Karnal में नई अनाज मंडी में आयोजित आम आदमी पार्टी(AAP) की रैली में पार्टी कार्यकर्ताओं के बीच हलचल मच गई है। इस रैली में पार्टी के किसान प्रकोष्ठ के प्रदेश उपाध्यक्ष करण धनखड़ ने प्रदेश अध्यक्ष सुशील गुप्ता के खिलाफ आपत्तिजनक बयान दिया और वहां हंगामे की घटनाएं हुईं। इसके दौरान कार्यकर्ताओं के बीच मारपीट की भी घटना सामने आई।
करण सिंह धनखड़ ने आरोप लगाया कि लोकसभा चुनाव के समय कुरुक्षेत्र में आप के प्रत्याशी सुशील गुप्ता ने दो लाख रुपये की मांग की थी, लेकिन उनकी आर्थिक स्थिति के कारण वह पैसे देने में असमर्थ थे। उन्होंने इसके साथ ही गुप्ता द्वारा धमकाने का भी आरोप लगाया। इस मामले में होने वाले विवाद के बाद, गुप्ता ने अंततः करण धनखड़ को प्रदेश अध्यक्ष पद से निलंबित(Suspend) कर दिया। घटना के बाद आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद और राष्ट्रीय संगठन मंत्री डॉ. संदीप पाठक ने कहा कि विधानसभा चुनाव की तैयारियों को ध्यान में रखते हुए यह रैली का आयोजन किया गया है।

उन्होंने बताया कि आज करनाल में हमने कार्यकर्ता सम्मेलन आयोजित किया है, जिसमें हरियाणा के विभिन्न हिस्सों से कार्यकर्ता शामिल हैं। हम पूरे जोश और उत्साह के साथ रैली कर रहे हैं और इसके बाद हमारे कार्यकर्ता बूथ स्तर पर जाकर पार्टी को मजबूत करेंगे। उन्होंने और भी जानकारी देते हुए कहा हमारी पार्टी तैयार है हरियाणा के सभी 90 विधानसभा सीटों पर चुनाव लड़ने के लिए। हम हर बूथ को मजबूत करेंगे और हर बूथ पर हमारे कार्यकर्ता तैनात होंगे। हम आगामी विधानसभा चुनाव में पूरी मजबूती के साथ हिस्सा लेंगे।
केजरीवाल जमानत पर हाईकोर्ट लेगा निर्णय
विधानसभा चुनाव से जुड़ी तैयारियों के बारे में बात करते हुए संदीप पाठक ने उच्चायुक्तीय कोर्ट के निर्णय के सम्बंध में कहा कि हाईकोर्ट अपना काम कर रहा है और अगर हाईकोर्ट से जमानत नहीं मिली तो हम सुप्रीम कोर्ट जाएंगे। अरविंद केजरीवाल की जमानत पर भी उन्होंने अपनी राय दी, “अरविंद केजरीवाल की जमानत के मामले में हाईकोर्ट निर्णय लेगा।
हमारा जनाधार लगातार बढ़ रहा
इस रैली में शामिल नहीं हो सकीं अरविंद केजरीवाल की पत्नी सुनीता केजरीवाल के अभाव के बारे में भी उन्होंने टिप्पणी की। अन्य विषयों पर चर्चा करते हुए सुशील गुप्ता ने कहा, “हमारी पार्टी में नए लोग जुड़ रहे हैं और हमारी जना धार लगातार बढ़ रही है। हम नेताओं की बजाय आम आदमी को जोड़ने पर जोर दे रहे हैं। करनाल में आयोजित आम आदमी पार्टी की रैली ने विधानसभा चुनाव की तैयारियों को लेकर उठाए गए मुद्दों पर जोर दिया। इस घटना के बाद राजनीतिक दलों के बीच राजनीतिक गतिविधियों में भी गहराई आई है।