बीजेपी ने दिल्ली में आगामी लोकसभा चुनाव के लिए अपनी पहली सूची में 195 उम्मीदवारों के नाम घोषित किए हैं। जिसमें उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश के बहुत से सांसदों को टिकट दिया गया है, जबकि दिल्ली और छत्तीसगढ़ में कई सांसदों को टिकट नहीं दिया गया है। बीजेपी ने दिल्ली की पांच सीटों के उम्मीदवारों की घोषणा की है, जिसमें बांसुरी स्वराज भी शामिल हैं।
बता दें कि दिल्ली में पिछले लोकसभा चुनावों में बीजेपी ने सभी सात सीटों पर जीत हासिल की थी। लेकिन इस बार उन्होंने उम्मीदवारों में बड़े बदलाव किए हैं। जिसमें पूर्व केंद्रीय मंत्री सुषमा स्वराज की बेटी बांसुरी स्वराज को भी उम्मीदवार बनाया गया है। बीजेपी ने मदनलाल खुराना के जाने के बाद दिल्ली के लिए कोई नया नेता चुना नहीं, जिसके कारण उन्हें दिल्ली की सांसदों के नेतृत्व के लिए कोई विकल्प नहीं मिला।

बांसुरी स्वराज के उम्मीदवार बनने के बाद दिल्ली में आप की नेता और वर्तमान सरकार के शिक्षा और पीडब्लूडी मंत्री आतिशी ने बीजेपी को उम्मीदवार बदलने के लिए कहा है। आतिशी ने बांसुरी स्वराज के कई कानूनी केसों को उठाया है और उन्हें बीजेपी के उम्मीदवार के चयन पर सवाल उठाए हैं। दिल्ली में बीजेपी ने उम्मीदवारों का चयन उनकी विनेबलिटी को ध्यान में रखकर किया है। इस बार की चुनावी संगठना ने बीजेपी को बड़ा बदलाव करने का मौका दिया है।

मीनाक्षी लेखी को नहीं दिया टिकट
दिल्ली में बीजेपी ने अपने उम्मीदवारों में बड़े बदलाव किए हैं। बीजेपी ने पांच सीटों के लिए उम्मीदवारों की घोषणा की है, जिसमें बांसुरी स्वराज का नाम भी शामिल है। इससे पहले मीनाक्षी लेखी के नाम पर दिल्ली की एक सीट से उम्मीदवार चुना गया था, लेकिन अब उन्हें टिकट नहीं दिया गया।

दिल्ली में बीजेपी को चुनौती, नए उम्मीदवार चुने
आप नेता आतिशी ने कई सवाल उठाए हैं और बीजेपी को अपना उम्मीदवार बदलने को कहा है। उन्होंने कहा कि बांसुरी स्वराज ने कई मामलों में देशहित के खिलाफ काम किया है और उन्हें टिकट नहीं देना चाहिए। बांसुरी स्वराज के खिलाफ आतिशी ने कई केसों का उल्लेख किया है। वहीं बीजेपी ने दिल्ली में नए उम्मीदवारों को उतारा है, जिनमें बांसुरी स्वराज भी शामिल हैं। उनका कहना है कि दिल्ली में बीजेपी को चुनौती है और इसलिए उन्होंने नए उम्मीदवारों को चुना है। दिल्ली में आम आदमी पार्टी की बहुमत सरकार है और इसलिए यहां का चुनाव बहुत महत्वपूर्ण है।

सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर मोदी का परिवार अभियान शुरू
भारतीय जनता पार्टी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर एक अभियान शुरू किया है। जिसमें मोदी का परिवार के नाम के आगे लोगों के नाम जोड़े जा रहे हैं। इस अभियान का उद्देश्य भाजपा के नेता और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रति समर्पितता को बढ़ाना है। इस अभियान के तहत, भाजपा कार्यकर्ताओं और समर्थकों को नाम प्लेट में अपने नाम के साथ मोदी का परिवार लिखा होगा। यह अभियान भारतीय राजनीतिक रणनीति का हिस्सा है और इसे मैं भी चौकीदार अभियान के समर्थन में बड़े पैमाने पर लॉन्च किया गया है। इससे पहले भी भाजपा के नेताओं ने सोशल मीडिया प्रोफाइल पर मोदी का परिवार जोड़ा था।

पीएम मोदी ने की बांसुरी की प्रशंसा
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हाल ही में बांसुरी स्वराज की प्रशंसा की है। उन्होंने कहा कि बीजेपी को एक ऐसी नेत्री की आवश्यकता है जो दृढ़ता और साहस से भरपूर हो। मोदी ने कहा कि उन्होंने सुषमा स्वराज की धैर्यवानी और सजगता को देखा है, जो उन्हें बीजेपी के लिए एक आदर्श नेता बनाती है। पिछले साल मार्च महीने में बांसुरी ने दिल्ली बीजेपी में विधि प्रकोष्ठ के प्रदेश सह-संयोजक के रूप में कार्य किया था। इससे पहले पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी और एलके आडवाणी के नेतृत्व वाली नई दिल्ली सीट से सांसद रही हैं।

सुषमा स्वराज के बाद थी ऐसी नेत्री की कमी
एक वीडियो में पीएम मोदी को सुषमा स्वराज की सराहना करते हुए देखा जा सकता है। उन्होंने उनके धैर्य और सजगता की प्रशंसा की, जो बीजेपी के लिए एक महत्वपूर्ण गुण हो सकता है। मोदी ने कहा कि उन्हें ऐसा लगता है कि सुषमा स्वराज के साथ बीजेपी के पास एक ऐसी नेत्री की कमी है जो लोगों के दिलों में जगह बना सके। लोकसभा चुनाव 2024 के लिए बीजेपी ने बांसुरी को भरोसा दिया है। उनकी राजनीतिक प्रवेश का आगाज पिछले साल हुआ था, और अब उनका कद भी बढ़ गया है।

2024 चुनाव में प्रभावी हो सकती हैं बांसुरी
बांसुरी ने अपने काम से यह साबित किया है कि वह एक साहसिक और कुशल नेता हैं, जो बीजेपी के लिए महत्वपूर्ण हो सकते हैं। उन्हें लोगों के बीच बड़ी पसंद और समर्थन है। वीडियो का वायरल होना और लोगों के बीच उसके प्रति उत्साह दिखाना बांसुरी के लिए एक महत्वपूर्ण पल है। यह उनकी राजनीतिक परिपक्वता को और भी मजबूत कर सकता है। बीजेपी के लिए बांसुरी एक महत्वपूर्ण और दमदार नेत्री हो सकती है, जिसकी जरूरत उन्हें है। उनकी राजनीतिक यात्रा में उन्हें लोगों का साथ और समर्थन मिला है, और वह अब और भी प्रभावी हो सकती हैं।


