देशभर में शुक्रवार को यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस (UPI) सेवा में तकनीकी खामी के चलते करीब डेढ़ घंटे तक रुकावट देखने को मिली। इस दौरान बड़ी संख्या में यूजर्स ने पेमेंट फेल, फंड ट्रांसफर में देरी और एप्स में लॉगिन से जुड़ी दिक्कतों की शिकायतें दर्ज कराईं।
📊 डाउन का असर – डाउनडिटेक्टर की रिपोर्ट के मुताबिक:
- 72% यूजर्स को पेमेंट करने में दिक्कत
- 27% यूजर्स को फंड ट्रांसफर में समस्या
- 1% यूजर्स को शॉपिंग करते समय रुकावट
इस आउटेज का सबसे अधिक असर सुबह 11:30 से दोपहर 12:30 बजे के बीच देखा गया, जब शिकायतों का ग्राफ सबसे ऊपर था।
🔄 बीते 20 दिनों में तीसरी बार UPI आउटेज
इससे पहले, 2 अप्रैल और 26 मार्च को भी UPI सेवा करीब ढाई घंटे तक बाधित रही थी। तब यूजर्स को गूगल पे, फोनपे, पेटीएम जैसे प्लेटफॉर्म्स पर पेमेंट फेल होने और लॉगिन से जुड़ी परेशानियों का सामना करना पड़ा था।
नेशनल पेमेंट्स कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) ने उस वक्त बताया था –
“यूजर्स को कुछ समय के लिए तकनीकी समस्याओं का सामना करना पड़ा, लेकिन अब सर्विस स्टेबल कर दी गई है।”
🧾 UPI क्या है और कैसे काम करता है?
UPI एक रीयल टाइम पेमेंट सिस्टम है, जिसे NPCI ऑपरेट करता है। इसके जरिए यूजर:
- एक वर्चुअल पेमेंट एड्रेस (VPA) बनाते हैं
- बैंक अकाउंट को लिंक करते हैं
- बिना IFSC कोड, अकाउंट नंबर के पेमेंट कर सकते हैं
- मोबाइल नंबर, UPI ID या QR कोड से ट्रांजैक्शन संभव है
इससे आप पैसे भेजने के साथ-साथ बिल पेमेंट, ऑनलाइन शॉपिंग और अन्य सेवाएं भी आसानी से कर सकते हैं।
🛠️ किसके तहत आता है UPI सिस्टम?
- RTGS और NEFT – रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI)
- IMPS, RuPay और UPI – नेशनल पेमेंट्स कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI)
सरकार ने 1 जनवरी 2020 से UPI ट्रांजैक्शन पर जीरो-चार्ज फ्रेमवर्क लागू किया, ताकि डिजिटल पेमेंट को बढ़ावा मिल सके।
📉 अन्य टेक आउटेज भी हाल ही में सामने आए:
फेसबुक और इंस्टाग्राम –
25 मार्च को मेटा के प्लेटफॉर्म्स 3 घंटे तक डाउन रहे। यूजर्स को लॉगिन और पोस्ट करने में दिक्कतें आई थीं।
⏳ फिलहाल UPI सर्विस सामान्य हो चुकी है, लेकिन लगातार हो रही आउटेज ने लोगों में चिंता जरूर बढ़ा दी है। विशेषज्ञों का मानना है कि सिस्टम की बढ़ती लोड क्षमता को देखते हुए अब तकनीकी इंफ्रास्ट्रक्चर को और मजबूत किए जाने की जरूरत है।