➤हरियाणा के 8 जिलों में बारिश का यलो अलर्ट
➤सोनीपत, पानीपत, झज्जर में शुरू हुई बारिश
➤अगले तीन दिन तक बरसात जारी रहने की संभावना
हरियाणा में मानसून का असर एक बार फिर तेज हो गया है। आज मौसम विभाग ने राज्य के आठ जिलों—पंचकूला, अंबाला, यमुनानगर, करनाल, पानीपत, सोनीपत, गुरुग्राम और फरीदाबाद में बारिश का यलो अलर्ट जारी किया है। सुबह से ही कई जगहों पर मौसम बदला-बदला नजर आया और दोपहर तक पानीपत, सोनीपत और झज्जर में बूंदाबांदी शुरू हो गई। सोनीपत में बारिश तेज होते ही सड़कों पर पानी भर गया, जिससे यातायात प्रभावित हुआ। वहीं झज्जर में हल्की बारिश के बीच धार्मिक कलश यात्रा भी निकाली गई।
चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय हिसार के कृषि मौसम विज्ञान विभाग ने भी सोनीपत, पानीपत, यमुनानगर और अंबाला में दोपहर बाद तक तेज बारिश की चेतावनी जारी की है। इस दौरान गरज-चमक और तेज हवाएं चलने की संभावना जताई गई है।
शुक्रवार को भी फरीदाबाद, पानीपत, झज्जर और रेवाड़ी सहित कई जिलों में अच्छी बारिश दर्ज की गई थी। इस मानसून सीजन में हरियाणा में औसत से अधिक वर्षा हुई है। सबसे ज्यादा बरसात यमुनानगर में दर्ज की गई है, जहां आंकड़ा 715 मिमी को पार कर गया है। वहीं कैथल जिले में सबसे कम वर्षा दर्ज हुई है।
भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने पूर्वानुमान जारी करते हुए कहा है कि आने वाले तीन दिन प्रदेश में बरसात का सिलसिला जारी रहेगा।
- 17 अगस्त (रविवार): आठ जिलों—पंचकूला, अंबाला, यमुनानगर, करनाल, पानीपत, सोनीपत, गुरुग्राम और फरीदाबाद में बारिश की 50 से 75% संभावना। अन्य जिलों में हल्की से मध्यम वर्षा।
- 18 अगस्त (सोमवार): पूरे प्रदेश में हल्की से मध्यम बरसात, जबकि अंबाला, यमुनानगर और पंचकूला में विशेष अलर्ट जारी।
- 19 अगस्त (मंगलवार): हल्की से मध्यम बारिश की संभावना, हालांकि किसी भी जिले में अलर्ट नहीं है।
इस समय यमुनानगर जिले ने राज्य में सबसे ज्यादा पानी प्राप्त किया है, जबकि कैथल में सबसे कम वर्षा हुई है। लगातार हो रही बारिश ने किसानों की चिंता और उम्मीद दोनों को बढ़ा दिया है। जहां खेतों को पानी मिल रहा है, वहीं शहरों में जलभराव की समस्या ने प्रशासन के सामने चुनौती खड़ी कर दी है।