पाकिस्तान में नेशनल असेंबली और प्रांतीय चुनाव के लिए वोट खत्म होने के बाद अभी से नतीजे आने शुरू हो गए हैं, जहां किसी भी पार्टी को बहुमत नहीं है। इमरान खान के समर्थक प्रतियोगी प्रतियोगी 99 के साथ सबसे आगे हैं। नवाज की पार्टी 71 के साथ दूसरे नंबर पर है।
बता दें कि पाकिस्तान के खबर पख्तूनख्वा समेत कई प्रांतों में हिंसा हुई है। जेल में कैद इमरान की पीटीआई और बिलावल की पीपीपी ने धांधली के कई आरोप लगाए हैं। पाकिस्तान की राष्ट्रीय सभा में कुल 336 अतिथि हैं। जिनमें से 265 पर चुनाव हुआ। एक सीट पर चुनाव विवरण दिए गए हैं, बाकी 70 एंटरप्राइज रिजर्व हैं। सरकार बनाने के लिए 134वें बहुमत का होना जरूरी है। पाकिस्तान में मुख्य रूप से 3 लोगों के बीच प्रतिस्पर्धा है। जिनमें पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन), पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) और पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी) शामिल हैं।

किसी भी पार्टी को बहुमत नहीं
खबर के प्रांतीय चुनाव में किसी भी पार्टी को बहुमत नहीं मिला है। यहां इमरान समर्थक साकेरों को सबसे ज्यादा 91 लोग मिले हैं। मौलाना फजल उर रहमान की जेयूआई-एफ को सिर्फ 7 दर्शक मिले हैं। वहीं दूसरी सबसे बड़ी पार्टी उभर कर सामने आई है। सरकार किसी भी पार्टी को 57 यात्रियों के लिए बनवा सकती है। पिछली बार यहां पीटीआई ने जमात-ए-इस्लामी और समाजवादियों के साथ गठबंधन की सरकार बनाई थी, महमूद खान मुख्यमंत्री बने थे।

बिलावल की पार्टी को सबसे अधिक बढ़त
बलूचिस्तान में बिलावल की पार्टी पीपीपी को सबसे ज्यादा 11 वोट मिले, यहां कुल 51 सीटें हैं। सरकार बनाने के लिए 26 पोस्टकार्ड की आवश्यकता है। यहां किसी भी पार्टी को इस आंकड़े को नहीं भूलना चाहिए, दूसरा नंबर 9 पर पीएमएल-एन के साथ है। बलूचिस्तान में पिछले साल सबसे ज्यादा 24 बार बलूचिस्तान अवामी पार्टी को मिली थी। इस बार अब तक केवल 4 यात्री मिल पाए हैं।

पिछली बार पीपीपी को मिली थी 84 सीटें
सिंध भुट्टो खानदान का गढ़ है। यहां पिछली बार भी बिलावल भुट्टो की पार्टी पीपीपी को सबसे ज्यादा 84 सीटें मिली थीं। यहां बहुमत के 66 रिपब्लिकन की जरूरत थी। वहीं पीटीआई के समर्थक पाकिस्तान चुनाव के खिलाफ विपक्ष की सड़कों पर उतर आए हैं। पेशावर में गणित की कंपनी की मांग है। इमरान के 2 हजार समर्थक पेशावर में रिटर्निंग ऑफिस के बाहर मौजूद हैं। वहीं क्वेवेता में समर्थक प्रदर्शन कर रहे हैं।

खान के स्कोरिया ने किन्ट स्मारकों का किया उद्घाटन
पीटीआई ने कहा हम पीएमएल-एन की जीत को कभी स्वीकार नहीं करेंगे। आम आदमी को पता है कि खान के स्कोरिया ने किन्ट स्मारकों का उद्घाटन किया है। हमारे पास कोई चुनावी चिन्ह, पार्टी चिन्ह, झंडा या बैनर नहीं है। फिर भी हमने मैदान में जीत हासिल की है।
