु🌷
🌹 मास – श्रावण🌷
🌹 पक्ष – कृष्ण पक्ष🌷
🌹 तिथि – द्वतीय🌷
🌹 नक्षत्र – पूर्वभाद्रपदा🌷
🌹 योग – धृति🌷
🌹 सूर्योदय – सुबह 6:02 पर🌷
🌹 सूर्यास्त- शाम 6:41 पर🌷
🌹 प्रथम करण –तैतिल🌷
🌹 द्वितीय करण – गारा🌷
🌹 दिशाशूल- दक्षिण🌷
🌹 चंद्रराशि – कुंभ🌷
🌹 सूर्यराशि – सिंह🌷
🌹 शुभमुहूर्त – अभिजीत🌷
🎍पंचांग की जरूरत :
पंचांग का उपयोग मुख्यत्वे, काल गणना, तिथि वार, व्रत, शुभ मुहूर्त, देखने के लिए पंचांग का उपयोग किया जाता है. ज्योतिष गाइड के दैनिक पंचांग में नक्षत्र, योग, करन सहित, शुभ-अशुभ समय, मुहूर्त, चंद्र बल, तारा बल पंचांग में आसानीसे उपलब्ध है। पंचांग का निर्धारण, ब्रम्हांड की गति पर निर्भर है. इसलिए जैसे जैसे पृथ्वी भ्रमण करती है, पंचांग समय क्षेत्र के अनुसार बदलता दिखाई देता है. इसलिए एक ही पंचांग अलग-अलग क्षेत्रों के लिए अलग अलग हो सकता है, इसलिए सही पंचांग का समय निर्धारण के लिए, क्षेत्र को चुनना अति महत्वपूर्ण है।
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🎍नक्षत्र :
आकाश मंडल में एक तारा समूह को नक्षत्र कहा जाता है। इसमें 27 नक्षत्र होते हैं और नौ ग्रहों को इन नक्षत्रों का स्वामित्व प्राप्त है। 27 नक्षत्रों के नाम- अश्विन नक्षत्र, भरणी नक्षत्र, कृत्तिका नक्षत्र, रोहिणी नक्षत्र, मृगशिरा नक्षत्र, आर्द्रा नक्षत्र, पुनर्वसु नक्षत्र, पुष्य नक्षत्र, आश्लेषा नक्षत्र, मघा नक्षत्र, पूर्वाफाल्गुनी नक्षत्र, उत्तराफाल्गुनी नक्षत्र, हस्त नक्षत्र, चित्रा नक्षत्र, स्वाति नक्षत्र, विशाखा नक्षत्र, अनुराधा नक्षत्र, ज्येष्ठा नक्षत्र, मूल नक्षत्र, पूर्वाषाढ़ा नक्षत्र, उत्तराषाढ़ा नक्षत्र, श्रवण नक्षत्र, घनिष्ठा नक्षत्र, शतभिषा नक्षत्र, पूर्वाभाद्रपद नक्षत्र, उत्तराभाद्रपद नक्षत्र, रेवती नक्षत्र।
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🎍योग :
नक्षत्र की भांति योग भी 27 प्रकार के होते हैं। सूर्य-चंद्र की विशेष दूरियों की स्थितियों को योग कहा जाता है। दूरियों के आधार पर बनने वाले 27 योगों के नाम – विष्कुम्भ, प्रीति, आयुष्मान, सौभाग्य, शोभन, अतिगण्ड, सुकर्मा, धृति, शूल, गण्ड, वृद्धि, ध्रुव, व्याघात, हर्षण, वज्र, सिद्धि, व्यातीपात, वरीयान, परिघ, शिव, सिद्ध, साध्य, शुभ, शुक्ल, ब्रह्म, इन्द्र और वैधृति।
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🎍करण :
एक तिथि में दो करण होते हैं। एक तिथि के पूर्वार्ध में और एक तिथि के उत्तरार्ध में। ऐसे कुल 11 करण होते हैं जिनके नाम इस प्रकार हैं – बव, बालव, कौलव, तैतिल, गर, वणिज, विष्टि, शकुनि, चतुष्पाद, नाग और किस्तुघ्न। विष्टि करण को भद्रा कहते हैं और भद्रा में शुभ कार्य वर्जित माने गए हैं।
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🍇राशिफल :

मेष राशि : (चू, चे, चो, ला, ली, लू, ले, लो, आ)

मन प्रसन्न रहेगा, परन्तु किसी अज्ञात भय से परेशान हो सकते हैं। घर-परिवार में धार्मिक कार्य हो सकते हैं, भागदौड़ अधिक रहेगी। रहन-सहन कष्टमय रहेगा, क्षणे रुष्टा-क्षणे तुष्टा के भाव रहेंगे, बातचीत में संयत रहें। दिनचर्या अव्यवस्थित रहेगी, माता को स्वास्थ्य विकार हो सकते हैं। जीवनसाथी का सहयोग मिलेगा, यात्रा पर जा सकते हैं, नौकरी में कोई अतिरिक्त जिम्मेदारी मिल सकती है।

वृष राशि : (ई, उ, ए, ओ, वा, वी, वू, वे, वो)

आत्मविश्वास भरपूर रहेगा, नौकरी में अफसरों का सहयोग मिलेगा। स्थान परिवर्तन की सम्भावना बन रही है, आय में वृद्धि होगी, सेहत का ध्यान रखें। जीवनसाथी से वैचारिक मतभेद हो सकते हैं, मानसिक शान्ति रहेगी। कुछ पुराने मित्रों से संपर्क बन सकते हैं, सुस्वाद खानपान में रुचि बढ़ेगी, माता का साथ मिलेगा। सुखद समाचार मिलेगा, धार्मिक कार्यक्रम में हिस्सा ले सकते हैं।

मिथुन राशि : (का, की, कू, घ, ङ, छ, के, को, ह)

मन में प्रसन्नता के भाव रहेंगे, लेकिन संयमित रहें। अपनी भावनाओं को वश में रखें, नौकरी में अफसरों का सहयोग मिलेगा, परन्तु कार्यक्षेत्र में परिवर्तन हो सकता है। आत्मविश्वास में वृद्धि होगी, माता का सानिध्य मिल सकता है। शैक्षिक कार्यों में व्यवधान आ सकते हैं। किसी कार्य को लेकर मानसिक उलझनें परेशान कर सकती हैं। संचित धन में कमी आ सकती है।

कर्क राशि : (ही, हू, हे, हो, डा, डी, डु, डे, डो)

वाणी में मधुरता रहेगी, मन परेशान हो सकता है। धर्म के प्रति श्रद्धाभाव रहेगा, सन्तान की ओर से सुखद समाचार मिल सकता है, खर्च बढ़ेंगे। कारोबार में विस्तार के लिए खर्च बढ़ सकते हैं। क्षणे रुष्टा-क्षणे तुष्टा के भाव मन में रहेंगे। मित्रों से वैचारिक मतभेद हो सकते हैं, सुस्वाद खानपान में रुचि बढ़ सकती है, माता से धन प्राप्त हो सकता है, लंबी यात्रा के योग बन रहे हैं।

सिंह राशि : (मा, मी, मू, मे, मो, टा, टी, टू, टे)

मन परेशान हो सकता है, शैक्षिक कार्यों पर ध्यान दें, व्यवधान आ सकते हैं। सन्तान के स्वास्थ्य को लेकर चिंतित रहेंगे, परिवार का साथ मिलेगा। जिम्मेदारियां बढ़ सकती हैं, आत्मविश्वास में कमी आएगी। खर्च अधिक एवं आय में कमी की स्थिति बन सकती है, जीवनसाथी को स्वास्थ्य विकार हो सकते हैं। मनचाही सफलता मिलने के योग बन रहे हैं, अनावश्यक तनाव हो सकता है।

कन्या राशि : (ढो, प, पी, पू, ष, ण, ठ, पे, पो)

आत्मविश्वास से लबरेज रहेंगे, बातचीत में संयत रहें। वाहन सुख में वृद्धि हो सकती है, पिता का सहयोग मिल सकता है। यात्रा खर्च बढ़ सकते हैं, क्रोध के अतिरेक से बचें। किसी राजनेता से भेंट हो सकती है। जीवनसाथी को स्वास्थ्य विकार हो सकते हैं। नौकरी में परिवर्तन की सम्भावना बन रही हैं। आय में कमी एवं खर्च अधिक की स्थिति रहेगी। यात्रा के योग हैं।

तुला राशि : (र, री, रू, रे, रो, ता, ति, तू, ते)

संयत रहें, व्यर्थ के क्रोध एवं वाद-विवाद से बचें। पिता के स्वास्थ्य का ध्यान रखें। कारोबार में बदलाव से आय में वृद्धि होगी। नकारात्मक विचारों का प्रभाव मन में हो सकता है। वाणी में सौम्यता रहेगी, परन्तु स्वभाव में चिड़चिड़ापन रहेगा। दाम्पत्य सुख में वृद्धि होगी, वस्त्रादि का उपहार मिल सकता है। परिवार का साथ मिलेगा, प्रॉपर्टी से आय के स्रोत विकसित हो सकते हैं।

वृश्चिक राशि : (तो, न, नी, नू, ने, नो, या, यि, यू)

बातचीत में सन्तुलित रहें, पिता के स्वास्थ्य का ध्यान रखें, परिवार का साथ मिलेगा। किसी पुराने मित्र से भेंट हो सकती है, धैर्यशीलता में कमी रहेगी। कारोबार में विपरीत स्थितियों का सामना करना पड़ सकता है। मानसिक शान्ति रहेगी। कार्यों के प्रति जोश एवं उत्साह रहेगा, मनचाहे कार्य में सफलता मिलेगी। स्वास्थ्य को लेकर कुछ परेशानियां हो सकती हैं, आय के नए स्रोत बनेंगे।

धनु राशि : (य, यो, भा, भि, भू, ध, फा, ढ, भे)

आत्मविश्वास रहेगा, परन्तु धैर्यशीलता में कमी रहेगी। शैक्षिक कार्यों के सुखद परिणाम मिलेंगे, पारिवारिक जीवन सुखमय रहेगा। स्वभाव में चिड़चिड़ापन रहेगा, माता से धन की प्राप्ति हो सकती है, परिवार की समस्या बढ़ेंगी। वाणी में कठोरता का प्रभाव रहेगा। किसी धार्मिक स्थान की यात्रा पर जा सकते हैं। खर्चों में कमी आएगी, भाइयों का सहयोग मिलेगा, यात्रा के योग बन रहे हैं।

मकर राशि : (भो, जा, जी, खी, खू, खे, खो, गा, गी)

कला या संगीत के प्रति रुझान बढ़ सकता है। कारोबार के लिए विदेश यात्रा के योग बन रहे हैं, यात्रा लाभप्रद रहेगी। वाणी में कठोरता का प्रभाव रहेगा, बातचीत में सन्तुलित रहें। क्षणे रुष्टा-क्षणे तुष्टा के भाव मन में रहेंगे। नौकरी में अफसरों से मतभेद बढ़ सकते हैं। किसी दूसरे के योग बन रहे हैं, मित्रों का सहयोग मिलेगा, क्रोध के अतिरेक से बचें, लाभ के अवसर मिलेंगे।

कुम्भ राशि : (गू, गे, गो, स, सी, सू, से, सो, द)

मन में नकारात्मक विचारों से बचें, जीवनसाथी के स्वास्थ्य का ध्यान रखें। किसी मित्र के सहयोग से कारोबार के अवसर मिल सकते हैं, आय में वृद्धि होगी। क्षणे रुष्टा-क्षणे तुष्टा के भाव मन में रहेंगे। नौकरी में अफसरों से मतभेद हो सकते हैं। धार्मिक संगीत के प्रति रुझान बढ़ेगा।, धार्मिक कार्यों में व्यस्तता हो सकती है। कार्यक्षेत्र में वृद्धि हो सकती है, पिता से संबंधों में कटुता आ सकती है।

मीन राशि : (दी, दू, थ, झ, ञ, दे, दो, च, ची)

संयम रहें, व्यर्थ के क्रोध एवं वाद-विवाद से बचें, सन्तान के स्वास्थ्य का ध्यान रखें। किसी पैतृक सम्पत्ति से धन लाभ हो सकता है, खर्च बढ़ेंगे। आत्मविश्वास में कमी आएगी। नकारात्मकता का प्रभाव मन में हो सकता है, क्रोध एवं आवेश की अधिकता रहेगी। सन्तान की ओर से सुखद समाचार मिल सकते हैं, कार्यक्षेत्र में कठिनाइयों का सामना हो सकता है, यात्रा पर जाने के योग हैं।

(पं. देवनारायण उपाध्याय, वरिष्ठ ज्योतिषाचार्य, पानीपत)
