देश के कुश्ती जगत का विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। शीर्ष पहलवान साक्षी के सन्यास और बजरंग पूनिया के पद्मश्री लौटाने के बाद अब विनेश फोगाट ने भी अपना खेल रत्न और अर्जुन पुरस्कार वापस कर दिया है। हालांकि विनेश ने 26 नवंबर को अपने पुरस्कार को लौटाने का एलान किया था। अब 30 दिसंबर को उन्होंने प्रधानमंत्री कार्यालय के बाहर कर्तव्य पथ पर खेल रत्न और अर्जुन पुरस्कार को रख दिया। जिसे बाद में पुलिस ने उठा लिया। पहलवान बजरंग पूनिया ने इस मामले की वीडियो को शेयर किया है।
गौरतलब है कि देश की शीर्ष पहलवान विनेश फोगाट ने खेल रत्न और अर्जुन अवॉर्ड वापस कर दिया है। विनेश फोगाट शनिवार 30 दिसंबर को अपने पुरस्कार लौटाने के लिए दिल्ली स्थित प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कार्यालय की तरफ जा रही थी। इस दौरान पुलिस ने उन्हें रोक लिया। इसके बाद पहलवान विनेश फोगाट ने अपने पुरस्कार कर्तव्य पथ पर जमीन पर ही रख दिए और पुरस्कारों को हाथ जोड़कर वापस लौट गई। इससे पहले विनेश फोगाट ने करीब 3 दिन पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नाम 2 पेज की चिट्ठी लिखी थी। जिसमें महिला पहलवानों को इंसाफ नहीं मिलने की बात कहीं गई थी।
वहीं पुरस्कार लौटाने पर विनेश फोगाट ने कहा कि वह इंसाफ के लिए यहां पहुंची हैं। जब तक महिला पहलवानों को इंसाफ नहीं मिलेगा, उनकी लड़ाई जारी रहेगी। बता दें कि महिला पहलवान विनेश को चार वर्ष के अंतराल में दो अवॉर्ड मिले थे। उन्हें वर्ष 2016 में अर्जुन अवॉर्ड और वर्ष 2020 में मेजर ध्यानचंद खेल रत्न अवॉर्ड से सम्मानित किया गया था।
पीएम मोदी को लिखे पत्र में विनेश ने पूछा है कि जब महिला पहलवानों ने न्याय की आवाज को बुलंद किया तो उन्हें देशद्रोही बताया गया। क्या हम देशद्रोही हैं? बजरंग के पद्मश्री वापस लौटाने के बाद मैं अंदर ही अंदर घुट रही हूं। मुझे भी अपने पुरस्कारों से घिन आने लगी है। जब हमनें पुरस्कार जीते तो मिठाईयां बांटी गई थी।
महासंघ के चुनाव के बाद जोर पकड़ने लगा सन्यास और पुरस्कार लौटाने का सिलसिला
बता दें कि इससे पहले 21 दिसंबर को साक्षी मलिक ने भारतीय कुश्ती संघ की नई इकाई का गठन होने पर बृजभूषण के करीबी संजय सिंह को अध्यक्ष चुने जाने के बाद उसी दिन पत्रकारवार्ता के दौरान टेबल पर जूते रखते हुए कुश्ती से सन्यास लेने का ऐलान किया किया था। साक्षी मलिक ने यह कहते हुए कुश्ती से संन्यास ले लिया था कि फिर से बृजभूषण जैसा ही चुना गया है तो क्या करें? इसके बाद बजरंग पूनिया ने दिल्ली स्थित प्रधानमंत्री कार्यालय के सामने पद्मश्री लौटाया था। अब विनेश ने अपना खेल रत्न लौटा दिया है। वहीं पैरा एथलीट वीरेंद्र सिंह भी अपना पद्मश्री वापस लौटाने की बात कह चुके हैं।
बृजभूषण और उनके करीबियों का महासंघ में दबदबा होने का विरोध
गौरतलब है कि शीर्ष पहलवान भारतीय कुश्ती महासंघ में बृजभूषण और उनके करीबियों का दबदबा होने का विरोध कर रहे हैं। हालांकि सरकार महासंघ में संजय सिंह की अध्यक्षता वाली इकाई को निलंबित कर चुकी है। इसके बाद भारतीय कुश्ती महासंघ के संचालन के लिए भारतीय ओलंपिक संघ (आईओए) एडहॉक कमेटी का गठन किया गया है। जिसका चेयरमैन भूपेंद्र बाजवा को चुना गया है। उनके साथ एमएम सौम्या और मंजूषा कंवर को सदस्य चुना गया है।
बजरंग पूनिया ने एक्स पर किया ट्वीट, लिखा बुरे दौर से गुजर रही महिला पहलवान
पहलवान विनेश फोगाट के पुरस्कार लौटाने के बाद बजरंग पूनिया ने एक्स पर ट्वीट करते हुए लिखा है कि यह दिन किसी खिलाड़ी के जीवन में न आए। देश की महिला पहलवान सबसे बुरे दौर से गुजर रही हैं। विनेश और उनके साथी प्रधानमंत्री कार्यालय जाना चाह रहे थे, लेकिन पुलिस ने रास्ते में ही रोक दिया। इसके बाद विनेश फोगाट कर्तव्य पथ पर अपने पुरस्कारों को रखकर वापस लौट गई।
महिला पहलवान विनेश फोगाट की उपलब्धियां
प्रतिष्ठित लॉरियस अवॉर्ड के लिए नामांकित होने वाली पहली भारतीय एथलीट बनी।
साल 2018 में एशियाई खेलों और राष्ट्रमंडल खेलों में स्वर्ण पदक जीता।
साल 2019 में विश्व चैंपियनशिप में कांस्य जीता।
साल 2022 में विश्व कुश्ती चैंपियनशिप में कांस्य पदक जीता। साल 2014, 2018 और 2022 राष्ट्रमंडल खेलों में स्वर्ण पदक जीता।