लोकसभा चुनाव के बाद पहली बार बेटे दुष्यंत के साथ भिवानी पहुंचे जेजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ अजय चौटाला(Ajay Chautala) काफ़ी भावुक दिखे। इस दौरान उन्होंने मोदी पर कटाक्ष(dig at Modi and gave a piece) कर हुड्डा को लेकर काफ़ी भला बूरा बोला। उन्होंने कांग्रेस(Congress) को सांप बताकर साथ इशारों ही इशारों में भाजपा(BJP) को बिच्छु की संज्ञा। साथ ही कहा कि वोट काम करने से नहीं, हवा बनाने से मिलते हैं।
लोकसभा चुनाव में जेजेपी को ना केवल करारी हार का सामना करना पड़ा, बल्कि वोट भी जेजेपी की उम्मीद के कहीं ज़्यादा कम मिले। एक तरह से हरियाणा की जनता ने लोकसभा चुनावों में जेजेपी को नकार दिया। अब एक बार फिर पार्टी को मज़बूत करने और विधानसभा चुनावों की तैयारी के लिए जेजेपी ने कमर कसी है। अब जेजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ अजय चौटाला अपने बेटे पूर्व डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला के साथ हर जिला में कार्यकर्ताओं के साथ बैठक करने में जुटे है। भिवानी में हुई ज़िला स्तरीय कार्यकर्ता बैठक अजय चौटाला विरोधियों पर काफी अकर्मक और कार्यकर्ताओं को लेकर काफ़ी भावुक दिखे।

जेजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ अजय चौटाला ने भाजपा व मोदी के साथ कांग्रेस व हुड्डा को सबसे पहले निशाने पर लिया। डॉ अजय चौटाला ने कहा कि मोदी छाती ठोक कर, बड़े नख़रे व घमंड के साथ 400 पार का नारा देते थे। पर 240 पर सिमट गए। अब भूपेन्द्र सिंह हुड्डा 60 सीटें जीत कर हरियाणा में सरकार बनाने का दावा करते हैं। उन्होंने कहा कि अब हुड्डा के बाप का राज नहीं। प्रजातंत्र है, जिसमें जीत हार का फ़ैसला जनता करती है।
हुड्डा की खुद की तसल्ली नहीं
उन्होंने हुड्डा को भला बुरा कहते हुए कहा कि भूपेन्द्र हुड्डा की खुद की तसल्ली नहीं। वो सोनिया गांधी की धोती उठाएगें, राहुल का कुर्ता पकड़े मिलेंगे, प्रियंका के साथ चलेंगे या वेणुगोपाल की चप्पल उठाएंगे। उन्होंने कहा कि मोदी तो कहने व करने वाला खुद था। लोगों ने उसकी घिस निकाल दी, हुड्डा तो चीज़ ही क्या है। इसके बाद उन्होंने कहा कि हमारे विरोधी, चाहे वो विरोध में थे (कांग्रेस) या साथ में (भाजपा), उनमें कोई साँप था, कोई शेषनाग तो कोई बिच्छु।
वोट काम करने से नहीं, हवा बनाने से
जिन्होंने हमें डँसने का ही काम किया। फिर उन्होंने काम ना होने से नाराज़ कार्यकर्ताओं का कहा कि वोट काम करने से नहीं, हवा बनाने से मिलते हैं। डॉ अजय चौटाला ने उदाहरण दिया और कहा कि जब मैं 1998 में भिवानी लोकसभा चुनाव लड़ने आया, तब मैंने कोई काम नहीं किया था। बंसीलाल तक की नाक रगड़वाई और जीता। फिर जीतने के बाद पाँच साल बहुत से लोगों के काम किए, नौकरी लगवाई और कई को HCS तक लगाया, पर जीता दी श्रुति चौधरी।
चुनाव में करारी हार का दर्द
अजय चौटाला ने कहा कि बंसीलाल व सुरेंद्र ने काम किए होंगे। श्रुति ने कौन सा काम करवाया था। यहाँ तक की कुलदीप बिशनोई को तो जानते भी नहीं थे। अब इसे लोकसभा चुनाव में करारी हार का दर्द कहें या फिर भाजपा द्वारा अचानक गठबंधन तोड़ने का दुख कि डॉ अजय चौटाला अब कांग्रेस व हुड्डा को ही नहीं, बल्कि भाजपा व मोदी पर भी वार व कटाक्ष करने से नहीं चुकते। ऐसे में देखना होगा कि विधानसभा चुनाव में जेजेपी सरकार बनाने की हालत में ना सही, क्या पिछली बार की तरह किंग मेकर बनने में कामयाब होती है या नहीं।