25 1

पलवल का युधिष्ठिर सिक्किम में शहीद, बादल फटने के दौरान लापता हुआ था जवान, पार्थिव शरीर पहुंचा पैतृक गांव खांबी

देश पलवल बड़ी ख़बर हरियाणा

सिक्किम में बादल फटने के दौरान लापता हुए सेना के जवान युधिष्ठिर का पार्थिव शरीर शुक्रवार को उनके पैतृक गांव खांबी, पलवल पहुंचा। जहां पूरे राजकीय सम्मान के साथ शहीद को अंतिम विदाई दी गई। छोटे भाई सागर ने युधिष्ठिर की चिता को मुखाग्नि दी। इस अवसर पर उपस्थित जन समूह ने भारत माता की जयघोष की और शहीद युधिष्ठिर अमर रहे के नारे लगाए।

इस मौके पर हरियाणा के सहकारिता एवं जनस्वास्थ्य अभियांत्रिकी मंत्री डॉ. बनवारी लाल, कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष उदयभान, विधायक दीपक मंगला, पूर्व मंत्री करण सिंह दलाल सहित जिले के राजनेता व अन्य गणमान्य नागरिक मौजूद रहे।

बता दें कि सिक्किम में तीन अक्टूबर की देर रात बादल फटने से वहां मौजूद तीस्ता नदी में अचानक बाढ़ आ गई थी। बाढ़ का पानी वहां स्थित सेना के शिविर में 20 फीट से अधिक आ गया। जिसमें सेना के वाहनों सहित 23 जवानों के अलावा स्थानीय लोग बाढ़ के पानी में बहकर लापता हो गए। सेना के लापता जवानों में खांबी गांव निवासी युधिष्ठिर भी शामिल थे, जो सेना की बटालियन 420 FD में मेडिकल वाहन पर बतौर ड्राइवर तैनात थे।

Whatsapp Channel Join

18 23 501353796654

मां के खून के नमूने से हुई युधिष्ठिर की पहचान

सेना की तरफ से परिजनों को युधिष्ठिर के शहीद होने की सूचना दी गई थी कि सेना को वह गाड़ी मिली है, जिस पर युधिष्ठिर ड्राइवर था। गाड़ी करीब 10 फीट नीचे मलबे में दबी हुई थी। सेना के जवानों ने बड़ी मुश्किल से जेसीबी से मलबा हटाकर गाड़ी को बाहर निकाला है। मलबे में दबी गाड़ी में सैनिक युधिष्ठिर का मोबाइल व समय सारिणी वाली डायरी के अलावा अन्य सामान भी मिला है। सेना अब वहीं आसपास मलबे में युधिष्ठिर को खोजने में लगी है।

2023 11image 18 23 27197313433

सेना द्वारा दिल्ली अस्पताल में लापता युधिष्ठिर की मां किशनवती को बुलाकर उनके खून के नमूने लिए गए थे, जिसके जरिए शहीद युधिष्ठिïर की पहचान की गई। इसके बाद शुक्रवार को सेना का वाहन शहीद युधिष्ठिर के शव को लेकर गांव खांबी पहुंचा। जहां पूरे राजकीय सम्मान के साथ युधिष्ठिर को अंतिम विदाई दी गई। इस दौरान सेना की टुकड़ी ने शहीद को अंतिम सलामी दी।

18 24 43624119911

युधिष्ठिर की अभी नहीं हुई थी शादी

शहीद के परिजनों ने कहा कि उन्हें शहीद युधिष्ठिïर की शहादत पर गर्व है। शहीद युधिष्ठिर की मां किशनवती रोते हुए कह रही थीं कि बेटे के बहुत रिश्ते आ रहे थे, अब रिश्ते आए तो वह किसकी शादी करेगी। रोते हुए कह रही थी, बेटा छुट्टी आता तो उसकी शादी करती, अब किसकी शादी करूंगी। युधिष्ठिर की शादी नहीं हुई थी। युधिष्ठिर के अलावा उसका एक भाई है जो उससे छोटा है और एक बहन है, जिसकी शादी हो चुकी है।