Gurugram Lok Sabha Elections 2024

Haryana Politics : हरियाणा में कांग्रेस के नाराज पूर्व मंत्री ने बुलाई बैठक, बड़ा फैसला लेने के संकेत, गुरुग्राम से Raj Babbar को टिकट दिए जाने से है नाराजगी

राजनीति गुरुग्राम

Haryana Politics : हरियाणा की गुरुग्राम लोकसभा सीट से टिकट कटने के बाद कांग्रेस के पूर्व मंत्री कैप्टन अजय यादव की नाराजगी साफ झलकने लगी है। बताया जा रहा है कि कैप्टन के बेटे एवं रेवाड़ी से विधायक चिरंजीव राव ने वीरवार को रेवाड़ी के मॉडल टाउन स्थित अपने निवास पर कार्यकर्ताओं की बैठक बुलाई है। जिसमें अजय यादव भी शामिल होंगे। सुबह 11 बजे होने वाली बैइक में रेवाड़ी से लेकर गुरुग्राम तक के समर्थकों को बुलाया गया है। बैठक में चर्चा के बाद कैप्टन अजय यादव कोई बड़ा कदम उठा सकते हैं।

गौरतलब है कि गुरुग्राम से पूर्व वित्त मंत्री और ओबीसी सेल के राष्ट्रीय चेयरमैन कैप्टन अजय यादव इस बार सबसे मजबूत दावेदारी पेश कर रहे थे। उन्होंने इसके लिए 1 साल पहले से ही तैयारियां शुरू कर दी थी। फिर फरवरी में टिकट को लेकर आवेदन मांगे जाने से कैप्टन की नाराजगी का सिलसिला शुरू हुआ। दो दिन पहले कैप्टन की टिकट काटकर फिल्म स्टार राज बब्बर को टिकट दे दी गई। कांग्रेस के पूर्व मंत्री कैप्टन अजय यादव का कहना है कि उनका पार्टी से कोई बैर नहीं है। सोनिया और राहुल हमारे नेता हैं। मैं हाईकमान से मिलकर टिकट कटने का कारण पूछूंगा। टिकट नहीं मिली तो फ्री हूं। दूसरे प्रदेशों में प्रचार के लिए जाना पड़ेगा। बिहार में बुलाया है। कैप्टन यादव ने प्रदेश प्रभारी दीपक बाबरिया पर भी निशाना साधते हुए कहा कि प्रभारी का रोल ठीक नहीं था। उनकी सोच को हम समझ नहीं पाए।

राजबब्बर

कैप्टन अजय यादव अब खुलकर कांग्रेस नेताओं पर हमलावर हो गए है। कैप्टन का कहना है कि यह पार्टी का निर्णय है, जो हमें मंजूर है, लेकिन प्रदेश में एक षड़यंत्र रचा जा रहा है। इसके तहत बड़े नेताओं को दरकिनार किया जा रहा है। इसमें मेरे अलावा बीरेंद्र सिंह, बृजेंद्र सिंह और श्रुति चौधरी भी शामिल हैं। बता दें कि कैप्टन का गुरुग्राम, नूंह और रेवाड़ी में खुद का जनाधार है। ऐसे में टिकट कटने के बाद कांग्रेस उम्मीदवार राज बब्बर को भीतरघात का भी सामना करना पड़ सकता है। हालांकि कैप्टन खुलकर बगावत करने के मूड में नहीं दिख रहे, लेकिन आज होने वाली कार्यकर्ताओं की बैठक में साफ हो जाएगा कि कैप्टन का आगामी रुख क्या रहने वाला है।

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बता दें कि कैप्टन अजय यादव ने वर्ष 1989 में रेवाड़ी सीट से अपना पहला चुनाव लड़ा था। इसके बाद वह लगातार 6 बार 2014 तक विधायक रहे। हालांकि मोदी लहर के चलते कैप्टन यादव वर्ष 2014 का विधानसभा चुनाव हार गए थे। इस दौरान कैप्टन अजय यादव सीएलपी लीडर और वित्त मंत्री सहित कई बड़े ओहदे पर रहे। वर्ष 2019 के चुनाव लोकसभा चुनाव में कैप्टन ने खुद गुरुग्राम सीट से लोकसभा चुनाव तो बेटे चिरंजीव राव को रेवाड़ी सीट से चुनाव लड़ाया। चिरंजीव राव ने कांटे के मुकाबले में भाजपा प्रत्याशी सुनील मुसेपुर को हरा दिया था।

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