➤खाली पेट करी पत्ते चबाने से पाचन सुधार, वजन नियंत्रण और रक्त शर्करा नियंत्रण में मदद मिलती है
➤करी पत्ते हृदय स्वास्थ्य, बालों की मजबूती और त्वचा की सुंदरता में लाभकारी हैं
➤सेवन के दौरान सावधानी जरूरी, गर्भवती और बीमार लोग डॉक्टर से परामर्श करें
खाली पेट करी पत्ते चबाने का प्राचीन और प्राकृतिक उपाय स्वास्थ्य के लिए कई तरह के फायदे देता है। इसे आयुर्वेद में भी पचाने और शरीर को स्वस्थ रखने के लिए महत्वपूर्ण माना गया है। करी पत्ते में ऐसे पोषक तत्व और एंटीऑक्सिडेंट पाए जाते हैं, जो पाचन तंत्र को दुरुस्त रखते हुए कब्ज, गैस और पेट की सूजन जैसी परेशानियों को कम करते हैं।
इसके अलावा, करी पत्ते में मौजूद फाइबर और तत्व शरीर से विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालने में मदद करते हैं, जिससे वजन नियंत्रण में सहायता मिलती है। यह रक्त में शर्करा के स्तर को भी नियंत्रित करता है, जो डायबिटीज के रोगियों के लिए लाभकारी है।
करी पत्ते हृदय की सेहत के लिए भी फायदेमंद हैं। इसमें मौजूद यौगिक कोलेस्ट्रॉल को कम करके दिल की बीमारियों के खतरे को घटाते हैं। साथ ही, करी पत्ते बालों के झड़ने को रोकने, उनके विकास को बढ़ावा देने और समय से पहले सफेद होने से बचाने में मदद करते हैं। त्वचा की देखभाल में भी यह एंटीऑक्सिडेंट के कारण महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं, जिससे त्वचा स्वस्थ और चमकदार बनी रहती है।
खाली पेट रोजाना 5-6 ताजे करी पत्ते चबाने की सलाह दी जाती है। इसके साथ ही, करी पत्ते का पानी बनाकर पीना भी फायदेमंद होता है। नियमित सेवन से लगभग 15 दिनों में इसके प्रभाव दिखाई देने लगते हैं। हालांकि, अधिक मात्रा में सेवन से गैस्ट्रिक समस्याएं हो सकती हैं, इसलिए सावधानी बरतनी जरूरी है। गर्भवती महिलाएं और जिनकी स्वास्थ्य स्थिति खास हो, उन्हें इसे लेने से पहले चिकित्सक से परामर्श लेना चाहिए।
स्वास्थ्य विशेषज्ञों का मानना है कि करी पत्ते का यह सरल उपाय प्राकृतिक उपचारों में एक महत्वपूर्ण विकल्प साबित हो सकता है, जो बिना किसी साइड इफेक्ट के शरीर को मजबूती प्रदान करता है।