UPSC-2023 result declared, Aditya Srivastava won

UPSC-2023 का परिणाम घोषित, Aditya Srivastav ने मारी बाजी, 180 IAS और 200 IPS के लिए हुए चयनित

देश

संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) ने सिविल सेवा परीक्षा- 2023 का परिणाम जारी कर दिया है। इस बार 1016 उम्मीदवारों ने परीक्षा पास की है। इनमें से 180 IAS के लिए चयनित हुए हैं जबकि 200 IPS के लिए चयनित हुए हैं।

बता दें कि आदित्य श्रीवास्तव(Aditya Srivastav) ने पूरे भारत में अग्रणी स्थान प्राप्त किया है। वहीं अनिमेष प्रधान ने दूसरा स्थान और तीसरे स्थान पर अनन्या रेड्डी रही हैं और पांचवे स्थान पर रूहानी सेकंड टॉपर हैं। उम्मीदवार UPSC की आधिकारिक वेबसाइट upsc.gov.in पर जाकर अपना परिणाम देख सकते हैं। इस परीक्षा के माध्यम से केंद्र सरकार के विभिन्न विभागों में भर्ती होनी है, जैसे कि इंडियन एडमिनिस्ट्रेटिव सेवा (IAS), इंडियन पुलिस सेवा (IPS) और इंडियन फॉरेन सेवा (IFS)। 28 मई को CSE 2023 का प्रारंभिक परीक्षण हुआ था, जबकि 9 अप्रैल को साक्षात्कार समाप्त हुआ।

इस साल UPSC CSE-2023 परीक्षा के लिए 2 जनवरी से 9 अप्रैल तक तीन चरणों में UPSC साक्षात्कार आयोजित किए गए थे। कुल मिलाकर 1026 उम्मीदवार इस व्यक्तित्व परीक्षण में शामिल हुए थे। UPSC CSE 2023 का प्रारंभिक परीक्षण 28 मई को हुआ था। इस परीक्षा में सफल उम्मीदवारों ने 15 से 24 सितंबर के बीच दो शिफ्टों में मुख्य परीक्षा दी थी। UPSC CSE मुख्य परीक्षा का परिणाम 8 दिसंबर को घोषित किया गया था।

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2021-2022 में महिलाओं ने पाया था अग्रणी स्थान

पिछले दो सालों से UPSC सिविल सेवा परीक्षा में महिलाओं ने शीर्ष पर पहुंचा। 2022 में इशिता किशोर ने प्रथम स्थान हासिल किया था। UPSC CSE 2021 में श्रुति शर्मा ने शीर्ष स्थान हासिल किया था। 2022 में गरिमा लोहिया, उमा हर्थी एन और स्मृति मिश्रा शीर्ष स्थान प्राप्त करने वाली थीं। 2021 में भी शीर्ष तीन स्थानों पर महिलाएं थीं। अंकिता अग्रवाल ने दूसरा स्थान हासिल किया था, जबकि चंडीगढ़ की गामिनी सिंगला ने तीसरा स्थान हासिल किया था।

5 सालों में महिलाओं का बढ़ा पास प्रतिशत

2023 में महिलाओं का पास प्रतिशत था, पिछले 5 सालों से UPSC सिविल सेवा परीक्षा में महिलाओं का पास प्रतिशत 34 प्रतिशत बढ़ा है। 2018 और 2019 में महिलाओं का पास प्रतिशत 24 प्रतिशत रहा। 2020 में यह 29 प्रतिशत तक बढ़ गया। वहीं 2021 में 3 प्रतिशत गिरकर 26 प्रतिशत तक पहुंचा। 2022 में यह आंकड़ा एक बार फिर 34 प्रतिशत रहा। पिछले साल चयनित 933 उम्मीदवारों में 320 महिलाएं थीं।