Madhya Pradesh-Chhattisgarh Election 2023 Update : पांच राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनाव के दृष्टिगत शुक्रवार को मध्यप्रदेश की 230 और छत्तीसगढ़ में दूसरे चरण के तहत 70 सीटों पर मतदान संपन्न हुआ। मध्यप्रदेश में पिछले विधानसभा चुनाव की अपेक्षा इस बार रिकॉर्ड तोड़ मतदान हुआ है। हालांकि अभी अंतिम आंकड़े सामने नहीं आए हैं, लेकिन चुनाव आयोग की एप के मुताबिक मध्यप्रदेश में 76.15 फीसदी से ज्यादा वोटिंग की बात सामने आ रही है, जबकि देर रात तक अंतिम आंकड़े सामने नहीं आ सके।
छत्तीसगढ़ में दूसरे चरण के तहत 70 विधानसभा सीटों पर कुल 70.51 प्रतिशत मतदान हुआ है। इस बार के मतदान में सबसे ज्यादा मतदान जिला बालोद में हुआ। यहां 81.46 प्रतिशत वोट डाले गए, जबकि रायपुर में सबसे कम 58.83 प्रतिशत मतदान हुआ। इससे पहले वर्ष 2018 में छत्तीसगढ़ में कुल 76.69 प्रतिशत मतदान हुआ था। शुक्रवार को वोटिंग प्रकिया पूरी होने के बाद अब सभी पार्टियों के प्रत्याशियों का भविष्य ईवीएम में बंद हो चुका है। हालांकि दोनों राज्यों में 3 दिसंबर को स्थिति स्पष्ट हो जाएगी कि जनता ने किसके पक्ष में मतदान किया है।
चुनाव आयोग की एप के अनुसार मध्यप्रदेश में इस बार पिछली बार की अपेक्षा रिकॉर्ड तोड़ वोटिंग हुई है। सामने आए आंकड़ों के अनुसार इंदौर की 9 सीटों पर 73 प्रतिशत, भोपाल की 7 सीटों पर 66 प्रतिशत, नक्सल प्रभावित क्षेत्र जिला बालाघाट 85 प्रतिशत, आगर मालवा में 85.03 प्रतिशत, शाजापुर में 84.99 प्रतिशत, सिवनी में 85.68 प्रतिशत वोटिंग हुई है। इसके अलावा जिला जबलपुर की 8 विधानसभाओं में 72 प्रतिशत वोटिंग हुई। केंट में 63.87 प्रतिशत, पाटन में 78.35 प्रतिशत मतदान हुआ, जबकि जिला बुरहानपुर में 77.12 वोटिंग हुई। वहीं जिला शहडोल में 76.45 प्रतिशत मतदान हुआ। इसमें जैतपुर में 77.84 प्रतिशत, ब्योहारी में 72.95 प्रतिशत, जयसिंह नगर में 77.53 प्रतिशत मतदान हुआ।
वहीं छत्तीसगढ़ में दूसरे चरण के तहत जिला धमतरी 79.89 प्रतिशत, रायपुर में 58.83 प्रतिशत मतदान किया गया। पाटन में 75.54 प्रतिशत, अंबिकापुर में 65.05 प्रतिशत, सक्ती में 63.82 प्रतिशत, रायपुर नगर दक्षिण में 52.11 प्रतिशत और डोंडी-लोहारा सीट पर 75.01 प्रतिशत वोटिंग हुई।
230 सीटों पर मैदान में जुटे 2533 प्रत्याशी
बता दें कि मध्यप्रदेश की सभी 230 विधानसभा सीटों पर मतदान हुआ। यहां एक ही चरण में सभी सीटों पर चुनाव हुआ। मध्यप्रदेश में शुक्रवार सुबह 7 बजे से वोटिंग शुरू हो गई थी, जो शाम 6 बजे तक जारी रही। नक्सल प्रभावित बालाघाट में दोपहर 3 बजे तक ही मतदान हुआ। इसके अलावा मंदसौर में महिला मतदाताओं के लिए पिंक बूथ बनाए गए थे, जिनकी कमान भी महिलाओं के कंधों पर थी।
वहीं शिवराज सिंह चौहान, कमलनाथ, नरोत्तम मिश्रा और प्रहलाद पटेल सहित 2533 प्रत्याशी मैदान में हैं। इन उम्मीदवारों के भविष्य की किस्मत का फैसला ईवीएम में बंद हो गया है। कयास लगाए जा रहे हैं कि इस बार कमलनाथ और दिग्विजय सिंह जैसे कांग्रेसी दिग्गजों का भविष्य दांव पर है तो वहीं भाजपा के केंद्रीय मंत्रियों और चार सांसदों के राजनीतिक भविष्य के लिए यह चुनाव अहम है।
उज्जैन में बाबा महाकाल दरबार में नतमस्तक हुए थे प्रत्याशी
जानकारी अनुसार जिला उज्जैन में शुक्रवार को मतदान करने के पहले प्रत्याशियों ने बाबा महाकाल के दरबार में नतमस्तक होकर पूजा-अर्चना की। उन्होंने महाकाल से अपनी जीत के लिए मनोकामना मांगी। बताया जा रहा है कि उज्जैन की 7 विधानसभा सीटों पर इस बार 52 प्रत्याशी चुनावी मैदान में अपना भविष्य आजमा रहे हैं। इनमें सर्वाधिक कुल 10 उम्मीदवार महिदपुर विधानसभा, जबकि 5 प्रत्याशी तराना विधानसभा क्षेत्र से मैदान में डटे हैं। वहीं मध्यप्रदेश के भाजपा प्रमुख वीडी शर्मा भोपाल के कंट्रोल रूम से वोटिंग के दौरान प्रदेशभर के चुनाव पर अपनी नजर रखी। वीडी शर्मा का कहना था कि प्रदेश स्तरीय भाजपा टीम मध्यप्रदेश में चल रहे चुनावों पर नजर रखे हुए हैं। मध्यप्रदेश की जनता भाजपा को ही अपना आशीर्वाद देगी।
युवा मतदाताओं में पहली बार मतदान करने को लेकर उत्साह नजर आया। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह का कहना है कि पूरे प्रदेश में हर तरफ मतदान को लेकर लोगों में उत्साह बना रहा। उन्हें समस्त प्रदेश के लोगों, बहनों, बच्चों, युवाओं और बुजुर्गों का सम्मान और प्रेम मिल रहा है। निश्चय ही जीत उनकी होगी। वहीं छिंदवाड़ा से कांग्रेस प्रत्याशी एवं पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने सौंसर में अपना मतदान किया था। इस दौरान उन्होंने कहा था कि वह शिवराज सिंह की तरह नहीं हैं, जो यह बोलें कि उनकी इतनी सीटें आएंगी। यह फैसला जनता पर निर्भर है कि किसको कितनी सीटें मिलेंगी। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा धर्म को मुद्दा बनाती है, लेकिन वह नहीं।
पिटारे में बंद 958 प्रत्याशियों के भविष्य का फैसला
वहीं छत्तीसगढ़ में कुल 90 विधानसभा सीटों पर चुनाव हो रहा है, जबकि इनमें से 20 सीटों पर वोटिंग हो चुकी थी। शुक्रवार को 70 सीटों पर दूसरे चरण के तहत मतदान हुआ। इन मतदान में छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, उपमुख्यमंत्री, आठ मंत्रियों और चार सांसदों सहित 958 उम्मीदवारों का भविष्य दांव पर है। 20 सीटों के बाद शुक्रवार को 70 सीटों पर हुए मतदान में प्रत्याशियों के भाग्य का फैसला पिटारे में बंद हो गया है। इनमें जशपुर में 3, कोरिया में 3, सूरजपुर में 2, सरगुजा में 3, बलरामपुर में 3, बालोद में 3, दुर्ग में 6, बेमेतरा में 3, धमतरी में 3, गरियाबंद में 2, रायपुर में 7, बलौदाबाजार-भाटापार में 4, महासमुंद में 4, बिलासपुर में 5, मुंगेल में 2, कोरबा में 4, जांजगीर-चांपा में 6, रायगढ़ में 5 और गौरेला-पेंडा-मरवाही में 2 सीट शामिल हैं। हैं. बता दें कि राज्य में कुल 90 विधानसभा सीट शामिल है।
मतदान को लेकर दिखा था उत्साह और सेल्फी का क्रेज
छत्तीसगढ़ में लोगों ने उत्सुकता के साथ बूथों पर पहुंचकर शुक्रवार को अपने मताधिकार का प्रयोग किया। युवाओं से लेकर बुजुर्गों तक में अच्छा खासा उत्साह नजर आया। मतदान के इस महापर्व में लोगों ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। वोटिंग करने के बाद मतदाताओं में सेल्फी लेने का क्रेज भी दिखा। लोग वोट के इस महापर्व पर अपनी आहुति देकर जिम्मेदारी का निर्वहन करते नजर आए। बिलासपुर के सिरगिट्टी क्षेत्र में 269, 261, 268, 267, 271 आदर्श दिव्यांग मतदान केंद्र बनाए गए थे। इन पर लोगों को उत्साह के साथ वोटिंग करते देखा गया।