● चैत्र नवरात्रि 30 मार्च से प्रारंभ, 9 दिनों तक मां दुर्गा की पूजा का विशेष महत्व
● 9 देवियों की आराधना से 9 ग्रहों के दोष शांत होते हैं, सुख-समृद्धि का आशीर्वाद मिलता है
● देवी सिद्धिदात्री की कृपा से सिद्धियों की प्राप्ति, कुंडली के दोष भी होते हैं दूर
Chaitra Navratri 2025 Benefits: चैत्र नवरात्रि 2025 का शुभारंभ 30 मार्च, रविवार से हो रहा है। इस दौरान नौ दिनों तक मां दुर्गा के नौ स्वरूपों की पूजा विधि-विधान से की जाती है। ज्योतिषाचार्यों के अनुसार, नवरात्रि में देवी उपासना करने से न केवल भक्तों की मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं, बल्कि 9 ग्रहों के दोष भी समाप्त हो जाते हैं। उज्जैन के महर्षि पाणिनि संस्कृत एवं वैदिक विश्वविद्यालय के ज्योतिषाचार्य डॉ. मृत्युञ्जय तिवारी के अनुसार, प्रत्येक दिन की देवी विशेष आशीर्वाद प्रदान करती हैं और भक्तों के जीवन में सकारात्मक ऊर्जा का संचार करती हैं।
चैत्र नवरात्रि पूजा के 9 दिव्य लाभ
1. पहला दिन (मां शैलपुत्री)
मां शैलपुत्री की कृपा से सुख-समृद्धि में वृद्धि होती है। साथ ही, कुंडली में चंद्र दोष समाप्त होता है, जिससे मानसिक शांति प्राप्त होती है।
2. दूसरा दिन (मां ब्रह्मचारिणी)
मां ब्रह्मचारिणी की पूजा से मंगल दोष शांत होता है। उनकी उपासना से व्यक्ति दृढ़ निश्चय और आत्मसंयम वाला बनता है।
3. तीसरा दिन (मां चंद्रघंटा)
मां चंद्रघंटा के आशीर्वाद से शुक्र दोष समाप्त होता है, जिससे व्यक्ति का पराक्रम और साहस बढ़ता है।
4. चौथा दिन (मां कूष्माण्डा)
मां कूष्माण्डा की उपासना करने से सूर्य दोष समाप्त होता है। व्यक्ति को पद, प्रतिष्ठा और दीर्घायु का वरदान प्राप्त होता है।
5. पांचवां दिन (मां स्कंदमाता)
मां स्कंदमाता की कृपा से बुध ग्रह मजबूत होता है। संतान सुख प्राप्त होता है और जीवन में समृद्धि बढ़ती है।
6. छठा दिन (मां कात्यायनी)
मां कात्यायनी की आराधना से गुरु दोष समाप्त होता है। व्यक्ति को बल, विद्या और आध्यात्मिक शक्ति प्राप्त होती है।
7. सातवां दिन (मां कालरात्रि)
मां कालरात्रि की पूजा से शनि दोष शांत होता है। व्यक्ति अपने शत्रुओं पर विजय प्राप्त करता है और जीवन में आने वाली बाधाएं दूर होती हैं।
8. आठवां दिन (मां महागौरी)
मां महागौरी की कृपा से राहु ग्रह शांत होता है, जिससे स्वास्थ्य में सुधार होता है और सुख-समृद्धि में वृद्धि होती है।
9. नौवां दिन (मां सिद्धिदात्री)
मां सिद्धिदात्री की उपासना से व्यक्ति को सिद्धियों की प्राप्ति होती है। केतु दोष समाप्त होता है और जीवन में आध्यात्मिक उन्नति होती है।
चैत्र नवरात्रि का यह पावन समय देवी उपासना के लिए अत्यंत शुभ माना जाता है। जो भी भक्त श्रद्धा और भक्ति भाव से मां दुर्गा की पूजा करता है, उसे न केवल सांसारिक सुख-संपत्ति प्राप्त होती है, बल्कि आध्यात्मिक शांति और मोक्ष का मार्ग भी प्रशस्त होता है।