केंद्रीय नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा मंत्रालय द्वारा आयोजित क्षेत्रीय कार्यशाला में Haryana के ऊर्जा मंत्री Anil Vij ने भाग लिया। इस दौरान उन्होंने प्रधानमंत्री सूर्य घर योजना को बढ़ावा देने के लिए हरियाणा सरकार की ओर से 50 हजार रुपये अतिरिक्त देने की घोषणा की।
किसानों की जरूरतों को ध्यान में रखते हुए दी गई योजना
अनिल विज ने बताया कि यह निर्णय किसानों की विशेष आवश्यकताओं को ध्यान में रखते हुए लिया गया है, खासकर उन क्षेत्रों में जहां पानी की गहराई ज्यादा है और 10 किलोवाट की मोटर नहीं चल पाती। इस संदर्भ में कुसुम योजना भी चालू की गई है, जिसके तहत हरियाणा ने अपने लक्ष्य को पूरा किया और जल्द ही हर किसान अपने ट्यूबवेल को सोलर ऊर्जा से चला सकेगा।
सोलर पावर हाउस बनाने का सुझाव
उन्होंने सुझाव दिया कि हर गांव में एक सोलर पावर हाउस स्थापित किया जाए, जिससे वहां के सभी ट्यूबवेल सोलर पावर से चल सकें और किसानों को किसी प्रकार की समस्या का सामना न करना पड़े।
प्रधानमंत्री सूर्य घर योजना पर जोर
अनिल विज ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सूर्य घर योजना को महत्वपूर्ण बताते हुए कहा कि यह योजना गरीबों को सस्ती और मुफ्त बिजली प्रदान करने का एक व्यवहारिक तरीका है। इसके तहत केंद्र सरकार 60 हजार रुपये की सब्सिडी देती है और हरियाणा सरकार ने अपनी ओर से 50 हजार रुपये का अतिरिक्त योगदान देने का फैसला किया है, जिससे कुल 1,10,000 रुपये मिलते हैं।
रोजगार और स्थायी सहायता की बात
विज ने कहा कि मुफ्त बिजली देने के बजाय लोगों को स्थायी सहायता प्रदान करना अधिक प्रभावी तरीका है। उदाहरण देते हुए उन्होंने कहा कि जैसे भूख लगे तो एक व्यक्ति को रोटी खिलाने से काम नहीं चलेगा, उसे रोजगार देने से ही समस्या का स्थायी समाधान होगा।
सोलर ऊर्जा के महत्व पर जोर
विज ने कहा कि सूर्य ऊर्जा हमारे भविष्य का मुख्य स्त्रोत बनने जा रही है। यह ऊर्जा न केवल हमारे जीवन के लिए आवश्यक है, बल्कि देश की समृद्धि और पर्यावरण को बचाने के लिए भी जरूरी है। उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी के मार्गदर्शन में सोलर ऊर्जा की दिशा में भारत की प्रगति पर भी जोर दिया।
कार्यशाला में राजस्थान के मुख्यमंत्री भजन लाल, केंद्रीय नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा मंत्री प्रहलाद जोशी और अन्य राज्यों के ऊर्जा मंत्री भी मौजूद थे।