Big blow to JJP again in Haryana

Haryana Politics : हरियाणा में JJP को फिर बड़ा झटका, गठबंधन टूटने के बाद विधायकों के बागी होने का सिलसिला जारी

राजनीति जींद

Haryana Politics : हरियाणा में भारतीय जनता पार्टी और जननायक जनता पार्टी का गठबंधन टूटने के बाद विधायकों के बागी होने का सिलसिला जारी है। प्रदेश में भाजपा-जजपा का गठबंधन क्या टूटा, भाजपा के विधायकों के बगावती तेवर तल्ख हो गए हैं। लोकसभा चुनाव में जजपा के 10 में से 6 विधायक भाजपा और कांग्रेस के लिए प्रचार कर रहे है, वहीं अब इस सूची में 7वां नाम भी शामिल हो चुका है। बताया जा रहा है कि नरवाना से जजपा विधायक रामनिवास सूरजाखेड़ा ने अपनी ही पार्टी को बड़ा झटका देते हुए भाजपा को अपना समर्थन दिया है।

बता दें कि रामनिवास सूरजाखेड़ा ने सोमवार शाम को करनाल सेक्टर-6 में पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल को समर्थन का ऐलान किया। उन्होंने जजपा से भाजपा में आने के कारणों में अनदेखी के आरोप लगाए हैं। यह भी आरोप है कि रामनिवास जजपा के साथ खड़े रहे, लेकिन विकास का माइलस्टोन मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने दिया। पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल की बदौलत सूरजाखेड़ा 200 करोड़ के काम नरवाना शहर में करवा पाए। अब सूरजाखेड़ा भाजपा को समर्थन करने का कारण राष्ट्रहित को भी मान रहे है। उनका मानना है कि राष्ट्रहित पार्टी से ऊपर है और वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल की नीतियों व दृष्टिकोण से प्रभावित है। भाजपा को समर्थन करने का फैसला उनके अकेले का नहीं है, बल्कि उनके समर्थकों का है।

जजपा विधायक

बता दें कि जजपा को लेकर जगजाहिर हो चुका है कि इसके 6 विधायकों में 2 विधायक नारनौंद से रामकुमार गौतम और बरवाला विधायक जोगीराम सिहाग हिसार में भाजपा प्रत्याशी रणजीत चौटाला के लिए वोट मांग रहे हैं। वहीं जजपा के 2 विधायक कांग्रेस के लिए प्रचार कर रहे हैं, इनमें गुहला के विधायक ईश्वर सिंह और शाहबाद के विधायक रामकरण काला शामिल हैं। अब 7वां विधायक भी पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल के जरिए भाजपा तक पहुंच चुका है। जजपा के सभी 7 विधायक अपनी ही पार्टी को लोकसभा चुनाव में हराने की राह पर दिख रहे हैं। कयास लगाए जा रहे हैं कि चुनाव में जजपा को झटका लगना लाजमी है।

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