जम्मू-कश्मीर में चुनावों की घोषणा के साथ ही सुरक्षा तैयारियां तेज हो गई हैं। जम्मू-कश्मीर Police ने जम्मू संभाग के आठ जिलों में आतंकवाद से निपटने के लिए 19 विशेष आतंकवाद निरोधक इकाइयों की तैनाती का निर्णय लिया है।
ये विशेष इकाइयां पिर पंजाल पर्वत श्रृंखला और चेनाब घाटी के उन क्षेत्रों में तैनात की जाएंगी, जहां पहले शांति थी। इस कदम की घोषणा केंद्र सरकार द्वारा जम्मू-कश्मीर के विशेष डीजीपी के रूप में पूर्व एनएसजी प्रमुख नलिन प्रभात की नियुक्ति के बाद की गई है।
इकाइयों का नेतृत्व और तैनाती
पुलिस सूत्रों के अनुसार, इन इकाइयों का नेतृत्व डिप्टी एसपी स्तर के अधिकारी करेंगे और इन्हें जम्मू-कश्मीर पुलिस के विशेष ऑपरेशन ग्रुप की तर्ज पर तैयार किया गया है। ये इकाइयां उन क्षेत्रों में तैनात रहेंगी जहां आतंकवादियों की गतिविधियां बढ़ी हैं।
प्रभावित क्षेत्र और हाल की घटनाएं
इन इकाइयों को कठुआ जिले के मल्हार और बानी क्षेत्रों, रियासी जिले के पौनी-रंसू, माहोर, चासाना और गुलाबगढ़ क्षेत्रों, और पुंछ जिले के बफ्लियाज़-बेहरामगल्ला, मंडी-लोरान और गुरसाई क्षेत्रों में तैनात किया जाएगा। 9 जुलाई को कठुआ जिले के मचेडी में आतंकियों ने सेना के काफिले पर हमला किया था जिसमें पांच सैनिक शहीद हो गए थे। इसके अलावा, 9 जून को आतंकियों ने रंसू क्षेत्र में एक बस पर हमला किया था, जिसमें नौ तीर्थयात्रियों की मौत हो गई थी। बफ्लियाज़-बेहरामगल्ला क्षेत्र में भी सुरक्षा बलों पर हमले हुए हैं।
सुरक्षा के अन्य उपाय
उधमपुर, डोडा, किश्तवाड़, राजौरी और रामबन जिलों के कुछ संवेदनशील क्षेत्रों में भी इन इकाइयों को तैनात किया जाएगा। ये इकाइयां आतंकवाद विरोधी अभियानों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगी और सामान्य अपराधों को रोकने में भी सक्रिय रहेंगी।