Kashmir Terrorist Attack : जम्मू-कश्मीर के पुंछ में शनिवार शाम एयरफोर्स के जवानों पर आतंकी हमले का मामला सामने आया है। जिसमें एक जवान शहीद हो गया। हमले में 5 जवान घायल हुए, जिन्हें एयरलिफ्ट कर उधमपुर के अस्पताल ले जाया गया। इलाज के दौरान एक जवान की मौत हो गई। वहीं एक जवान की हालत गंभीर बताई जा रही है। हमला पुंछ के शाहसितार इलाके में शनिवार शाम 6:15 बजे किया गया। बताया जा रहा है कि 4 आतंकियों ने सनाई टॉप जा रही सुरक्षाबलों की दो गाड़ियों पर फायरिंग की। इसमें से एक वाहन एयरफोर्स का था। हमले के बाद आतंकवादी जंगल की तरफ भाग गए। जिनके हाथ में एके असॉल्ट राइफल्स थी।
बता दें कि पुंछ, राजौरी-अनंतनाग लोकसभा सीट में आता है। यहां छठे फेज में 25 मई को मतदान होना है। एयरफोर्स की स्पेशल गरुड़ फोर्स, आर्मी और जम्मू-कश्मीर पुलिस सर्च ऑपरेशन कर रही हैं। वहीं वायुसेना के काफिले पर हमले के पीछे के आतंकवादियों को पकड़ने के लिए अभियान दूसरे दिन भी जारी है। आतंकवादियों को बेअसर करने के लिए शाहसितार, गुरसाई, सनाई और शींदरा टॉप सहित कई इलाकों में तलाशी ली जा रही है। हमले के बाद आतंकवादी जंगल की तरफ भाग गए, लेकिन सुरक्षाबल अभी उन तक नहीं पहुंच पाए हैं।
बताया जा रहा है कि 12 दिन में यह दूसरी आतंकी वारदात सामने आई है। इससे पहले 22 अप्रैल को थानामंडी के शाहदरा शरीफ इलाके में अज्ञात आतंकियों की गोलीबारी में 40 वर्षीय सरकारी कर्मचारी की मौत हो गई थी। मोहम्मद राजिक का भाई टेरिटोरियल आर्मी में था। 12 जनवरी को आतंकियों ने सेना के वाहन पर हमला किया था। जवानों को जवाबी फायरिंग करनी पड़ी थी। इसमें किसी के भी घायल या मरने की खबर नहीं आई थी। वहीं 21 दिसंबर 2023 को सुरनकोट में सेना के काफिले पर आतंकियों ने हमला किया गया था। जिसमें 5 जवान शहीद हो गए थे। आतंकियों ने अमेरिकी M-4 कार्बाइन असॉल्ट राइफल से स्टील बुलेट फायर की थी। यह बुलेट सेना के वाहनों की मोटी लोहे की चादर को पार करते हुए जवानों को लगी थी। इसके बाद आतंकियों ने सोशल मीडिया पर हमले वाली जगह की तस्वीरें भी जारी की थी।
उधर इंटेलिजेंस की मानें तो 250-300 आतंकी भारत में घुसपैठ को तैयार हैं। गत 16 दिसंबर 2023 को बीएसएफ के एक वरिष्ठ अधिकारी ने इंटेलिजेंस के हवाले से जानकारी देते हुए बताया था कि पाकिस्तान सीमा में 250 से 300 आतंकी लॉन्चपैड पर हैं, जो जम्मू-कश्मीर में घुसपैठ की फिराक में हैं। अधिकारी के अनुसार सुरक्षाबलों को अलर्ट कर दिया गया है। सीमा पार से किसी भी तरह की घुसपैठ की कोशिश नाकाम कर दी जाएगी। पुलवामा में बीएसएफ के आईजी अशोक यादव का कहना है कि आतंकी गतिविधियों को देखते हुए बीएसएफ और सेना संवेदनशील इलाकों पर नजर रखे हुए हैं।
पिछले कुछ सालों में सुरक्षाबलों और कश्मीर के लोगों के बीच जुड़ाव बढ़ा है। अगर लोग हमारा सहयोग करें तो हम विकास के कामों को बेहतर तरीके से आगे बढ़ा सकते हैं। गौरतलब है कि सुरनकोट में 21 दिसंबर 2023 को भी सेना के काफिले पर आतंकियों ने हमला किया था। इस हमले की जिम्मेदारी पीपुल्स एंटी-फासिस्ट फ्रंट (पीएएफएफ) ने ली थी। सेना के अधिकारियों को शक है कि शनिवार शाम को हुए हमले में भी इसी संगठन का हाथ है। पीएएफएफ लश्कर-ए-तैयबा की ही शाखा है।
जम्मू कश्मीर के पूर्व डीजीपी शेश पॉल वैद का कहना है कि जम्मू-कश्मीर में चुनाव होने वाले हैं, यह बात पड़ोसी देश को बर्दाश्त नहीं हो रहा है। पाकिस्तान में लोगों को डेमोक्रेसी से दूर रखा जा रहा है। वह हमारे इलाके पर ध्यान दे रहा है। वहीं रक्षा मामलों के जानकार जीडी बख्शी ने एएनआई से कहा कि पिछले 2-3 साल में राजौरी और पुंछ इलाके में पाकिस्तान की आर्मी आतंकवाद को फिर से जिंदा कर रही है। पाकिस्तान यहां घुसपैठ की कोशिश कर रहा है। हमें बालाकोट स्ट्राइक की तरह हमला करना होगा।